Bihar Election 2025: सारण के परसा में चुनावी मुद्दे गरम, नेता जी को जनता के सवालों का देना होगा जवाब
सारण के परसा विधानसभा क्षेत्र में आगामी चुनाव में मुद्दे और जनता की उम्मीदें अहम होंगी। डेरानी को प्रखंड बनाने पेयजल की समस्या और हरदिया चवर के विकास जैसे पुराने वादे आज भी अधूरे हैं। नेताजी चुनावी रणनीति में बदलाव लाएंगे या पुराने वादों पर ही ध्यान केंद्रित करेंगे यह देखना होगा।

संवाद सूत्र, दरियापुर (सारण)। परसा विधानसभा क्षेत्र में इस बार का चुनाव मुद्दों बनाम लोगों की उम्मीदों के साथ नेता जी को चुनावी बिसात तैयार करनी होगी।
परसा विधानसभा क्षेत्र में बहुत पहले से किए गए वादों और मुद्दों पर इस बार सभी क्षेत्रों में अलग-अलग किए गए मुद्दे और घोषणा का जवाब मांगने की रुख तैयार कर जनता बैठी है।
प्रमुख मुद्दे- क्षेत्र के विकास को लेकर लोगों की अपेक्षाएं।
- नव युवकों की रोजगार: युवाओं के लिए रोजगार के अवसर।
- खेल का मैदान: खेल सुविधाओं की कमी।
- पेयजल आपूर्ति: पानी की व्यवस्था को लेकर समस्याएं।
- सड़क यातायात: सड़क और यातायात की स्थिति।
- प्राकृतिक जल श्रोतों की व्यवस्था: जल संसाधनों का संरक्षण और उपयोग।
- पुराने वादे और पेंडिंग विकास कार्य: पूर्व में किए गए वादों का क्रियान्वयन।
- डेरनी को प्रखंड बनाने की मांग: तीन दशकों से लंबित मांग।
- हरदिया चवर का विकास: विशाल हरदिया चवर के विकास और पानी की निकासी के मुद्दे।
डेरनी को प्रखंड बनाने की मांग
डेरनी को प्रखंड बनाने की मांग तीन दशकों से लंबित है। लोगों का कहना है कि परसा विधानसभा क्षेत्र की जनता को नेता जी लोग चकमा देकर काम निकालने में पीछे नहीं हटते हैं। बार-बार लोगों की आवाज उठती रही, लेकिन सिर्फ कागजी कार्यवाही हुई, ठोस परिणाम नहीं निकला।
जल श्रोतों और नहर-पईन की स्थिति
परसा विधानसभा क्षेत्र में जल श्रोतों, नहर और पईन की साफ-सफाई सिर्फ कागजी खानापूर्ति तक सीमित है। अमृत सरोवर योजना के तहत भी काम अधूरे पड़े हैं।
तटबंधों की मरम्मती
नाबार्ड से तटबंधों की मरम्मती का कार्य अधूरा है, जिससे बाढ़ का खतरा बना रहता है। तटबंधों की जर्जर स्थिति लोगों के लिए चिंता का विषय है।
हरदिया चवर के मुद्दे
हरदिया चवर जिला का सबसे बड़ा चवर है, जहां पानी की निकासी, विकास, मत्स्य पालन और फसल पैदावार के मुद्दे वर्षों से चुनावी वादों का हिस्सा रहे हैं।
लेकिन अब तक कोई ठोस परिणाम नहीं निकला। रेल पहिया कारखाना एकमात्र उल्लेखनीय परियोजना है, लेकिन इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं मिला।
लोगों की अपेक्षाएं
लोगों का कहना है कि नेता जी चुनाव के समय नए-पुराने मुद्दे उठाते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होते ही मुद्दे गायब हो जाते हैं। वे चाहते हैं कि उनके क्षेत्र के विकास के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
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