सारण के पशुपालकों के लिए सुनहरा मौका, अब मवेशी पालने का सपना होगा साकार; नीतीश सरकार दे रही है अनुदान
सारण के मवेशी पालकों के लिए अच्छी खबर है। नीतीश सरकार अब उनका सपना पूरा करने में उनकी मदद करेगी। पशुपालकों या पशुपालन के इच्छुक ग्रामीण युवाओं को अब देशी गाय या भैंस पालने के लिए सरकार आर्थिक मदद दे रही है। इससे न केवल वे अपने घर में दूध की उपलब्धता सुनिश्चित कर सकेंगे बल्कि दूध बेचकर आय का एक सशक्त माध्यम भी विकसित कर सकेंगे।

प्रवीण, छपरा। जिले के वे लोग जो वर्षों से मवेशी पालने का सपना देख रहे थे, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उसे पूरा नहीं कर पा रहे थे, अब उनके लिए बिहार सरकार एक सुनहरा अवसर लेकर आई है।
पशुपालकों या पशुपालन के इच्छुक ग्रामीण युवाओं को अब देशी गाय या भैंस पालने के लिए सरकार आर्थिक मदद दे रही है। इससे न केवल वे अपने घर में दूध की उपलब्धता सुनिश्चित कर सकेंगे, बल्कि दूध बेचकर आय का एक सशक्त माध्यम भी विकसित कर सकेंगे।
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार सरकार द्वारा संचालित देशी गौपालन प्रोत्साहन योजना (वित्तीय वर्ष 2025-26) और समग्र गव्य विकास योजना के अंतर्गत ग्रामीण बेरोजगार युवक-युवतियों को 2 से 20 दुधारू मवेशियों की डेयरी यूनिट स्थापित करने के लिए अनुदान दिया जाएगा।
इस योजना को लेकर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में उत्साह देखा जा रहा है। कई बेरोजगार युवक-युवतियों ने इसे स्वरोजगार शुरू करने का सुनहरा अवसर बताया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में आवेदन प्रक्रिया तेजी से चल रही है।इस योजना का उद्देश्य देशी नस्लों जैसे साहीवाल, गिर, थारपारकर आदि को बढ़ावा देना और स्वरोजगार के अवसर सृजित करना है।
यूनिट लागत, SC/ST/पिछड़ा वर्ग को अनुदान 75 प्रतिशत अन्य वर्ग को अनुदान 50 प्रतिशत
2 देशी गाय/भैंस 1,81,000- 1,35,750 - 90,500
4 देशी गाय/भैंस 3,63,000- 2,72,250- 1,81,500
मुख्य लाभार्थी: अनुसूचित जाति/जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग एवं सामान्य वर्ग के बेरोजगार ग्रामीण युवक-युवतियां।
लक्ष्य: पशुपालकों को स्वावलंबी बनाना और दूध उत्पादन में वृद्धि लाना।
समग्र गव्य विकास योजना
इस योजना के तहत 2, 4, 15 और 20 दुधारू मवेशियों की डेयरी यूनिट स्थापित करने हेतु सहायता दी जा रही है।
महत्वपूर्ण तिथियां
- आवेदन शुरू: 25 जून 2025
- अंतिम तिथि: 25 जुलाई 2025
- आवेदन पोर्टल: https://dairy.bihar.gov.in
- आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाता विवरण
- जाति प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- भूमि या किराये की जमीन से संबंधित प्रमाण
- विभागीय प्रशिक्षण प्रमाण पत्र
योजना का लाभ कैसे मिलेगा?
लाभार्थियों का चयन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। चयनित उम्मीदवारों को मवेशी खरीदने, उनके रखरखाव और डेयरी इकाई संचालन हेतु प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
देशी गौपालन प्रोत्साहन योजना और समग्र गव्य विकास योजना जिले के लिए काफी उपयोगी साबित हो रही है। ग्रामीण युवाओं में इसे लेकर काफी उत्साह है और बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। हमारा प्रयास है कि अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों को योजना का लाभ मिले और पशुपालन के क्षेत्र में सारण आत्मनिर्भर बने। - संजय कुमार सिंह, गव्य विकास पदाधिकारी
यूनिट (Unit) | अनुमानित लागत (Estimated Cost) | अनुदान राशि (Subsidy Amount) | लाभ प्रतिशत (Profit Percentage) |
---|---|---|---|
2 मवेशी | ₹1,74,000 | ₹87,000 | 50% |
4 मवेशी | ₹3,90,400 | ₹1,95,200 | 50% |
15 मवेशी | ₹15,34,000 | ₹6,13,600 | 40% |
20 मवेशी | ₹20,22,000 | ₹8,08,800 | 40% |
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