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    Saran News: जनसुराज नेता उज्जवल सिंह गिरफ्तार, फर्जी केस दर्ज कराने का आरोप

    Updated: Fri, 10 Oct 2025 10:32 PM (IST)

    सारण जिले में जनसुराज के नेता उज्जवल कुमार को पुलिस ने फर्जी मामला दर्ज कराने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को फंसाने के लिए झूठे सबूत पेश किए थे। पुलिस ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। इस घटना से राजनीतिक हलकों में हलचल है।

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    सारण में फर्जी केस कराने में जनसुराज के नेता उज्जवल सिंह‌ गिरफ्तार। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, छपरा। सारण जिले में जनसुराज के सक्रिय नेता एवं अमनौर निवासी उज्जवल कुमार को पुलिस ने शुक्रवार को फर्जी मामला दर्ज कराने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उन्हें अमनौर थाना क्षेत्र में दर्ज कांड संख्या 212/25 के अनुसंधान के दौरान हिरासत में लिया। 

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    जानकारी के अनुसार, उज्जवल कुमार सिंह आगामी विधानसभा चुनाव में जन सुराज पार्टी से संभावित प्रत्याशी माने जा रहे थे। लेकिन अब वे एक पुराने आर्म्स एक्ट और बिहार मद्य निषेध अधिनियम से जुड़े फर्जी मामले में फंस गए हैं। 

    पुलिस के अनुसार, जुलाई 2025 में दर्ज उक्त कांड में उज्जवल कुमार पर आरोप था कि उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी ओमप्रकाश सिंह उर्फ बिट्टू सिंह को फंसाने के उद्देश्य से फर्जी साक्ष्य प्रस्तुत किए थे।

    फर्जी साक्ष्य से फंसाने का आरोप

    13 जुलाई 2025 को अमनौर थाना में दर्ज इस मामले में उज्जवल कुमार ने पुलिस को एक देसी कट्टा और रॉयल स्टैग व्हिस्की की टूटी सील वाली बोतल साक्ष्य के रूप में दी थी। उनके दावे के अनुसार, ये वस्तुएं ओमप्रकाश सिंह के पास से बरामद हुई थी।

    लेकिन, अनुसंधान के दौरान पुलिस को कई विसंगतियां मिलीं। घटनास्थल निरीक्षण, तकनीकी साक्ष्य, गवाहों के बयान और वरीय अधिकारियों की पर्यवेक्षण रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि प्रस्तुत हथियार और शराब की बोतल संदिग्ध परिस्थितियों में पेश की गई थी।

    जांच में खुला फर्जीवाड़े का राज

    पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) संजय कुमार ने मामले की समीक्षा करते हुए कहा कि उज्जवल कुमार और उनके सहयोगियों ने पुराने राजनीतिक विवाद के चलते ओमप्रकाश सिंह को पकड़कर मारपीट की और बाद में उन्हें झूठे केस में फंसाने की कोशिश की। 

    रिपोर्ट में कहा गया कि इस कृत्य से न केवल पुलिस को गुमराह किया गया, बल्कि यह संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आता है।

    नई प्राथमिकी दर्ज, तीन आरोपी बनाए गए

    पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) के निर्देश पर अमनौर थाना में उज्जवल कुमार, उनके सहयोगी उपेंद्र सिंह और रंजीत कुमार सिंह (तीनों ग्राम गंगापुर निवासी) के खिलाफ नई प्राथमिकी दर्ज की गई है।

    आरोप है कि इन तीनों ने पुलिस को झूठी सूचना देकर निर्दोष व्यक्ति को फंसाने का प्रयास किया।पुलिस ने शुक्रवार को उज्जवल कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वहीं, अन्य दो आरोपियों की तलाश जारी है।

    जांच अधिकारियों का कहना है कि यदि तकनीकी साक्ष्य और गवाहों के बयान में इनकी संलिप्तता और प्रमाणित हुई तो आगे और धाराएं जोड़ी जा सकती हैं।

    राजनीतिक हलकों में हलचल

    उज्जवल कुमार की गिरफ्तारी से स्थानीय राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। जन सुराज पार्टी के कई कार्यकर्ता इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दे रहे हैं, जबकि पुलिस का कहना है कि कार्रवाई साक्ष्यों के आधार पर की गई है। मामले की जांच जारी है।