Samastipur Weather News: तीन दिनों बाद तापमान में होगी और वृद्धि, हीट वेव की संभावना
Samastipur Weather News डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले 19 मई तक उत्तर बिहार के जिलों में आसमान में हल्के बादल देखे जा सकते हैं। इस अवधि में मौसम के शुष्क रहने की संभावना है। वहीं अधिकतम तापमान 39-41 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। न्यूनतम तापमान 26-28 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रह सकता है।
संवाद सूत्र, समस्तीपुर। उत्तर बिहार में तापमान में हल्की वृद्धि के साथ-साथ मौसम साफ रहने की संभावना है। कई क्षेत्र में हल्के बादल आ सकते हैं। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 19 मई तक उत्तर बिहार के जिलों में आसमान में हल्के बादल देखे जा सकते हैं। इस अवधि में मौसम के शुष्क रहने की संभावना है। वहीं, अधिकतम तापमान 39-41 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।
न्यूनतम तापमान 26-28 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रह सकता है। तीन दिनों के बाद तापमान में और वृद्धि होगी। इस कारण हीट वेव जैसी स्थिति बन सकती है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 60 से 65 प्रतिशत तथा दोपहर में 30 से 35 प्रतिशत रहने की संभावना है। पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 11 से 15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से पुरबा हवा चलने का अनुमान है।
समसामयिक सुझाव
पूर्वानुमानित अवधि में मौसम के शुष्क रहने की संभावना है। वैसे किसान जिन्होंने अभी तक मक्का तथा अरहर की दौनी नहीं कर पाए वैसे किसान अविलंब दौनी का कार्य संपन्न करके दानों को सुखाकर सुरक्षित स्थानों पर भंडारित करें।
पूर्व में उत्तर बिहार के जिलों में वर्षा हुई है, इस कारण खेतों में पर्याप्त नमी आ गई है। किसान इसका फायदा उठाते हुए मक्का, ज्वार, बाजरा तथा लोबिया की बुआई करें। हरी खाद के लिए सनई और दैचा की बुआई कर सकते हैं।
जिन किसान भाई का खेत खाली है तथा वे खरीफ धान की नर्सरी समय से लगाना चाहते है वैसे किसान खेत की तैयारी शुरू कर दें। स्वस्थ पौध के लिए र्नसरी में सड़ी हुई गोबर की खाद का व्यवहार करें। एक हेक्टेयर क्षेत्रफल में रोपाई के लिए 800-1000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बीज गिरावें।
नर्सरी में क्यारी की चौड़ाई 1.25-1.5 मीटर तथा लंबाई सुविधा अनुसार रखें। बीज की व्यवस्था प्रमाणित स्त्रोत से करें। देर से पकने वाली किस्मों की नर्सरी 25 मई से लगा सकते है।
खरीफ मक्का की बुआई के लिए खेत की तैयारी करें। खेत की जुताई में 10 से 15 टन गोबर की सड़ी खाद प्रति हेक्टेयर की दर से व्यवहार करे। उत्तर विहार के लिए अनुशंसित मक्का की गिरने जैसे सुआन, देवकी, शक्तिमान 1. शक्तिमान 2 राजेन्द्र संकर मक्का-3, गंगा-11 है। खरीफ मक्का की बुआई 25 मई से करें।
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