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    बनियापुर विधानसभा सीट में पांच मुद्दों पर होगा चुनाव, अबकी बार नेताओं को देना होगा जवाब

    Updated: Mon, 13 Oct 2025 02:06 PM (IST)

    बनियापुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार मतदाता जनसुविधाओं को लेकर नेताओं से सवाल करने को तैयार हैं। शौचालय की कमी, सिंचाई संकट, पशु अस्पतालों की बदहाली, प्रशासनिक अव्यवस्था और सड़क की जर्जर हालत जैसे मुद्दों पर जनता जवाब चाहती है। मतदाताओं का कहना है कि वे अब सिर्फ वादों पर नहीं, बल्कि काम पर वोट देंगे। उनका मानना है कि जो उम्मीदवार इन समस्याओं का समाधान करेगा, वही उनकी पसंद बनेगा।

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    बनियापुर विधानसभा सीट में पांच मुद्दों पर होगा चुनाव


    राजू सिंह, बनियापुर (सारण)। विधानसभा चुनाव की हलचल के बीच बनियापुर में इस बार जनता का रुख कुछ अलग है। वर्षों से लंबित जनसुविधाओं और अधूरी योजनाओं को लेकर मतदाता अब नेताओं से सवाल पूछने को तैयार हैं।

    पांच प्रमुख मुद्दे शौचालय की कमी, सिंचाई संकट, पशु अस्पतालों की बदहाली, प्रशासनिक अव्यवस्था और सड़क जर्जरता, अब चुनावी बहस के केंद्र में हैं।

    सार्वजनिक शौचालय का अभाव, महिलाओं को होती है सबसे अधिक परेशानी

    प्रखंड मुख्यालय बाजार में आज भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है। रोज सैकड़ों लोग यहां खरीदारी और सरकारी कार्यों के लिए आते हैं, लेकिन शौचालय की सुविधा न होने से सभी परेशान रहते हैं। विशेषकर महिलाओं को काफी दिक्कत होती है।

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    सुल्ताना प्रवीण नामक खरीदार कहती हैं कि तीन घंटे की खरीदारी में सबसे बड़ी चिंता टायलेट की होती है। महिलाओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।

    स्थानीय युवाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं जैसे पिंटू रस्तोगी, संजय सिंह, उपेंद्र यादव आदि ने कई बार प्रशासन से मांग की, पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। बीडीओ रमेंद्र कुमार ने कहा कि सार्वजनिक शौचालय निर्माण का प्रस्ताव जल्द भेजा जाएगा।

    अगर संसाधन मिले तो सोना उगलेगी बहियारा चवर

    बनियापुर, मशरक और सिवान के भगवानपुर हाट प्रखंडों के बीच फैली बहियारा चवर कभी उपजाऊ भूमि मानी जाती थी। लेकिन अब सिंचाई संकट और जल निकासी की समस्या से यह उपजाऊ जमीन बंजर होने लगी है।

    करीब 20 एकड़ में फैले इस क्षेत्र में न तो स्टेट बोरिंग है, न जलनिकासी की कोई ठोस व्यवस्था। किसान कहते हैं कि पहले यहीं से पूरे इलाके की खेती फलती-फूलती थी। अब बाढ़ और सूखे की दोहरी मार से फसलें सूख जाती हैं या डूब जाती हैं। किसानों का कहना है कि यदि सरकार सिंचाई की समुचित व्यवस्था करे तो यह क्षेत्र फिर से “सोना उगल” सकता है।

    पशु अस्पतालों की हालत दयनीय, उपचार ठप

    बनियापुर और मशरक के पशु अस्पतालों की इमारतें जर्जर हैं। छतों से पानी टपकता है, दवाइयां और उपकरण नहीं हैं। बारिश के दिनों में अस्पताल परिसर कीचड़ से भर जाता है। पशुपालक बताते हैं कि पशुपालन से आय बढ़ाने की बात तो होती है, पर अस्पतालों की दुर्दशा देखकर लगता है कि सरकार को इसकी चिंता ही नहीं है। उन्होंने अस्पतालों के पुनर्निर्माण और आवश्यक सुविधाओं की मांग की है।

    प्रखंड कार्यालय बना मवेशियों का चारागाह

    प्रखंड मुख्यालय का आवासीय परिसर अब मवेशियों का चारागाह बन गया है। जगह-जगह गंदगी और झाड़ियां फैल गई हैं। कई अधिकारी मुख्यालय में रहना छोड़कर जिला मुख्यालय में रहने लगे हैं।

    ग्रामीणों का कहना है कि यह स्थिति प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाती है। जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि परिसर की सफाई और रखरखाव की स्थायी व्यवस्था की जाए।

    हरपुर कराह सड़क की जर्जरता से लोग त्रस्त

    बनियापुर से हरपुर कराह तक की सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। जगह-जगह पानी भरने से राहगीरों को परेशानी होती है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण 2010-12 के बीच हुआ था, लेकिन मरम्मती में घटिया कार्य के कारण सड़क बार-बार उखड़ती गई। बरसात में हालात इतने खराब हो जाते हैं कि छोटे-बड़े हादसे आम बात हैं। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द मरम्मत नहीं हुई, तो वे आंदोलन करेंगे।

    मतदाताओं की राय

    नेता आते हैं, वादा करते हैं और फिर भूल जाते हैं। अबकी बार काम पर वोट होगा।
    -संजय सिंह, स्थानीय व्यापारी

    हम महिलाएं सबसे ज्यादा परेशान हैं। बाजार में शौचालय तक नहीं है।
    -सुल्ताना प्रवीण, खरीदार

    अगर सिंचाई की व्यवस्था हो जाए तो बहियारा फिर से उपजाऊ बन सकता है।
    -रामाश्रय राय, किसान

    बनियापुर के पांच मुख्य चुनावी मुद्दे

    जनसुविधाएं: प्रखंड मुख्यालय और बाजारों में शौचालय का अभाव

    कृषि संकट: बहियारा चावर में जल निकासी और सिंचाई की समस्या

    पशु चिकित्सा: अस्पतालों की जर्जर स्थिति और दवाओं की कमी

    प्रशासनिक लापरवाही: प्रखंड परिसर में अव्यवस्था और सफाई की कमी

    सड़क जर्जरता: हरपुर कराह मार्ग की खस्ता हालत और बार-बार की मरम्मती

    जनता की अपेक्षा – इस बार चाहिए जवाबदेही

    बनियापुर के मतदाताओं का कहना है कि अब वे सिर्फ वादों पर नहीं, काम पर वोट देंगे। लोगों का विश्वास है कि जो उम्मीदवार इन बुनियादी मुद्दों को हल करने की ठोस योजना लाएगा, वही उनकी पहली पसंद बनेगा। इस बार जनता ने तय कर लिया है कि वोट मुद्दों पर होगा, मंशा पर नहीं।

    बनियापुर विधानसभा

    मतदान केंद्रों की संख्या- 377
    पुरुष मतदाता -1,66,011
    महिला मतदाता - 1,49,515
    अन्य - 0
    सेवा मतदाता की संख्या- 1322
    दिव्यांग मतदाता की संख्या- 3168
    कुल-3,15,526