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    Samastipur News : नवजात के लिए राज्य के 115 अस्पतालों में एनबीएसयू, यहां होगा बेहतर इलाज

    By Prakash Kumar Edited By: Dharmendra Singh
    Updated: Mon, 01 Dec 2025 06:16 PM (IST)

    समस्तीपुर जिले में नवजात शिशुओं के इलाज के लिए राज्य सरकार ने 115 अस्पतालों में एनबीएसयू की स्थापना की है। इन इकाइयों में शिशुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी, जिनमें वार्मर और फोटोथेरेपी यूनिट शामिल हैं। प्रशिक्षित चिकित्सक और नर्सें 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे, जिससे नवजात शिशुओं की मृत्यु दर कम करने में मदद मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग को जागरूकता अभियान चलाने की सलाह दी गई है।

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    इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है। 

    प्रकाश कुमार, समस्तीपुर । राज्य के 115 अस्पतालों में नवजात स्थिरीकरण इकाई (एनबीएसयू) खुलेंगी। इसमें प्रीमेच्योर, कम वजन, सांस की समस्या, पीलिया या डायरिया ग्रस्त शिशुओं का इलाज होगा। राज्य स्वास्थ्य समिति के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी (शिशु स्वास्थ्य) डा. विजय प्रकाश राय ने इकाई स्थापना एवं संचालन के लिए जिलों में पत्र भेजा है।

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    यहां नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए रेडिएंट वार्मर, सक्शन मशीन, फोटो थेरेपी, आक्सीजन सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने को यह पहल की गई है। बिहार में शिशु मृत्यु दर काफी हद तक कम हुआ है। लेकिन कुल बच्चों की मौत में नवजात शिशुओं की मृत्यु का योगदान अभी भी ज्यादा है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में नवजात मृत्यु दर प्रति एक हजार पर 18 है, जबकि 12 होनी चाहिए। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2019-20 की रिपोर्ट में मृत्यु दर 24 थी।

    सालाना 50 हजार का बजट

    वर्ष 2024-25 में प्रीमेच्योर, कम वजन एवं दम घुटने के कारण लगभग 73 प्रतिशत नवजात की मौत जन्म के एक सप्ताह के अंदर हुई है। इसके समाधान को भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एनबीएसयू स्थापना का अनुमोदन दिया है। अस्पताल में प्रसव एवं मातृत्व रोगी वार्ड के नजदीक ही इसकी स्थापना होनी है। इसके संचालन के लिए सालाना 50 हजार का बजट निर्धारित किया गया है।

    ये होंगी सुविधाएं

    मैनुअल स्तन पंप, नवजात आक्सीजन फेस मास्क, स्लाइन सेट, यूरिन बैग, मास्क के अलावा जरूरी दवा होंगे उपलब्ध। एनबीएसयू स्थापित करने के लिए ट्राइएज एरिया, नर्सिंग स्टेशन, फायर फाइटिंग सिस्टम, चिकित्सकीय उपकरण, सही तापमान की व्यवस्था, वेंटिलेशन, बायो मेडिकल वेस्ट का उचित प्रबंधन की व्यवस्था की जानी है।

    उत्तर बिहार के 41 अस्पतालों में खुलेगा केंद्र

    समस्तीपुर जिले में अनुमंडलीय अस्पताल पटोरी, रेफरल अस्पताल ताजपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हसनपुर, सिंघिया, उजियारपुर में केंद्र बनना है। पूर्वी चंपारण में अनुमंडलीय अस्पताल रक्सौल, अरेराज, चकिया, रेफरल अस्पताल ढ़ाका, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुगौली, केसरिया, अदापुर, घोड़ासाहन तो पश्चिमी चंपारण के अनुमंडलीय अस्पताल नरकटियागंज, रेफरल अस्पताल लौरिया, गौनहा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौतन शामिल है। दरभंगा में अनुमंडलीय अस्पताल बेनीपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहेरी, सिंघवारा, कौतिरानवे।

    मधुबनी जिले में अनुमंडलीय अस्पताल बेनीपट्टी, जयनगर, फुलपरास, रेफरल अस्पताल मधेपुर, पंडौल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लौकहा, बिस्फी, अंधराठाढ़ी, हरलाखी है। मुजफ्फरपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र साहेबगंज, मीनापुर, कुढ़नी, पारू, गायघाट, औराई में बनाया जाना है। सीतामढ़ी में अनुमंडलीय अस्पताल पुपरी, बेलसंड, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा, परिहार और शिवहर में रेफरल अस्पताल तरियानी छपरा शामिल है।

    इन जिलों के अस्पताल चयनित

    पटना में अनुमंडलीय अस्पताल मसौढ़ी, रेफरल अस्पताल बिहटा, मोकामा, पालीगंज, नौबतपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बख्तियारपुर, अररिया जिले में रेफरल अस्पताल रानीगंज, जोकीहाट, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकटी, औरंगाबाद में रेफरल अस्पताल कुटुंबा, नबीनगर, हसपुरा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रफीगंज, बांका जिले में रेफरल अस्पताल बाउंसही, कटोरिया, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ढ़ोरिया, बरहट, बेगूसराय जिले में अनुमंडलीय अस्पताल तेघरा, रेफरल अस्पताल मटिहानी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बछवाड़ा, भागलपुर जिले में अनुमंडलीय अस्पताल कहलगांव, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जगदीशपुर, रेफरल अस्पताल सुल्तानगंज, नाथनगर, भोजपुर जिले में रेफरल अस्पताल शाहपुर, गया जिले में जय प्रकाश नारायण सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल टेकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोधगया, खिजसराय, बाराचट्टी, मानपुर, गोपालगंज जिला में रेफर अस्पताल भोरे, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैकुंठपुर, कैमूर जिले में अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया, कटिहार जिले में अनुमंडलीय अस्पताल मनिहारी, रेफरल अस्पताल बरारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फलका, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रानपुर, खगड़िया जिला में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अलौली, किशनगंज जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहादुरगंज, लखीसराय जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरजगढ़, मधेपुरा जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आलमनगर, मुरलीगंज, मुंगेर जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हवेली खड़गपुर, नालंदा जिले में रेफरल अस्पताल कल्याण बिगहा, अस्थावन, इस्लामपुर, चांदी, नवादा जिले में रेफरल अस्पताल वारसलीगंज, कौआकोल, पूर्णिया जिले में रेफरल अस्पताल रुपौली, अमौर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसबा, भवानीपुर, बाइसा, रोहतास जिले में अनुमंडलीय अस्पताल डेहरी, रेफरल अस्पताल नसारीगंज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चेनारी, सहरसा जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महिषी, नौहट्टा, सारण जिले में रेफरल अस्पताल मरुराहा, बनियापुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दरियापुर, मांझी, मशरख, सिवान जिले में रेफरल अस्प्ताल मैरवा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरहरिया, सुपौल जिले में अनुमंडलीय अस्पताल बीरपुर, निर्मली, रेफरल अस्पताल त्रिवेणीगंज, वैशाली जिले में अनुमंडलीय अस्पताल महनार, रेफरल अस्पताल लालगंज, खाजेचांद छपरा शामिल है।


    एनबीएसयू संचालन के निर्देश मिले हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत मातृ एवं शिशु मृत्यु में कमी लाने का प्रयास किया जा रहा है।
    डा. एसके चौधरी,
    सिविल सर्जन, समस्तीपुर।