Samastipur News: धान की खरीदारी शुरू, तैयार फसल व्यापारी को बेच रहे किसान
Samastipur News: समस्तीपुर जिले में धान की खरीदारी शुरू हो गई है, लेकिन कई पैक्सों द्वारा खरीद शुरू नहीं होने से किसान औने-पौने दामों पर व्यापारियों को धान बेचने को मजबूर हैं। सहकारिता विभाग ने 1 नवंबर से खरीद शुरू की है, लेकिन अब तक केवल कुछ ही किसानों से धान खरीदा गया है। किसान सही कीमत न मिलने से परेशान हैं और प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

Samastipur News: यह तस्वीर जागरण आर्काइव से ली गई है।
जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। Samastipur News: सरकारी महकमे की चुनावी कार्य में व्यस्ततता के बीच जिले में धान खरीद की शुरुआत हो गई है। हालांकि कई पैक्सों ने अभी तक धान की खरीद शुरू नहीं की है।
सहकारिता विभाग ने 1 नवंबर से धान खरीद की शुरुआत कर दी है। सभी पैक्सों द्वारा खरीदारी नहीं शुरू किए जाने से किसान अपने तैयार माल को औने-पौने दाम पर व्यापारी के हाथों बेचने को विवश हैं।
बताया गया कि जिले में अब तक 2299 किसानों ने अपनी धान पैक्स को देने के लिए अपना आवेदन किया है। लेकिन, अब तक महज 21 किसानों से ही धान की खरीदारी संभव हो सकी है।
इन किसानों से विभाग ने 40 एमटी की खरीद की है। विभाग के अनुसार जिले में ससमय धान की खरीदारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए 163 पैक्स और 7 व्यापार मंडल को चिह्नित किया गया है।
इन सभी को एक-एक लाट का सीसी भी दिया गया है, ताकि सुलभता से धान की खरीद हो सके।
किसान परेशान, हो रहा नुकसान
धान की खरीदारी नहीं होने से किसान परेशान है। उसे सही कीमत नहीं मिल रहा। बाजार में व्यापारी उन्हें सरकारी कीमत से 7-8 सौ रूपये कम दे रहे।
किसान सरकारी स्तर पर धान की खरीदारी शुरू नहीं होने से इन व्यापारियों को धान देने को विवश हैं। बताया गया कि इस बार चुनाव की वजह से अब तक बाहरी व्यापारी की भी कमी है।
उनके अब तक नहीं आने से बाजार के दाम में वृद्धि नहीं दर्ज की जा रही। स्थानीय व्यापारी ही अभी धान की खरीदारी कर रहे। किसानों ने जिला प्रशासन से इस दिशा में आवश्यक कदम उठाए जाने की मांग की है।
सरकारी स्तर पर धान की खरीदारी शुरू हो चुकी है। इसके लिए 163 पैक्स और 7 व्यापार मंडल को चिन्हित किया गया है। इन सभी को साढ़े दस-दस लाख की सीसी भी दिया गया है, ताकि सुलभता से धान की खरीद हो सके। जहां खरीदारी शुरू नहीं हुई है उन जगहों पर जल्द ही खरीद शुरू कराई जाएगी।
अनिल कुमार गुप्ता, जिला सहकारिता पदाधिकारी

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