समस्तीपुर के रोसड़ा में मुआवजे के आश्वासन ने खोला रास्ता, एसएच-55 पर घंटों परेशान रहे लोग
समस्तीपुर जिले के रोसड़ा में एसएच-55 पर सड़क निर्माण के मुआवजे में देरी के कारण लोगों ने जाम लगा दिया। स्थानीय प्रशासन द्वारा जल्द मुआवजा देने के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने जाम हटा लिया, जिससे यातायात सामान्य हो गया और लोगों को राहत मिली।

सड़क हादसे की सूचना पर रोती-बिलखतीं महिलाएं। जागरण
संवाद सहयोगी, रोसडा (समस्तीपुर)। सड़क हादसे में शनिवार की रात युवक की मौत के बाद रोसड़ा समस्तीपुर पथ एसएच-55 घंटों जाम रहा। मौके पर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर लाल बाबू कुमार द्वारा कारवाई के साथ उचित मुआवजा का आश्वासन के पश्चात शांत हुए लोगों ने जाम हटाया। तत्पश्चात पुलिस ने मृतक के शव को कब्जा में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
अतिव्यस्ततम सड़क पर लगातार दो घंटा जाम रहने के कारण घटनास्थल के दोनों ओर छोटे-बड़े वाहनो की कतार लगी रही। बताते चलें कि शहर के बड़ी दुर्गा स्थान चौराहा के निकट तेज रफ्तार वाहन की ठोकर लगने से साइकिल सवार युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान शहर के महादेव मठ निवासी स्व. राजो प्रधान का पुत्र चंदन कुमार के रूप में हुई थी। वह सिनेमा चौक से अपने घर लौट रहा था। घर से महज डेढ़-दो सौ मीटर पूर्व ही वह तेज रफ्तार की चपेट में आ गया था।
हालांकि ठोकर मारने वाली वाहन की पहचान नहीं हो सका थी। अधिकांश लोग तेज रफ्तार पिकअप अथवा ट्रक से ठोकर लगने की आशंका जता रहे थे। थानाध्यक्ष ने सीसीटीवी खंगालने तथा छान बीन कर फरार हुए वाहन की शिनाख्त कर कारवाई का आश्वासन दिया। इधर पोस्टमार्टम के पश्चात रविवार को चंदन का शव उसके घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। दोपहर बाद बुढ़ी गंडक के तट पर अंतिम संस्कार के बीच 7 वर्षीय पुत्र द्वारा मुखाग्नि देते ही सभी की आंखें नम हो गई थी।
युवा में विधवा बनी मनीषा,तीन अबोध के माथे से उठा पिता का साया
चंदन की मौत से परिवार पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा। युवा में ही विधवा बनी 25 वर्षीय मनीषा की चीत्कार रुकने का नाम नहीं ले रही है। राजा हो राजा आब केना कटतइ जीवन हो राजा की रट लगाए वह बेसुध हो गई थी। पति की मौत के बाद उसे अपने साथ साथ तीनों अबोध बच्चों के भरण पोषण की चिंता सताने लगी है।
कपड़ा दुकान में नौकड़ी कर चंदन अपने परिवार का भरण पोषण करता था। अचानक हादसे का शिकार होने से पत्नी व बच्चों के समक्ष रोजी रोटी की समस्या अवश्य उत्पन्न हो गई है। घटना स्थल पर भी जुटे लोग गरीब परिवार को समुचित मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। मौके पर पदाधिकारी द्वारा मुआवजा का आश्वासन भी दिया गया है। स्थानीय वार्ड पार्षद लक्ष्मण पासवान एवं अन्य गणमान्य लोगो ने भी उचित मुआवजा देने के साथ साथ सभी प्रकार की सरकारी सुविधा मुहैया कराने की मांग की है।
तेज रफ्तार ने महज 6 दिनों में 5 किशोर-युवाओं की ली जान
लगातार हो रहे सड़क हादसे व दुर्घटनाओं के बावजूद रफ्तार पर ब्रेक लगाने की ओर प्रशासन पूर्णतया उदासीन है। महज 6 दिनों में तीन सड़क दुर्घटना में पांच किशोर युवाओं को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।
गति सीमा निर्धारित नहीं रहने तथा शहरी क्षेत्र में चरमरायी यातायात व्यवस्था भी इसका एक अहम कारण माना जा रहा है। बताते चलें कि विगत 17 नवंबर को रोसड़ा हथौड़ी पथ पर शहर से सटे कलवारा के निकट सडक हादसे में दो चचेरे भाई समेत तीन युवकों की मौत हो गई थी।
इसमें खानपुर थाना अंतर्गत हसनपुर पंचायत के फतेपुर कालोनी निवासी हीरा पासवान का पुत्र अभिषेक कुमार (20 वर्ष) एवं राजेश पासवान का पुत्र शिवम कुमार (16 वर्ष) तथा रोसड़ा थाना के मुरादपुर निवासी फुलदेव झा का पुत्र है नवोनाथ झा (17 वर्ष) शामिल थे। वहीं दो दिन बाद 20 नवंबर को भिरहा स्थित सेंट्रल बैंक के सामने अज्ञात वाहन की ठोकर से बाईक सवार युवक की मौत हो गया था। उसकी पहचान बेगुसराय जिला के दौलतपुर निवासी अशर्फी पासवान का पुत्र राकेश कुमार के रूप में हुई थी।
और ठीक उसके दूसरे दिन 22 नवंबर को शहर के बड़ी दुर्गा स्थान चौराहा पर रफ्तार की चपेट में आकर महादेवमठ निवासी युवक चंदन की मौत हो गई। रोसड़ावासियों ने रफ्तार पर रोक लगाने तथा यातायात व्यवस्था को सुचारू करने की मांग प्रशासन से है।

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