Samastipur News: 33 हजार से अधिक किसानों को मिली सस्ती बिजली, अब डबल होगी इनकम
समस्तीपुर जिले में किसानों को सस्ती बिजली देने के लिए विद्युत कृषि कनेक्शन योजना चल रही है। वर्ष 2024-25 में 52887 किसानों को कनेक्शन देने का लक्ष्य ह ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। जिले में किसानों को सस्ती और विश्वसनीय बिजली उपलब्ध कराने के लिए विद्युत कृषि कनेक्शन योजना के तहत कार्य तेजी से जारी है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को डीजल पंप पर निर्भरता से मुक्ति दिलाना और उनकी कृषि लागत में कटौती करना है।
वर्ष 2024-25 में जिले में 52 हजार 887 किसानों को बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसमें अब तक 33,616 किसानों को कनेक्शन प्रदान कर दिया गया है।
विभागीय आंकड़ों के अनुसार, विद्युत प्रमंडल समस्तीपुर में 12 हजार 594, दलसिंहसराय में 11 हजार 403 और रोसड़ा में 9 हजार 619 किसानों को कनेक्शन दिया गया है। हालांकि, शेष 19 हजार 271 किसानों को संरचनात्मक कमी के कारण अब तक कनेक्शन नहीं मिल पाया है।
फसल उत्पादन में वृद्धि से आय में होगी वृद्धि:
बिजली के प्रति यूनिट शुल्क के रूप में किसानों को केवल 75 पैसे से लेकर 1.25 रुपये तक का भुगतान करना होगा। यह डीजल से कहीं अधिक किफायती है।
इसके अलावा, यह योजना पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है। विद्युत विभाग का कहना है कि इससे सिंचाई के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी। जिससे फसल उत्पादन में वृद्धि होने से किसानों को बेहतर आय के अवसर मिलेंगे।
डीजल पंप से कम हो रहा खर्च:
किसानों का कहना है कि विद्युत कनेक्शन मिलने के बाद उनके लिए खेतों की सिंचाई की समस्या कम हो गई है। पहले उन्हें डीजल पंप से खेतों की सिंचाई करने के लिए 150 से 200 रुपये प्रति घंटे का खर्च आता था, लेकिन अब बिजली चालित मोटर से सिंचाई करने में केवल 50 रुपये प्रति घंटे से भी कम खर्च हो रहा है।
जितने भी किसान जरूरी कागजात के साथ आवेदन करेंगे उन्हें कनेक्शन उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे वे इसकी समुचित सुविधा उठा सकेंगे। जिले में 52 हजार 887 कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारण किया गया है। जिस को 2026 तक पूरा किया जाना है। कृषि सिंचाई के लिए कनेक्शन लेने को सुविधा पोर्टल पर आवेदन करना होगा। बिजली कंपनी के प्रमंडल कार्यालय में भी आवेदन कर सकते हैं। वहीं नजदीकी बिजली जेई से संपर्क कर कनेक्शन लेने के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया है। - आनंद कुमार, कार्यपालक अभियंता

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