सारण में स्वच्छता रेटिंग की तैयारी तेज, 3279 में सिर्फ 1075 स्कूलों ने कराया पंजीकरण
छपरा जिले के स्कूलों में स्वच्छता रेटिंग की तैयारी चल रही है पर रजिस्ट्रेशन में सुस्ती है। शिक्षा मंत्रालय ने 25 सितंबर तक स्वमूल्यांकन पूरा करने का निर्देश दिया है। स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग अभियान के तहत स्कूलों को स्वमूल्यांकन करना है। 3279 में से सिर्फ 1075 स्कूलों ने ही रजिस्ट्रेशन किया है। स्वच्छता के 60 मानकों पर स्कूलों की जांच होगी।

जागरण संवाददाता, छपरा। जिले के 3279 विद्यालयों में स्वच्छता रेटिंग की तैयारी तो तेज़ी से चल रही है, लेकिन रजिस्ट्रेशन में सुस्ती साफ दिख रही है। अब तक केवल 1075 स्कूलों ने ही पंजीकरण कराया है, जबकि अंतिम तारीख नजदीक है।
शिक्षा मंत्रालय ने साफ निर्देश दिए हैं कि सभी स्कूलों को 25 सितंबर तक स्वमूल्यांकन पूरा करना होगा, वरना वे रैंकिंग से बाहर हो जाएंगे।
स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग की प्रक्रिया शुरू
केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग (एसएचवीआर) 2025-26 अभियान की शुरुआत की है। इसके तहत सरकारी, सहायता प्राप्त, निजी और सीबीएसई से संबद्ध सभी स्कूलों को पोर्टल या मोबाइल एप पर स्वमूल्यांकन करना है। जिले के सभी विद्यालयों को 100 मूल्यांकन करने के लिए शिक्षा विभाग जुटा हुआ है।
सिर्फ एक-तिहाई स्कूल ही हुए तैयार
अभी तक के आंकड़े बताते हैं कि 3279 स्कूलों में से सिर्फ 1075 ने पंजीकरण किया है। बाकी लगभग दो-तिहाई विद्यालय अब भी उदासीन बने हुए हैं। इसे लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा) प्रियंका रानी ने गंभीरता दिखाई है और सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को आदेश दिया गया है कि हर स्कूल का रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित कराएं।
60 मानकों पर होगी जांच
स्वमूल्यांकन के लिए शिक्षा मंत्रालय ने 60 मानक तय किए हैं। इनमें पांच प्रमुख घटक शामिल है। इसमें स्वच्छता और सफाई,पर्यावरणीय स्थिरता,,व्यवहार परिवर्तन, समावेशी वातावरण, शैक्षणिक उत्कृष्टता, विद्यालयों को जल संरक्षण, शौचालयों की कार्यशीलता, दिव्यांगजन-अनुकूल सुविधाएं, हरियाली और कचरा प्रबंधन जैसे बिंदुओं पर परखा जाएगा।
पंचायतों की तरह होगी रेटिंग
विद्यालयों की स्वच्छता रेटिंग उसी तरह तय होगी, जैसे ग्राम पंचायतों की रैंकिंग होती है। स्वमूल्यांकन के बाद जिला और प्रखंड स्तर पर भौतिक सत्यापन किया जाएगा। इसके लिए मूल्यांकनकर्ताओं की सूची तैयार कर साझा की जाएगी।
राष्ट्रीय स्तर पर मिलेगा सम्मान
जिन विद्यालयों को स्वच्छता रेटिंग में बेहतर अंक मिलेंगे, उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। मंत्रालय का मानना है कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण बच्चों में आदत और संस्कार के रूप में विकसित होने चाहिए।
सारण के किस प्रखंड में कितने विद्यालयों ने किया है रजिस्ट्रेशन
प्रखंड | कुल विद्यालय | रजिस्ट्रेशन किया | प्रतिशत |
---|---|---|---|
मकेर | 97 | 57 | 58.76 |
लहलादपुर | 80 | 46 | 57.50 |
दिघवारा | 118 | 67 | 56.78 |
बनियापुर | 211 | 109 | 51.66 |
गड़खा | 186 | 86 | 45.50 |
दरियापुर | 203 | 81 | 39.90 |
मशरक | 179 | 71 | 39.66 |
जलालपुर | 149 | 57 | 38.26 |
एकमा | 200 | 68 | 34.00 |
परसा | 183 | 62 | 33.88 |
पानापुर | 96 | 30 | 31.25 |
अमनौर | 188 | 54 | 28.72 |
मांझी | 247 | 69 | 27.94 |
छपरा सदर | 291 | 77 | 26.46 |
रिविलगंज | 110 | 27 | 24.55 |
इसुआपुर | 125 | 27 | 21.60 |
मढ़ौरा | 209 | 43 | 20.57 |
सोनपुर | 200 | 28 | 14.00 |
नगरा | 99 | 09 | 9.09 |
तरैया | 123 | 07 | 5.69 |
कुल | 3297 | 1075 | 32.61 |
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