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    गुजरात पुलिस के जवान का पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही मचा कोहराम, 6 महीने पहले हुई थी शादी

    Updated: Thu, 04 Dec 2025 04:02 PM (IST)

    गुजरात पुलिस में कार्यरत और सारण जिले के रहने वाले चंदन सिंह का पार्थिव शरीर गांव पहुंचने पर मातम छा गया। छह माह पूर्व ही उनकी शादी हुई थी। चंदन सिंह ...और पढ़ें

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    शव पहुंचते ही परिजन का रो-रोकर बुरा हाल

    संवाद सूत्र, परसा (सारण)। सारण जिले के रहने वाले गुजरात पुलिस के जवान चंदन सिंह के आकस्मिक निधन की खबर ने दरियापुर थाना क्षेत्र के मंगरपाल गांव को शोक में डुबो दिया है। शनिवार को उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पूरा गांव मातमी माहौल में डूब गया और हर आंख नम दिखाई दी।

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    मृतक चंदन सिंह, मंगरपाल गांव निवासी अजय सिंह के पुत्र थे और गुजरात पुलिस के मद्यनिषेध विभाग में तैनात थे। ग्रामीणों के अनुसार, चंदन को अचानक हार्ट अटैक आया, जिसके बाद उनकी मौत हो गई।

    यह सूचना गुजरात से गांव पहुंचते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। परिजन उनके पार्थिव शरीर को गुजरात से गांव लेकर आए, जहां अंतिम दर्शनों के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी।

    पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल

    चंदन की मां सविता देवी, बड़े भाई राजा सिंह और पत्नी फ्रूटी सिंह का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार और ग्रामीणों के अनुसार, चंदन बेहद शांत स्वभाव और मिलनसार युवक थे, जिनकी अचानक मौत किसी को भी स्वीकार नहीं हो पा रही है।

    पिता अजय सिंह ने भावुक होते हुए बताया कि चंदन की शादी महज छह माह पहले ही हुई थी। दो सप्ताह पूर्व वे पत्नी को परीक्षा दिलाकर गांव से गुजरात वापस लौटे थे।

    परिवार ने बेटे के भविष्य को लेकर अनेक सपने देखे थे, लेकिन अचानक हुई इस दुखद घटना ने सब कुछ खत्म कर दिया। चंदन के निधन ने इलाके में गहरा शोक और अविश्वास छोड़ दिया है।

    'चंदन की कमी हमेशा खलती रहेगी'

    ग्रामीणों ने बताया कि चंदन अपने परिवार के सहारे और गांव की उम्मीद थे। उनके असामयिक निधन से गांव का हर व्यक्ति मर्माहित है।

    अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान बड़ी संख्या में लोग स्वाभाविक रूप से जुटे और परिवार को सांत्वना देने का प्रयास करते रहे।

    गांव के लोगों का कहना है कि चंदन की कमी हमेशा खलती रहेगी, क्योंकि वह न केवल एक जिम्मेदार पुलिसकर्मी थे, बल्कि गांव के युवा वर्ग के प्रेरणास्रोत भी थे। अचानक हुए इस हृदयविदारक हादसे ने मंगरपाल गांव को गहरे दुःख में डुबो दिया है।