NDA और महागठबंधन की जीती हुई सीट पर प्रत्याशियों की लंबी लिस्ट, चुनाव से पहले बढ़ेगी टेंशन!
समस्तीपुर जिले में 2020 के चुनाव में राजग और राजद गठबंधन ने बराबर सीटें जीतीं। समस्तीपुर में राजद जीता जदयू दूसरे स्थान पर रहा। उजियारपुर में भी राजद ने जीत हासिल की। विभूतिपुर में माकपा जीती। हसनपुर में तेज प्रताप यादव विजयी रहे। कई सीटों पर राजग और राजद के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है।

मुकेश कुमार, समस्तीपुर। दस विधानसभा वाले समस्तीपुर जिले में 2020 के चुनाव में राजग और राजद गठबंधन ने पांच-पांच सीटों पर निर्वाचित होकर आधे-आधे की हिस्सेदारी बरकरार की।
तीन पर जदयू, दो पर भाजपा, चार पर राजद और एक पर माकपा का कब्जा रहा। इसमें समस्तीपुर विधानसभा से राजद प्रत्याशी ने जीत हासिल की तो जदयू प्रत्याशी अश्वमेघ देवी रनर रहीं।
उजियारपुर सीट से भी राजद प्रत्याशी आलोक कुमार मेहता चुनाव जीते तो भाजपा प्रत्याशी प्रो. शील कुमार राय को मुंह की खानी पड़ी।
विभूतिपुर सीट पर माकपा ने अपना लाल झंडा लहराया और जदयू प्रत्याशी रामबालक सिंह पराजित हो गए। अभी रामबालक सिंह जदयू से निष्कासित हैं। इस कारण यहां से राजग प्रत्याशियों को लेकर उहापोह की स्थिति है। राजीव रंजन, अरविंद कुशवाहा सहित कई लोग क्षेत्र में सक्रिय हैं।
मोरवा विधानसभा सीट से राजद प्रत्याशी रणविजय साहू ने अपनी जीत दर्ज की तो जदयू के विद्या सागर निषाद रनर रहे। यहां से जदयू के विद्यासागर निषाद के अलावा लोजपा के अभय सिंह, भाजपा के वैद्यनाथ सहनी भी अपनी-अपनी दावेदारी को लेकर लगातार बैटिंग कर रहे हैं।
हसनपुर विधानसभा सीट से राजद की ओर से तेज प्रताप यादव विजयी हुए तो जदयू के राजकुमार राय रनर बने। पिछली बार जहां-जहां भी जदयू या भाजपा रनर रही उस सीट पर सर्वाधिक दावेदारी राजग प्रत्याशियों के बीच है। इन सीटों से एनडीए के कई उम्मीदवार चुनावी मैदान में सक्रिय हैं।
विभूतिपुर सीट से 2020 के चुनाव में जदयू प्रत्याशी रहे रामबालक सिंह को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। ऐसे में लोजपा एवं जदयू प्रत्याशी की इस सीट पर नजर है।
सबसे बुरा हाल उजियारपुर सीट का है। यहां अभी से भाजपा के चार-चार प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें पिछले विधानसभा चुनाव के रनर रहे प्रो. शील कुमार राय, उपेंद्र कुशवाहा एवं कमलकांत राय सर्वाधिक सक्रिय हैं।
मोरवा सीट पर भी पिछली बार जदयू रनर ही थी। इस कारण यहां भी प्रत्याशियों की होड़ है। अभी तक यहां से जदयू, लोजपा और भाजपा कार्यकर्ताओं की सक्रियता है। हसनपुर सीट से राजग प्रत्याशियों में कोई उहापोह नहीं है, लेकिन राजद प्रत्याशियों में जिच कायम है।
तेज प्रताप की गद्दी के दावेदारों की यहां लंबी लिस्ट है। यहां से सुनील कुमार पुष्पम, रामनारायण मंडल, ललन यादव काफी सक्रिय हैं। रोसड़ा सुरक्षित और मोहिउद्दीनगर विधानसभा सीट पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों की सक्रियता है।
मोहिउद्दीनगर से कांग्रेस, राजद और माकपा भी आस लगाए हैं। यहां से राजद के उम्मीदवारों की बात करें तो इज्या यादव, पूर्व प्रमुख जवाहर राय एवं विद्यासागर अपनी तरफ से एड़ी चोटी एक किये हुए हैं।
वारिसनगर सीट से भी राजद, कांग्रेस और माले प्रत्याशी अपनी-अपनी राह देख रहे हैं। कल्याणपुर सुरक्षित सीट पर लोजपा पारस गुट और भाकपा माले को आस है। सरायरंजन सीट पर मंत्री विजय चौधरी के मुकाबले राजद और वीआईपी प्रत्याशी ताल ठोंक रहे हैं।
कुछ ऐसा ही हाल समस्तीपुर विधानसभा का है। यहां से रनर रही जदयू की अश्वमेध देवी टिकट को लेकर आश्वस्त है। वहीं, जदयू से ही शकुंतला वर्मा, उदय शंकर सिंह, डॉ. आशुतोष कुमार उर्फ पिंकू यादव भी मैदान में हैं।
पिंकू बताते हैं कि यादव सवर्ण और अल्पसंख्यक बाहुल्य इस विधानसभा क्षेत्र में कोई यादव उम्मीदवार ही राजद उम्मीदवार को परास्त कर सकता है। भाजपा से इस विधानसभा से मनोज कुमार गुप्ता और रामसुमरन सिंह भी अपनी दावेदारी दे रहे हैं।
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