Samastipur Chunav result: जिला में सर्वाधिक मतों से जीतकर बीरेन्द्र ने अपना ही रिकार्ड किया ब्रेक
रोसड़ा विधानसभा चुनाव में भाजपा के बीरेन्द्र कुमार ने 50,533 वोटों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को हराया और बिहार में सबसे अधिक वोटों से जीतने वाले विधायकों में शामिल हुए। गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थन का उन्हें लाभ मिला, जबकि प्रियंका गांधी का रोड शो विफल रहा। मतदाताओं ने बाहरी उम्मीदवारों को नकार दिया।

रोसड़ा विधानसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन शानदार रहा। जागरण
संवाद सहयोगी, रोसडा (समस्तीपुर)। Samastipur Chunav result: रोसड़ा विधान सभा से भाजपा प्रत्याशी बीरेन्द्र कुमार ने जिले में सर्वाधिक 50 हजार 533 मतों से जीत दर्ज कर अपने ही रिकार्ड को ब्रेक कर दिया है।
साथ ही बिहार में अधिक वोट से जीतने वाले 15 विधायकों की सूची में भी रोसड़ा का नाम दर्ज हो गया। वर्तमान चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को 1 लाख 22 हजार 773(55.02 प्रतिशत) मत प्राप्त हुआ वहीं कांग्रेस प्रत्याशी ब्रजकिशोर रवि को 72 हजार 240 (32.37 प्रतिशत) मत प्राप्त हुए।
अन्य प्रत्याशियों में जनसुराज के रोहित कुमार को 14913, निर्दलीय राजेश कुमार पासवान को 3885, भारतीय महासंघ पार्टी के देवेन्द्र पासवान को 3574 तथा बसपा के अमित कुमार बैठा को 2748 मत प्राप्त हुए।
बता दें कि 2020 के विधान सभा चुनाव में भी भाजपा के बीरेन्द्र कुमार ने कांग्रेस प्रत्याशी को 35 हजार 744 मतों से पराजित कर जिला के सभी 10 विधान सभा के परिणामो में अपना रिकार्ड कायम किया था।
गृहमंत्री व सीएम की अपील को सम्मान
रोसड़ा विधान सभा के परिणाम से स्पष्ट है कि पहली बार आए गृहमंत्री अमित साह द्वारा किए गए अपील तथा मुख्यमंत्री नितीश कुमार द्वारा रोडशो को रोसड़ा वासियों ने सम्मान दिया।
बताते चलें कि चुनाव प्रचार के क्रम में विगत 29 अक्टूबर को रोसड़ा के जननायक स्टेडियम में अमित साह ने सभा को संबोधन के दौरान मिथिलांचल में आई टी पार्क तथा समस्तीपुर में बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बनाने का आश्वासन देते हुए रोसड़ा से वीरेन्द्र कुमार को प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज कराने की अपील की थी।
खराब मौसम में भी सभा में अपार भीड देख गृहमंत्री के चेहरा पर भी सफलता की झलक स्पष्ट दिख रही थी। हेलिकाप्टर नहीं उड़ने पर सड़क मार्ग से रोसड़ा पहुंचे मुख्यमंत्री का रोड शो का भी उनके मतदाताओं पर स्पष्ट असर दिखा।
प्रियंका गांधी के रोड शो को भी वोटरों ने नकारा
शुक्रवार को रोसड़ा विधान सभा का आए परिणाम में फिर से एक बार कांग्रेस को बड़ी शिकस्त मिली है। लगातार प्रचार प्रसार के बीच प्रत्याशी व स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा कड़ी मेहनत भी की गई। और तो और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के रोड शो का भी वोटरों पर कोई असर नहीं दिखा।
बताते चलें कि चुनाव प्रचार के क्रम में विगत 31 अक्तुबर को रोसड़ा पहुंची प्रियंका ने शहर में रोड शो किया। एसएच 55 पर नंद चौक से गांधी चौक तक प्रत्याशी बीके रवि के साथ वाहन के ऊपर में बैठ लोगों से अपील करती देखी गई लेकिन वोटरों ने उनकी भी नहीं सुनी और सीधे तौर पर नकार दिया।
ईमानदार व स्वच्छ छवि
आरएसएस के बाल स्वयंसेवक व भाजपा के जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं में शुमार वीरेंद्र कुमार की ईमानदारी व स्वच्छ छवि ने भी लगातार दूसरी बार रोसड़ा विधान सभा की कुर्सी पर असिन करने में सहायक रहा।
सीमावर्ती क्षेत्र वारिसनगर के किशनपुर निवासी विधायक अपने पूरे कार्यकाल में अपने क्षेत्र में बने रहे। सादगी व सरल स्वभाव के साथ लोगों के सुख - दुख में साथ रहना इनकी नियति थी।क्षेत्र के किसी भी व्यक्ति द्वारा धार्मिक व शादी व्याह के साथ श्राद्ध कर्म में भी बुलाने पर अपनी उपस्थिति हर संभव दर्ज कराते है।
हलाँकि इसके लिए विरोधियों के साथ साथ अपने गठबंधन के लोगों का भी व्यंग्य वाण चलता रहा बाबजूद इस सब की अनदेखी करते हुए बीरेन्द्र लगातार अपने कर्म पथ पर अग्रसर रहे। और आखिरकार वोटरों ने पुनः रोसड़ा विधानसभा का ताज उनके माथे पर सजा दिया।
बाहरी उम्मीदवारों को रोसड़ावासियों ने नकारा
रोसड़ा विधानसभा के परिणाम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि रोसड़ावासियों ने इस चुनाव में जिला से बाहर के उम्मीदवारों को पूरी तरह से नकार दिया है। भारी बहुमत से जीत हासिल करने वाले वीरेंद्र कुमार जिला के वारिसनगर के किसनपुर के निवासी हैं। वहीं चुनाव में महागठबंधन प्रत्याशी के रूप में कांग्रेस के ब्रज किशोर रवि सहरसा जिला के रहने वाले हैं।
महागठबंधन के कार्यकर्ताओं व समर्थकों के काफी मेहनत के बावजूद वे भाजपा प्रत्याशी से काफी पीछे रह गए। जबकि जनसुराज से चुनावी मैदान में उतरे रोहित कुमार बेगुसराय जिला के रहने वाले हैं। सीमावर्ती क्षेत्र के युवा मुखिया की पहचान के बाबजूद रोसड़ा में अपनी पैर नहीं जमा सके ।
परिणाम के पश्चात आम लोगों में जारी चर्चाओं की माने तो मतदाताओं ने इस चुनाव में भी बाहरी उम्मीदवारों को निश्चित रूप से नकार दिया है। बताते चलें कि विगत चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी पटना के नागेन्द्र विकल तथा लोजपा प्रत्याशी खगड़िया के कृष्ण राज को मतदाताओं ने एक सिरे से नकार दिया था।

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