Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar News: छपरा में मिड-डे मील खाने से 35 छात्र बीमार, अस्पताल में कराया गया भर्ती; दाल में मिली छिपकली

    By bhupendra singhEdited By: Mohit Tripathi
    Updated: Thu, 18 May 2023 09:00 PM (IST)

    छपरा के एक उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 35 बच्चे मिड-डे मील खाने से बीमार हो गए। मिड-डे मील का चावल-दाल और सब्जी खाने के कुछ ही देर बाद बच्चे उल्टियां करने लगे। स्कूली बच्चों के अनुसार दाल में एक छिपकिली थी। उसका आधा हिस्सा गलकर दाल में मिल गया था।

    Hero Image
    एमडीएम में चावल दाल सब्जी खाने के बाद बिगड़ी हालत।

    जागरण संवाददाता, छपरा: छपरा के उत्क्रमित मध्य विद्यालय टिकुलिया टोला के 35 बच्चे गुरुवार दोपहर में एमडीएम खाने से बीमार हो गए। मिड-डे मील में चावल-दाल और सब्जी खाने के कुछ ही देर बाद बच्चे उल्टियां करने लगे।

    एक साथ कई बच्चों को उल्टियां करते देख स्कूल के शिक्षक बेचैन हो गए। इसकी जानकारी मिलते ही अभिभावक भी दौड़ते भागते स्कूल पहुंचे। आनन-फानन में गाड़ी का इंतजाम कर बच्चों को स्कूल से छपरा सदर अस्पताल भेजा गया।

    छिपकली ने बच्चों को पहुंचाया अस्पताल

    स्कूली बच्चों के अनुसार, दाल में एक छिपकिली थी। उसका आधा हिस्सा गल कर दाल में मिल गया था। सदर अस्पताल में बच्चों के पहुंचते ही चिकित्सकों की टीम सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा के नेतृत्व में जांच और इलाज में जुट गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मामले की जानकारी मिलते ही छपरा सदर के एसडीएम संजय कुमार भी सदर अस्पताल पहुंचे। वार्ड का भ्रमण कर बच्चों की हालत देखे। इसके बाद सिविल सर्जन से इस बारे में जानकारी ली।

    खतरे से बाहर हैं बच्चे

    सिविल सर्जन डॉ एसडी सिन्हा ने कहा कि बच्चों की हालत खतरे से बाहर है। इन्हें रेफर करने की फिलहाल जरूरत नहीं है। आपातकाल के लिए आधा दर्जन एंबुलेंस को तैयार हालत में रखा गया है। बच्चों के शरीर में घुले विषाक्त पदार्थ की जांच के लिए सैंपल एकत्र किए गए हैं।

    दोषियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई

    छपरा सदर एसडीएम संजय कुमार राय ने बताया कि बच्चों की इलाज के लिए सदर अस्पताल के चिकित्सकों एवं मेडिकल स्टाफ की पूरी टीम लगी है। चिकित्सकों के अनुसार चिंता की बात नहीं है। सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। विषाक्त भोजन कैसे पहुंचाया गया, इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए शिक्षा पदाधिकारी को भी बुलाया गया है।