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    Bihar Flood: गंगा-गंडक संगम पर बढ़ रहा है बाढ़ का पानी, पलायन को मजबूर हुए लोग

    Updated: Sun, 31 Aug 2025 03:22 PM (IST)

    गंगा और गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि से सबलपुर में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। चारों पंचायतें जलमग्न हैं जिससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है। हरिहरनाथ मंदिर के पास संगम में श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं लेकिन मुख्य मार्ग डूबने से आवागमन बाधित है। समाजसेवी लालबाबू पटेल ने सरकार से सामुदायिक रसोई और मेडिकल कैंप की व्यवस्था करने की मांग की है।

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    गंगा-गंडक संगम पर पसर रहा बाढ़ का पानी, सबलपुर चारों पंचायत जलमग्न

    संवाद सूत्र,नयागांव। गंगा और गंडक नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से बाढ़ का पानी गांव में पांव पसार रहा है। हरिहरनाथ मंदिर स्थित काली घाट पर दोनों नदियों का संगम पूरी तरह एक हो गया है।

    दक्षिणेश्वरी काली मंदिर और धनुष कुटीर आश्रम गेट के पास श्रद्धालु संगम में स्नान कर बाबा हरिहरनाथ का जलाभिषेक कर रहे हैं। उधर गंगा का पानी हरिहरनाथ मंदिर से बजरंग चौक होते हुए जेपी सेतु मार्ग तक चढ़ गया है और सोनपुर से सबलपुर जाने वाला मुख्य मार्ग भी पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। अब लोगों को हरिहरनाथ मंदिर से जोगी बाबा के रास्ते होकर बाढ़ के पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है।

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    सबलपुर की चारों पंचायतें – पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी और मध्यवर्ती – बाढ़ से पूरी तरह घिर चुकी है। पूर्वी पंचायत के ककड़ा चिलाव, चहारम, हस्ती टोला, राम घाट और नौरसिया, पश्चिमी पंचायत के सुखदेव घाट व कुमार घाट, उत्तरी पंचायत के नेवलटोला, दलित बस्ती, अवधिया टोली, महारानी स्थान, चिरैयाटोक, बिंद टोली, महुआ बाग, बतरौली, नया बाजार और दुर्गा स्थान सहित मध्यवर्ती पंचायत के बभनटोली, मुस्लिम टोली, कुम्हार टोली, कब्रिस्तान, दलित बस्ती और पुराना बाजार जैसे इलाके जलमग्न हो गए हैं।

    कई जगह मुख्य सड़कों पर 2 से 3 फीट तक पानी चढ़ चुका है और तेज धारा बह रही है। ग्रामीण जान जोखिम में डालकर पैदल आवाजाही कर रहे हैं।

    लगातार पांच दिनों से गंगा-गंडक का जलस्तर बढ़ने से स्थिति और गंभीर होती जा रही है। कई परिवार ऊंचे स्थानों पर पलायन कर चुके हैं, जबकि अन्य जाने की तैयारी में हैं। राहर दियर चौक से दुर्गा मंदिर होते हुए नया बाजार तक लोग पानी में प्रवेश कर आ-जा रहे हैं। सोनपुर से सबलपुर जाने वाले मुख्य मार्ग पर भी बड़ी-छोटी वाहन पानी पार कर चल रहे हैं।

    ऐसे में समाजसेवी लालबाबू पटेल ने सरकार से तुरंत सबलपुर में सामुदायिक रसोई की व्यवस्था करने की मांग की है ताकि पीड़ित परिवारों को सुबह नाश्ता, दिन का भोजन और रात का खाना समय पर मिल सके।

    उन्होंने कहा कि मवेशियों के लिए चारा, बीमारों के लिए दवाओं की आपूर्ति और स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल कैंप लगाना भी अत्यंत आवश्यक है। लगातार बढ़ते पानी के बीच सबलपुर के बाढ़ पीड़ितों को अब सरकारी राहत और त्वरित मदद की सख्त दरकार है।