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    छपरा फायर स्टेशन में नहीं है आग बुझाने के आधुनिक उपकरण

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 14 Apr 2020 06:11 AM (IST)

    छपरा फायर स्टेशन में समुचि संसाधन नहीं हैं। इस कारण संकरी गलियों तक गाड़ियों की पहुंच नहीं हो पाती है। ...और पढ़ें

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    छपरा फायर स्टेशन में नहीं है आग बुझाने के आधुनिक उपकरण

    फोटो 13 सीपीआर 46

    -बहुमंजिली इमारतों व संकरी गलियों में आग बुझाने में होती है दिक्कत

    जागरण संवाददाता, छपरा :

    गर्मी के दिनों में आग लगने की घटनाएं बढ़ गई हैं। कहीं फसलें राख हो रही हैं तो कहीं आशियाने आग की भेंट चढ़ रहे हैं। इसमें लोगों की जीवनभर की कमाई कुछ ही देर में राख के ढेर में बदल जाती हैं। ऐसे में बड़ी जिम्मेदारी फायर ब्रिगेड पर होती है। कई जगह फायर ब्रिगेड ने समय से पहुंचकर बड़ी क्षति होने से बचा लिया। तो कई जगह फायर ब्रिगेड पहुंच भी नहीं सका है। इसके पीछे संसाधन की कमी सबसे बड़ी समस्या है।

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    फायर ब्रिगेड के पास आधुनिक उपकरण नहीं हैं। इसके कारण वह पुराने तरीके से ही आग बुझाने का काम कर रहा है। वैसे छपरा, मढ़ौरा एवं सोनपुर फायर स्टेशन के पास पहले से ज्यादा संसाधन हैं इस कारण आग लगने के बाद घटना स्थल पर जाकर आग पर काबू पा रहे है। लेकिन फायर गोला एवं हाईड्रोलिक सीढ़ी वाले वाहन नहीं होने से खासकर संकरी गलियों में आग लगने बड़ी समस्या हो जाती है। शहर की अधिकतर गलियां संकरी हैं। प्रेशर पाइप से दो सौ फीट तक पानी पहुंचता है। जैसे-जैसे दूरी बढ़ती है पानी का प्रेशर कम हो जाता है। इससे आग पर काबू पाने में परेशानी आती है। शहरी क्षेत्र में शॉर्ट सर्किट से होती हैं अधिक घटनाएं :

    शहरी क्षेत्र में आग लगने की अधिकांश घटनाएं बिजली की शॉर्ट सर्किट से होती हैं। जिसका मुख्य कारण जर्जर बिजली के तार एवं लोड अधिक होना है। हवा चलने पर जर्जर तार के आपस में टकराने से आग जाती है या तार पर लोड पड़ने पर उसमें आग लग जाता है। जिस पर अभियान चलाकर जांच करने की जरूरत है। वहीं दूसरी ओर ग्रामीण अंचलों में आग लगने का प्रमुख कारण चूल्हा की आग होती है। हालांकि शॉर्ट सर्किट से फसल भी बड़ी मात्रा में जल रही हैं।

    इनसेट :

    अग्निशमन विभाग के पास उपलब्ध संसाधन का ब्यौरा :

    छपरा फायर स्टेशन :

    -बड़े वाटर टैंकर - 02

    -छोटे एमटी वाहन -01

    - छोटे एमटी वाहन - 09 (थानों में)

    इन थाना में है एमटी वाहन :

    भगवान बाजार, कोपा थाना, दाउदपुर थाना, एकमा थाना, रसुलपुर थाना,बनियापुर थाना, डोरीगंज थाना, अवतार नगर थाना, गड़खा थाना

    मढ़ौरा फायर स्टेशन :

    -बड़ा वाटर टैंकर - 02

    - एमटी वाहन - 05 (थानों में) इन थाना में है एमटी वाहन :

    पानापुर थाना, मशरक थाना, तरैया थाना, मकेर थाना, भेल्दी थाना

    सोनपुर फायर स्टेशन :

    -बड़ा वाटर टैंकर - 02

    - छोटे एम टी वाहन - 03 (थानों में) इन थाना में है एमटी वाहन :

    दीघवारा थाना, नयागांव थाना, अकिलपुर थाना

    इनसेट :

    सारण जिले के सभी फायर स्टेशन के कर्मियों का ब्यौरा

    पद - स्वीकृत बल - कार्य बल

    फायर स्टेशन आफिसर - 03 - 01

    सब आफिसर - 03 - 00

    प्रधान अग्निशमक - -04 - 02

    अग्निशमक - 24 - 06

    अग्नि चालक - 26 - 00

    नोट : (कर्मी व चालक की जगह पर गृहरक्षकों को रखा गया है।) इनसेट :

    जेपी विश्वविद्यालय में खुलेगा फायर स्टेशन

    जयप्रकाश विश्वविद्यालय में जल्द ही नया फायर स्टेशन खुलेगा। जिला अग्निशमन पदाधिकारी हरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में जिले का चौथा फायर स्टेशन खुलेगा।स्वीकृति मुख्यालय से मिल चुकी है। उसके लिए वहां 23 डिसमिल जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि जेपीयू कैंपस में इंजिनियरिग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज एव अस्पताल खुल रहा है। वहां आस-पास बड़ी आबादी है। विश्वविद्यालय कैंपस में विभिन्न संकाय एवं छात्रावास खुल जायेंगे। जिसको लेकर वहां फायर स्टेशन खोला जा रहा है।

    वर्जन :

    फोटो 13 सीपीआर 47

    गर्मी को देखते हुए अभी से मुकम्मल तैयारी की जा रही है। छपरा, मढ़ौरा एवं सोनपुर को फायर स्टेशन को पूरी तहत से अलर्ट कर दिया गया है। जिसके कारण यहां की आगजनी की घटना के बाद तुरंत काबू कर लिया जा रहा है। आगजनी की घटना को रोकने के लिए आधुनिक उपकरण की कमी है। आधुनिक उपकरण अग्निशमन विभाग के राज्य मुख्यालय से मिलते है। वही से ही जिले के फायर स्टेशन में आएंगे। हरेंद्र कुमार सिंह

    जिला अग्निशमन पदाधिकारी, सारण