जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। बिहार राज्य अनुरक्षक संघ की जिला कमिटी के आह्वान पर शनिवार को नल-जल योजना के चयनित अनुरक्षकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर समाहरणालय पर प्रदर्शन किया। इससे पूर्व आंदोलनकारी चीनी मिल चौक से जुलूस की शक्ल में शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए समाहरणालय पहुंचे और सभा की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जितेन्द्र कुमार कुशवाहा ने की। संचालन विष्णुदेव महतो ने किया। सभा में वक्ताओं ने कहा कि पंचायती राज विभाग से चयनित अनुरक्षक को नगर निगम में यथावत रखा जाए।
साथ ही वार्ड पार्षदों द्वारा चयनित अनुरक्षकों की चाबी छीनने और ताला तोड़कर पानी टंकी चलवाने की कार्रवाई पर रोक लगाई जाए। उन्होंने मांग की कि नल-जल योजना में चयनित पम्प ऑपरेटरों को बकाया मानदेय का भुगतान किया जाए और सभी को नियमित कर सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।
इसके अलावा, भुगतान सीधे उनके व्यक्तिगत बैंक खाते में करने और ठेका प्रथा समाप्त करने की मांग भी प्रमुखता से उठाई गई। माले जिला स्थायी समिति के सदस्य सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार नौकरी देने के बजाय नौकरी छीन रही है।
बड़ी संख्या में युवाओं को बिना कारण बताए बर्खास्त किया जा रहा है और उनकी समस्याओं को सुनने की बजाय सरकार दमन पर उतारू है। संघ के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार कुशवाहा ने कहा कि बिहार के नौजवानों में गहरा असंतोष है।
शिक्षक, 112 सिपाही, जल मित्र और नल-जल अनुरक्षकों सहित विभिन्न वर्गों की समस्याओं को सरकार अनसुना कर रही है, जो चिंताजनक है।
सभा को अशोक झा, राजा बाबू, रामप्रसाद महतो, दिलीप कुमार कुंवर, अजय कुमार पासवान, मुकेश कुमार महतो, अंजय सिंह, बिजली राम, मोहम्मद सबीर, शंकर पासवान, राजेश्वर प्रसाद सिंह, नरेन्द्र कुमार नागमणि, सुमन कुमार, विनोद कुमार, मनोज दास, मोहम्मद कलाम, जयप्रकाश सोनू, दीपक ठाकुर, रामबाबू पण्डित समेत कई नेताओं ने भी संबोधित किया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।