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    लोगों में नही रहा कोराना का डर, बगैर मास्क घूम रहें आमजन

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 17 Dec 2021 12:05 AM (IST)

    समस्तीपुर। एक ओर ओमिक्रोन जैसे कोरोना के नए वेरिएंट के दस्तक से पूरा देश चितित हैं वही आमलोग पूरी तरह लापरवाह बने हुए हैं।

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    लोगों में नही रहा कोराना का डर, बगैर मास्क घूम रहें आमजन

    समस्तीपुर। एक ओर ओमिक्रोन जैसे कोरोना के नए वेरिएंट के दस्तक से पूरा देश चितित हैं, वही आमलोग पूरी तरह लापरवाह बने हुए हैं। मोहिउदीननगर में तो और भी ज्यादा लापरवाही दिख रही है। बगैर मास्क के ही आमजन से लेकर राहगीर तक सड़क से लेकर हाट बाजार तक घूमते नजर आ रहे है। उन्हें न तो कोरोना से कोई डर है और न हीं इसको लेकर कोई चिता। प्रशासनिक महकमा भी इसको लेकर कोई सक्रियता नही दिखा रहीं है। जबकि कोरोना गाइडलाइन का खुला उल्लघंन हो रहा है। वाहन चेकिग तो पुलिस प्रतिदिन करती है लेकिन खूद मास्क नहीं लगाती है। बगैर मास्क के ही लोगों से जुर्माना वसूल करती है। सरकारी कार्यालयों में भी कोराना गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है। यहां तक कि नियम का पालन कराने वाले साहेब भी बगैर मास्क के ही नजर आ रहे हैं। दैनिक जागरण की टीम ने गुरुवार को मदुदाबाद चौक, मोहिउद्दीननगर बाजार, प्रखंड परिसर और कार्यालय के साथ ही सार्वजनिक स्थलों का मुआयना किया। स्थिति यह थी कि एक भी व्यक्ति मास्क लगाए हुए नही दिखा। बिना मास्क के ही आवाजाही की जा रही थी। दुकानों से खरीदारी की जा रही थी। प्रखंड परिसर में प्रदर्शन कर रहे लोगों में एक भी मास्क नहीं लगाए हुए थे। इतना ही नहीं वहां पर मौजूद पुलिसकर्मी भी बगैर मास्क के ही दिखे। अंचल कार्यालय में कुछ कर्मी बैठकर अपना काम निपटा रहे थे लेकिन किसी के पास भी मास्क नहीं था। लोगों से जब पूछा गया तो जबाब सुनकर आप चौंक जाएंगे। कहा- कोरोना आएगा तो मास्क लगा लेंगे।

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    कोरोना वायरस के संक्रमण को लोग गए हैं भूल

    वारिसनगर,संस : एक तरफ जहां कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक ने सरकार के माथे पर बल ला दिया है, वहीं आमजन की बात करें तो वे इससे पूरी तरह बेपरहवा हैं। कोविड- 19 को भी अब समाप्त समझ रहे हैं। बचाव के सभी आवश्यक सुरक्षा मापदंड को पूरी तरह भूल चुके हैं। यह स्थिति प्राय: प्रखंड के सभी कार्यालयों सहित आमजनों में देखने को मिल रहा है। हालांकि इस परिस्थिति में भी कुछ मापदंड के पालन करने का अनुभव स्वास्थ्य विभाग में हीं देखा जाता है। यहां के सामान्यत: ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मी मास्क व फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए अपने काम का निपटारा तो करते हैं, परंतु उनसे अपने स्वास्थ्य की जांच कराने आए लोग यह देखकर भी अपने दायित्व का पालन करना मुनासीब नही समझते हैं। कुछ ऐसा हीं नजारा गुरुवार को कोरोना जांच स्थल पर देखने को मिला । प्रखंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय शेखोपुर में कोरोना जांच के लिए शिविर का आयोजन किया गया था। वहां पहुंचने पर तो स्वास्थ्य कर्मी तो सुरक्षा मानक का पालन करते पाए गए, परंतु देश के नौनिहाल छात्र-छात्राओं को मास्क के उपयोग करने के दिशा-निर्देश का पालन करते भी नही पाया गया। जबकि सभी छात्र-छात्राओं के बीच सरकारी स्तर पर मुफ्त में मास्क का भी वितरण किया गया था। अब कोरोना के इस नए वेरिएंट ओमिक्रोन से क्या एक अकेला स्वास्थ्य विभाग को लड़ाई लड़ना या आमजन को भी, यह एक यक्ष प्रश्न है। इसके लिए जागरुकता फैलाना बहुत जरूरी है।