Chhapra News: छपरा में सिर्फ 87 आवारा कुत्ते, किसी को नहीं लगा इंजेक्शन; सर्वे में खुलासा
छपरा में हुए एक सर्वे में पता चला है कि शहर में केवल 87 आवारा कुत्ते हैं। चिंता की बात यह है कि इनमें से किसी भी कुत्ते को एंटी-रेबीज इंजेक्शन नहीं लगा है। नागरिकों ने नगर निगम से टीकाकरण की मांग की है ताकि रेबीज के खतरे को कम किया जा सके।

छपरा में सिर्फ 87 आवारा कुत्ते, किसी को नहीं लगा इंजेक्शन; सर्वे में खुलासा
जागरण संवाददाता, छपरा। छपरा नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न मोहल्लों में आवारा कुत्तों का जमावड़ा आम बात हो गई है। सड़कों, गलियों और मोहल्लों में इनका झुंड घूमता दिखाई देता है। आए दिन कुत्तों के काटने या इनके कारण हादसों की खबरें भी सामने आती रहती हैं, लेकिन नगर निगम के हालिया सर्वे में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है, शहर के 45 वार्डों में सिर्फ 87 आवारा कुत्ते पाए गए हैं, जबकि वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक बताई जा रही है। और सबसे हैरानी की बात यह है कि इनमें से किसी भी कुत्ते का अब तक टीकाकरण नहीं हुआ है।
नगर निगम कर रहा तैयारी:
नगर आयुक्त सुनील कुमार पांडेय ने बताया कि फिलहाल नगर निगम के पास न तो कुत्ते पकड़ने की टीम है और न ही उन्हें रखने के लिए कोई स्थायी व्यवस्था। उन्होंने कहा कि नगर विकास एवं आवास विभाग से दिशा-निर्देश मिलने के बाद कुत्तों को पकड़ने के लिए विशेष टीम का गठन किया जाएगा।
साथ ही, पकड़े गए कुत्तों को रखने के लिए शेल्टर होम के निर्माण की दिशा में भी कार्रवाई की जाएगी। नगर आयुक्त ने कहा कि जैसे ही विभागीय अनुमति मिलती है, आवारा कुत्तों की पकड़ और उनके स्वास्थ्य परीक्षण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
पशुपालन विभाग करेगा टीकाकरण:
नगर निगम की टीम द्वारा पकड़े गए कुत्तों का टीकाकरण जिला पशुपालन विभाग के सहयोग से कराया जाएगा। विभागीय सूत्रों के अनुसार वर्तमान में पशुपालन कार्यालय के पास रेबीज रोधी टीका उपलब्ध नहीं है। इस वजह से तत्काल टीकाकरण अभियान शुरू करना संभव नहीं है।
पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अगले चरण में टीके की आपूर्ति आने के बाद नगर क्षेत्र में आवारा कुत्तों और पालतू पशुओं दोनों का टीकाकरण कराया जाएगा।
वर्ल्ड रेबीज डे पर हुआ था अभियान:
पशुपालन विभाग ने बताया कि इस वर्ष 28 सितंबर को वर्ल्ड रेबीज डे के अवसर पर विशेष अभियान चलाया गया था। उस दिन 400 पालतू कुत्तों का टीकाकरण किया गया था। हालांकि, आवारा कुत्तों तक यह अभियान नहीं पहुंच पाया।
लोगों में भय, निगम से शिकायतें बढ़ीं:
शहर के कई वार्डों में आवारा कुत्तों के झुंड लोगों के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं। खासकर सुबह और देर शाम के समय ये कुत्ते सड़कों पर झुंड बनाकर घूमते हैं, जिससे राहगीरों, बच्चों और बुजुर्गों में भय का माहौल रहता है।निगम के कंट्रोल रूम में आवारा कुत्तों की शिकायतें लगातार मिल रही हैं, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण तत्काल कार्रवाई संभव नहीं हो पा रही।
हेल्पलाइन नंबर पर दें सूचना, निगम भेजेगा टीम
लगातार बढ़ती शिकायतों के बाद नगर निगम ने अब आवारा कुत्तों पर नियंत्रण के लिए अभियान शुरू किया है। नागरिक अब हेल्पलाइन नंबर-06152-242027 और 9852562776 पर कॉल करके सूचना दे सकते हैं। सूचना मिलते ही निगम की विशेष टीम मौके पर पहुंचकर कुत्तों को सुरक्षित तरीके से पकड़ लेगी
नगर निगम आगे की रणनीति:
नगर निगम ने संकेत दिया है कि दिशा-निर्देश प्राप्त होते ही डाग कैचर टीम का गठन, शेल्टर होम की स्थापना और टीकाकरण अभियान तीनों कार्य एक साथ शुरू किए जाएंगे। आयुक्त ने कहा कि शहर में पशुजनित संक्रमण रोकने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम जरूरी है।

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