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    छपरा में खरना के दौरान गैस सिलेंडर से लगी आग, एक ही परिवार के 5 लोग झुलसे

    Updated: Mon, 27 Oct 2025 07:23 PM (IST)

    छपरा में खरना की तैयारी के दौरान गैस सिलेंडर में रिसाव के कारण आग लग गई, जिसमें एक ही परिवार के पांच सदस्य झुलस गए। सभी घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। स्थानीय प्रशासन ने पीड़ितों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।

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    घटना के बाद लोगों की लगी भीड़। (जागरण)

    संवाद सूत्र, मशरक (सारण)। प्रखंड के दुरगौली गांव में छठ पूजा की खरना की तैयारी के दौरान रविवार की रात दर्दनाक हादसा हो गया। गैस चूल्हे पर चाय बनाते समय अचानक आग लग गई, जिसमें एक ही परिवार के पांच लोग झुलस गए।

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    हादसे में झुलसे सभी घायलों को स्वजनों ने आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मशरक पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सदर अस्पताल छपरा रेफर कर दिया गया।

    घायलों में दुरगौली गांव निवासी विष्णु देव राय का 34 वर्षीय पुत्र छट्ठू यादव, उनकी पत्नी पूजा देवी (29 वर्ष), सुनील राय की पत्नी बिंदू देवी (32 वर्ष), चार वर्षीय पुत्री अनु कुमारी और पांच वर्षीय पुत्र सुमित कुमार शामिल हैं।

    बताया जा रहा है कि खरना के प्रसाद की तैयारी चल रही थी, तभी गैस पाइप से रिसाव के कारण अचानक आग भड़क उठी। परिवार के लोग किसी तरह आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे थे, इसी दौरान सभी झुलस गए।

    मौके पर फायर ब्रिगेड टीम को सूचना दी गई थी, फायर ब्रिगेड टीम के पहुंचने से पहले ही लोगों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।

    इधर, सीएचसी मशरक में ड्यूटी पर एमबीबीएस चिकित्सक की अनुपस्थिति से परिजनों में आक्रोश फैल गया। बताया गया कि पिछले 40 घंटे से केंद्र पर केवल जीएनएम कर्मियों के भरोसे इलाज चल रहा था।

    इसको लेकर परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया। सूचना मिलते ही मुखिया प्रतिनिधि सत्येंद्र सिंह और पूर्व सैनिक शंभूनाथ सिंह मौके पर पहुंचे तथा स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी छपरा को फोन कर पूरे मामले की शिकायत की।

    ग्रामीणों ने बताया कि यह कोई पहली बार नहीं है जब सीएचसी मशरक में डॉक्टर या कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए हों। अक्सर प्रभारी, एकाउंटेंट, लिपिक व अन्य कर्मचारी गायब रहते हैं, जिससे स्थानीय लोगों को इलाज में भारी परेशानी उठानी पड़ती है।

    मामले में जानकारी लेने के लिए जब सीएचसी प्रभारी डॉ. अनंत नारायण कश्यप को 5 बार फोन करने के बाद भी कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला।