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    Ujiarpur vidhan sabha Seat 2025: मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का किया था वादा...कुछ पूरा, कुछ आधा

    Updated: Thu, 07 Aug 2025 03:11 PM (IST)

    Ujiarpur Assembly Seat 2025 आमजन के लिए सर्वसुलभ नहीं होने का विधायक आलोक कुमार मेहता पर आरोप लगता रहा है। इसकी वजह से लोगों में नाराजगी भी दिखती है। जहां तक सड़क बिजली पेयजल व जलनिकासी जैसी समस्याओं की बात है तो अब भी कई क्षेत्रों के लोगों को इसको लेकर शिकायत है।

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    कुछ क्षेत्रों में जरूरी सुविधाओं की कमी के कारण लोगों में नाराजगी है। सौ. स्वयं

     संजय कुमार, उजियारपुर (समस्तीपुर)। Bihar Vidhan sabha Chunav 2025/ Ujiarpur vidhan sabha Seat 2025 / Ujiarpur Assembly Seat 2025 : उजियारपुर प्रखंड की सभी 28 पंचायत, दलसिंहसराय नगर परिषद के वार्ड और इसकी 10 पंचायतों को मिलाकर 2008 में उजियारपुर विधानसभा (Ujiarpur Assembly Seat 2025) क्षेत्र बना था। चुनाव हुआ तो दुर्गा प्रसाद सिंह पहले विधायक बने। इसके बाद पिछले दो टर्म से यहां से राजद के विधायक आलोक कुमार मेहता हैं।

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    पिछले चुनाव में उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी और जलनिकासी की समस्याओं से लोगों को राहत देने का वादा किया था, परंतु आज भी वे मुंह बाए हैं। उजियारपुर प्रखंड मुख्यालय में पीएचईडी कार्यालय परिसर में जलमीनार है।

    विधानसभा क्षेत्र बनने से वर्षों पहले तक उजियारपुर मुख्यालय के आसपास और समूचे बाजार के लोगों को इससे पानी की आपूर्ति हो रही थी, परंतु आज उजियारपुर बाजार में पेयजल की व्यवस्था नहीं है। स्वास्थ्य सुविधा का हाल ठीक नहीं है।

    सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सभी तरह के मरीजों का इलाज नहीं हो पाता है। अस्पताल तो है, पर चिकित्सक की कमी है। लोग निजी अस्पतालों में जाकर इलाज करवा पाते हैं। बिजली की हालत नहीं सुधर पाई। घंटों आपूर्ति ठप रहती है। सड़कों का जीर्णोद्धार होता है और कुछ ही महीने में टूटने लगती है।

    हालांकि, अधिकांश सड़कों की हालत पहले से सुधरी है। क्षेत्र से गुजरने वाली नदियों में गंदगी है। चंदौली, महिसारी आदि गांवों से जलनिकासी की व्यवस्था नहीं हो पाई। सबसे अहम तो यह है कि उजियारपुर प्रखंड और अंचल कार्यालय भवन धराशायी हुए 40 वर्ष बीत गए, लेकिन इसका भवन नहीं बना। यह अलग-अलग योजनाओं से बने सामुदायिक भवन, जीविका भवन आदि में संचालित होता है। मवेशियों के इलाज की व्यवस्था नहीं है। अस्पताल में दवाओं की हमेशा किल्लत रहती है।

    विकास के जो कार्य हुए

    • विधायक की ओर से मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़कों का निर्माण और जीर्णोद्धार कराया गया।
    • भगवानपुर देसुआ सहित कई गांवों में पुस्तकालय भवन बने।
    • लोहागीर के क्षतिग्रस्त पुल का पुनर्निर्माण।
    • विद्यालयों में छात्रों को बैठने की व्यवस्था।
    • गांव-गांव सभा मंच, मालती में जननायक कर्पूरी द्वार का निर्माण।

    नहीं पूरे हुए लोगों के सपने

    • किसानों के लिए गांवों में नलकूपों की सुविधा नहीं।
    • प्रत्येक टोलों के सड़कों का पक्कीकरण नहीं।
    • देवखाल झील और पांडव स्थान का पर्यटन के रूप में विकास के सपने अधूरे रह गए।

    विधानसभा क्षेत्र : एकनजर में

    कुल मतदाता 2,00,731
    पुरुष 1,07,525
    महिला 93,205
    थर्ड जेंडर 1

    लोगों ने कहा

    विधानसभा चुनाव की चर्चा गलियों तक शुरू हो गई है। आलोक कुमार मेहता विगत 10 वर्षों से विधायक हैं। इतने वर्षों के बाद क्षेत्र में कम आना और जनता के बीच समय नहीं देना यह खेदजनक है। प्रखंड कार्यालय का ध्वस्त भवन क्षेत्र के विकास की कहानी सुना रहा है।

    अनिल कुमार, रामपुर एकशिला

    उजियारपुर बाजार के व्यवसायियों के लिए पेयजल की घोर संकट से निजात विधायक नहीं दिला पाए। वैसे विधायक ने विभिन्न गांवों की सड़कों का निर्माण कराया है। विभिन्न विद्यालयों में भवन तथा छात्रों को बैठने की सुविधा दी है। जगह-जगह चबूतरा का निर्माण कराया है।

    सूर्य नारायण सिंह, सूरजपुर

    विधायक जनता की अपेक्षा पर खड़े नहीं उतर पाए हैं। लोगों से उनका मिलना-जुलना बहुत कम होता है। इससे लोग अपनी समस्या उन तक नहीं पहुंचा पाते हैं। क्षेत्र का विकास जिस गति से होना चाहिए नहीं हो पाया। सड़कें बनती हैं और कुछ ही समय में टूटने लगती हैं। फिर इसकी सुध लेने विधायक नहीं आते हैं।

    अजबलाल राय, विरनामा

    विधायक ने मिडिल स्कूल मुरियारो में एक कमरा निर्माण कराया है। पुस्तकालय की स्वीकृति भी मिली है। कुछ सड़कें भी बनी हैं। डढ़िया असाधर वार्ड तीन में रामजानकी मंदिर, शिवमंदिर एवं स्वास्थ्य उपकेंद्र तक आने के लिए बांध से सीढ़ी निर्माण की मांग की गई है। इसके अतिरिक्त और भी कुछ समस्याएं हैं।

    अरुण पांडेय, डढ़िया मुरियारो

    विकास कार्यों में भ्रष्टाचार

    पिछले 10 वर्षों में उजियारपुर में क्या हुआ है, आप भी देख सकते हैं। जनता अपने विधायक से मिलने के लिए तरसती रहती है। कभी-कभार ही उन्हें अपने जनप्रतिनिधि से मिलने का मौका मिलता है। जलनिकासी की समस्या आजतक है। किसानों को खुशहाल बनाने के लिए वर्तमान विधायक द्वारा आज तक कुछ भी नहीं किया गया। वर्तमान विधायक के कार्यकाल में उनके निजी कोष से होने वाले विकास कार्यों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।

    प्रो. शील कुमार राय, प्रतिद्वंद्वी

    विकास के लिए सदा सक्रिय

    क्षेत्र के विकास के प्रति हमेशा सक्रिय रहता हूं। विद्यालयों में लगभग 80 कमरे, 25 पुस्तकालय भवन, 104 जगहों पर चबूतरा निर्माण और करीब 277 छोटी-बड़ी सड़कों का पक्कीकरण किया है। मेरे स्तर से और भी कई विकास कार्य कराए गए हैं। जहां तक जनता से मुलाकात की बात है तो उनके सभी सुख-दुख में साथ खड़ा रहा हूं। जनता का प्यार और आशीर्वाद मिलता रहा है। मैं आगे भी जनता की सेवा में गुणात्मक ऊर्जा के साथ खड़ा रहूंगा।

    आलोक कुमार मेहता, विधायक