Samastipur News: समस्तीपुर जिले के 10 में से 2 विधायकों ने छोड़ा रण, एक की जिम्मेवारी बेटे पर
समस्तीपुर जिले में, वारिसनगर और हसनपुर के दो विधायकों ने आगामी चुनाव में भाग नहीं लेने का फैसला किया है। वारिसनगर के विधायक अशोक कुमार मुन्ना ने अपनी सीट अपने बेटे के लिए छोड़ी है, जबकि तेज प्रताप यादव महुआ से चुनाव लड़ेंगे। हसनपुर में राजद ने माला पुष्पम को मैदान में उतारा है, जिनका मुकाबला जदयू के राज कुमार राय से होगा।

समस्तीपुर जिले के 10 में से 2 विधायकों ने छोड़ा रण, एक की जिम्मेवारी बेटे पर
जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। गत विधानसभा चुनाव में जीत का स्वाद चखने वाले दो निर्वाचित विधायकों ने इस बार जिले की विधानसभा का मैदान खाली कर दिया। इसमें वारिसनगर के वर्तमान विधायक अशोक कुमार मुन्ना और हसनपुर सीट से विधायक तेज प्रताप यादव शामिल हैं। हसनपुर सीट से राजद ने एक बार फिर से पुराने और पार्टी के प्रति निष्ठावान कार्यकर्ता को मौका दिया है।
दूसरी तरफ, राजद और लालू परिवार से बागी तेज प्रताप यादव ने स्वयं को जिले की राजनीति से अलग करते हुए अपनी पुरानी सीट वैशाली के महुआ का चुनाव किया है। वारिसनगर विधायक ने अपनी सीट अपने पुत्र के लिए छोड़ दी। पार्टी ने भी उनके पुत्र के ऊपर भरोसा जताते हुए विज्ञानी मंजरिक मृणाल को पार्टी प्रत्याशी बनाया है।
अशोक कुमार मुन्ना गत विधानसभा का चुनाव माले के फूलबाबू सिंह को 13 हजार 8 सौ मतों से मात दी थी। वे तीन बार से यहां से लगातार जीत दर्ज करते रहे। अब उनकी इस विजय रथ को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी उनके पुत्र के कंधों पर होगी। जबकि, सामने एक बार फिर से माले के फूलबाबू सिंह होंगे।
यह देखना दिलचस्प होगा कि पिता की विरासत को वैज्ञानिक मंजरिक किस तरह से बचा पाते हैं। हालांकि, अभी पिता भी उनके साथ कदम से कदम मिलाकर इस रण में उनके साथ चल रहे हैं।
वहीं, हसनपुर सीट पर राजद की माला पुष्पम चुनाव लड़ रही हैं। उनके सामने एक बार फिर से जदयू ने अपने पुराने चेहरे राज कुमार राय को मैदान में उतारा है। राज कुमार इस सीट पर दो बार जीत दर्ज कर चुके हैं। वे 2010 और 15 में यहां से निर्वाचित हुए।
2020 के चुनाव में तेज प्रताप यादव ने उन्हें 21 हजार मतों से पराजित किया। जदयू एक बार फिर राज कुमार राय के सहारे हसनपुर सीट को अपने पाले में लाने की जद्दोजहद में जुटी है, जबकि राजद की माला पुष्पम भी राजनीतिक घराने से ताल्लुक रखती हैं।
उनके पति वर्ष 2005 में हुए दोनों चुनाव में निर्वाचित हो सदन तक पहुंच चुके हैं। इस बार हसनपुर की लड़ाई दिलचस्प होने वाली है। अब देखना होगा कि राजद या जदयू कौन इस सीट पर बाजी मारेगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।