हाय रे शराबबंदी! छपरा में दिन भर गूंजते रहे एंबुलेंस के सायरन, कोरोना काल की तरह पोस्टमार्टम के लिए लगी लाइन
Chhapra Hooch Tragedy छपरा में जहरीली शराब पीने से लोगों के बीमार पड़ने और मौत का सिलसिला लगातार तीसरे दिन भी जारी है। अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है। कई लोगों का सरकारी तो कुछ का निजी अस्पताल में इलाज जारी है।

छपरा, जागरण संवाददाता। छपरा में जहरीली शराब का कहर लगातार तीसरे दिन भी जारी है। सस्ते दामों में शराब खरीदकर पीने से बीमार होने वाले लोगों के सदर अस्पताल आने का सिलसिला मंगलवार की शाम से शुरु हुआ तो गुरुवार को भी रुका थमा। शराब पीने के बाद गंभीर रुप से बीमार होने वाले लोग गुरुवार की दोपहर भी सदर अस्पताल पहुंचते रहे। आपातकालीन कक्ष में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक के अनुसार, मंगलवार की रात 8:30 बजे इलाज के दौरान पहले मरीज की मौत हुई। इसके बाद यहां सदर अस्पताल में सात मरीजों की मौत हुई। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सीएचसी एवं छपरा सदर अस्पताल लाने के क्रम में रास्ते में मरने वालों की संख्या 15 है। गुरुवार को दोपहर तक सदर अस्पताल में 24 मृतकों के शव का पोस्टमार्टम किया जा चुका था।
एंबुलेंस के लिए करना पड़ा रहा इंतजार
छपरा में जहरीली शराब का सेवन कर चुके लोगों में हर घंटे में एक-दो की मौत हो रही है। हालात, कोरोना महामारी जैसे हो गए हैं। सदर अस्पताल में मौत के बाद शव ले जाने के लिए एंबुलेंस मिलना भी आसान नहीं रहा। इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंच रहे मरीजों को पटना के पीएमसीएच रेफर किया जा रहा है। प्रखंडों में सीएचसी एवं पीएचसी से सदर अस्पताल रेफर किए गए मरीज को उतार कर चालक एंबुलेंस लेकर वापस लौट जा रहे हैं। ऐसे में एंबुलेंस के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है। पोस्टमार्टम कक्ष में शव के पोस्टमार्टम के लिए कक्ष से बाहर लोग इंतजार करते देखे जा रहे हैं।
शहर में गूंज रहे एंबुलेंस के सायरन
सदर अस्पताल परिसर, डाकबंगला रोड, समाहरणालय रोड, याेगिनिया कोठी रोड सहित शहर में इंट्री प्वाइंट से सदर अस्पताल पहुंचने वाले रास्ते पर दिन भर एंबुलेंस का सायरन गूंज रहा है। सीएचसी एवं पीएचसी से रेफर मरीज को लेकर छपरा सदर अस्पताल आने एवं यहां से पटना रेफर किए जाने पर पटना जा रहे एंबुलेंस सायरन बजाते शहर में दौड़ रहे हैं।
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