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    पटना-पूर्णिया का सफर होगा आसान, ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे को मिला 'NE' का दर्जा; 3 शहरों की बदलेगी सूरत

    Updated: Tue, 19 Aug 2025 07:06 PM (IST)

    समस्तीपुर जिले से गुजरने वाले ग्रीनफील्ड पटना पूर्णिया एक्सप्रेस-वे को राष्ट्रीय एक्सप्रेस-वे का दर्जा मिला। अब यह परियोजना केंद्र सरकार के अधीन होगी ...और पढ़ें

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    पटना पूर्णिया एक्सप्रेस-वे अब होगा राष्ट्रीय एक्सप्रेस-वे 9

    जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। जिले से होकर गुजरने वाली एनएचएआई के ग्रीनफील्ड पटना पूर्णिया एक्सप्रेस-वे को अब राष्ट्रीय एक्सप्रेस-वे का दर्जा मिल गया है। अब यह परियोजना पूरी तरह से केंद्र सरकार के अधीन होगी। सड़क निर्माण कार्य में तेजी के साथ ही जल्द निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।

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    मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने एनएचएआई के अनुरोध पर इस परियोजना को मंजूरी दी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इस महत्वपूर्ण परियोजना को राष्ट्रीय एक्सप्रेस-वे-9 (National Expressway-9) घोषित किया है। यह बिहार का पहला ऐसा एक्सप्रेस-वे होगा, जो पूरी तरह से राज्य की सीमा के भीतर बनेगा।

    राज्य सरकार ने केंद्र से जल्द निविदा प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध किया है, ताकि इसी साल निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। इससे जिलेवासियों का पटना और पूर्णिया का सफर आसान होने वाला है। इस सड़क से पटना जाने में जहां डेढ़ घंटे से भी कम का समय लगेगा। वहीं, पूर्णिया का सफर भी सुलभ होगा।

    वित्तीय मंजूरी का इंतजार:

    परियोजना को अब वित्तीय मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। बताया गया कि 500 करोड़ रुपये से अधिक की इस परियोजना को पीपीपीएसी समिति को भेजा जाएगा। जहां अगले 15 दिनों में इसे वित्तीय मंजूरी मिल जाएगी।

    इसके निर्माण में एजेंसी का 60 प्रतिशत खर्च होगा, जबकि 40 प्रतिशत केंद्र सरकार वहन करेगी। निर्माण एजेंसी ही सड़क पर अगले 15 वर्ष तक टाल की वसूली करेंगी। साथ ही सड़क की देखरेख भी उसके ही जिम्मे होगी।

    मोरवा से होगा प्रवेश, सरायरंजन व उजियारपुर होते हुए निकलेगी:

    एक्सप्रेस-वे का प्रवेश जिला में मोरवा के लडूआ से होगा। मोरवा से होते हुए सड़क सरायरंजन के झखड़ा, उजियारपुर के चांदचौर, महिसारी, चैता होते हुए विभूतिपुर के पटपारा से खानपुर के नत्थुद्वार होते हुए डगरुआ से रोसड़ा प्रखंड क्षेत्र में प्रवेश करेंगी। जहां से जहांगीरपुर के मुरादपुर होते हुए डरहा, भिरहा से नया नगर और लगमा होकर आगे सहरसा के लिए निकलेंगी।

    बताया गया कि इस सड़क के निर्माण से विकास के राह भी खुलेंगे। सड़क पर जिला मुख्यालय को जोड़ने के लिए अलग सड़क का निर्माण भी कराया जाएगा।

    तीन शहरों की बदल जाएगी सूरत:

    जिला मुख्यालय के अलावा दलसिंहसराय और रोसड़ा के बीच से गुजर रही एक्सप्रेस-वे से तीनों शहरों की सूरत बदलने वाली है। काम पूरा होने के बाद यहां व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में तेजी से विकास देखने को मिलेगा। रेलवे जंक्शन के साथ बेहतर सड़क मार्ग जुड़ने से समस्तीपुर व्यापारिक हब के रूप में विकसित हो सकता है।

    वहीं, दलसिंहसराय और रोसड़ा के लिए यह एक्सप्रेस-वे जीवनरेखा साबित होगा। यहां के सब्जी व मसाला उत्पाद और अन्य कृषि उत्पाद अब बड़े बाजारों तक तेजी से पहुंच सकेंगे। छोटे-बड़े उद्योग, होटल और मार्केट के विकास की संभावनाएं बनेंगी। इससे युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे।

    साथ ही इन शहरों की भौगोलिक स्थिति भी बदल जाएगी। मना जा रहा कि एक्सप्रेस-वे के एक तरफ समस्तीपुर और दूसरी तरफ दलसिंहसराय बाजार होने से शहर की सूरत भी बदलेगी। इससे दोनों शहर की भौगोलिक स्थिति बदल जाएगी।

    एक्सप्रेस-वे से जिले को मिलेंगे कई फायदे:

    जिले से होकर गुजरने वाले प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे का काम पूरा होने के बाद जिले की तस्वीर बदल जाएगी। जिले को इससे कई तरह के फायदे होंगे। आवागमन सुलभ होने के साथ ही तेज रफ्तार कनेक्टिविटी से व्यापार और उद्योग को नई गति मिलेगी। किसानों को इसका सबसे अधिक लाभ होगा। उनकी उपज कम समय में बंगाल के बड़े बाजारों तक पहुंचेगी।

    जिले के कृषि उत्पादों को बंगाल भेजा जाता है। पटना पूर्णिया एक्सप्रेस-वे इसमें मददगार साबित होगा। एक्सप्रेस-वे बनने के बाद सड़क किनारे पेट्रोल पंप, ढाबे, लाजिस्टिक्स हब और छोटे व्यवसाय खुलेंगे, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। साथ ही, आसपास की जमीन और संपत्तियों का मूल्य भी बढ़ेगा। यह एक्सप्रेस-वे जिले की अर्थव्यवस्था के लिए गेम चेंजर साबित होगा।