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    साइबर ठगों के निशाने पर प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना, फर्जी मैसेज देख निगम कार्यालय पहुंचे लोग

    Updated: Sun, 31 Aug 2025 02:46 PM (IST)

    छपरा में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के नाम पर एक फर्जी संदेश वायरल हो रहा है जिसमें 55 रुपये में पंजीकरण का दावा किया गया है। निगम प्रशासन ने इसे फर्जी बताया है और कहा है कि पंजीकरण केवल CSC और आधिकारिक पोर्टल से ही होता है। साइबर विशेषज्ञों ने लोगों को व्यक्तिगत जानकारी साझा न करने की चेतावनी दी है।

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    पेंशन स्कीम के फर्जी मैसेज से हो सकता है नुकसान

    जागरण संवाददाता,छपरा। सारण में इन दिनों में लोगों के मोबाइल फोन पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि मात्र 55 रुपये महीने के अंशदान कर प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना से जुड़ा जा सकता है।

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    संदेश में लिखा है कि 25 अगस्त 25 से नगर निगम, नगर परिषद, कलेक्ट्रेट और पंचायत कार्यालयों में जाकर पंजीकरण किया जा सकता है। इतना ही नहीं, मैसेज में सरकारी वेबसाइट-eshram.gov.in का नाम भी जोड़ा गया है,ताकि इसे असली दिखाया जा सके।

    जिसके बाद छपरा नगर निगम में योजना से जुड़ने के लिए लोगों पहुंच रहे है, लेकिन निगम प्रशासन को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।

    योजना असली,पर यह मैसेज फर्जी

    प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना केंद्र सरकार की वास्तविक योजना है, जिसके तहत असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को वृद्धावस्था में पेंशन दी जाती है। लेकिन निगम प्रशासन का कहना है कि प्रसारित हो रहा संदेश पूरी तरह फर्जी है।

    योजना में पंजीकरण की कोई नई तारीख तय नहीं की गई है और न ही कलेक्टरेट या पंचायत स्तर पर इस तरह की सुविधा 25 अगस्त से शुरू की गई है।योजना से जुड़ने का एकमात्र वैध तरीका कामन सर्विस सेंटर(सीएससी) और आधिकारिक पोर्टल है।

    लोगों की जानकारी चुराने की साजिश

    साइबर विशेषज्ञ निलाभ राजपूत का कहना है कि ऐसे संदेशों के जरिए लोगों की व्यक्तिगत जानकारी,बैंक डिटेल और पैसे हड़पने की कोशिश की जाती है। मैसेज में सरकारी नाम और तारीख डालकर लोगों में भरोसा जगाने की कोशिश की जाती है। यह तरीका नया नहीं है। पहले भी लोन, सब्सिडी और नौकरी के नाम पर इस तरह के फर्जीवाड़े सामने आ चुके हैं।

    प्रशासन व साइबर सेल ने दी चेतावनी

    पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के संदेशों पर विश्वास न करें। असली योजना की जानकारी केवल-eshram.gov.in पर या नजदीकी सीएससी केंद्र से ही ली जा सकती है। किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और न ही अपनी निजी जानकारी साझा करें।

    शिकायत करें साइबर थाने में

    सारण पुलिस ने बताया कि आपके पास ऐसा कोई फर्जी मैसेज आता है तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर-1930 पर काल करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें। इसकी शिकायत साइबर थाने में करें।

    यह फर्जी मैसेज लोगों को भ्रमित कर ठगी का नया जाल बुन रहा है। पुलिस प्रशासन ने अपील की है कि सही जानकारी केवल सरकारी स्रोतों से ही प्राप्त करें।

    फर्जी मैसेज पहचानने के आसान तरीके:

    -मैसेज में जल्दबाजी करने का दबाव डाला जाता है।

    -भाषा में गलतियां और टूटी-फूटी वाक्य होते हैं।

    -लिंक या क्यूआर कोड स्कैन करने को कहा जाता है।

    -निजी जानकारी या पैसे मांगने की कोशिश की जाती है।

    नगर निगम में इस योजना के लाभ के लिए लोग पहुंच रहे हैं। नगर विकास विभाग द्वारा इस संबंध में कोई पत्र नहीं आया है। इसकी जानकारी लोगों को दी जा रही है। प्रथम दृश्या यह मैसेज फर्जी दिख रहा है।- सुधीर कुमार हिमांशु, सिटी मिशन मैनेजर, नगर निगम, छपरा