Rohini Nakshatra: रोहिणी नक्षत्र शुरू होते ही धान की खेती में जुटे किसान, अनुदानित बीज भी मिलेगा
समस्तीपुर में किसान खरीफ फसल की तैयारी में जुटे हैं खासकर धान की रोपाई के लिए। रोहिणी नक्षत्र में बिचड़ा डालने की तैयारी है। कृषि विभाग बेबी कॉर्न और स्वीट कॉर्न जैसी फसलों को बढ़ावा देने के लिए किसानों को अनुदानित बीज उपलब्ध कराएगा। बीज वितरण का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।

जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। खरीफ फसल की खेती के लिए किसान धीरे-धीरे तैयारी में लग गए हैं। रोहिणी नक्षत्र चढ़ने को लेकर बिचड़ा डालने के लिए किसान खेत में पानी लगा रहे हैं। इस नक्षत्र में धान का बिचड़ा डालने के लिए खेत की जोताई पहले ही किसान कर चुके हैं।
अच्छी खेती के लिए यह नक्षत्र किसानों के लिए वरदान माना जाता है। इस नक्षत्र के डाले गए बीज से सुपंख खेती के आसार बने रहते हैं। इस लिहाज से किसान खेतीबाड़ी के लिए खेत की जोताई के बाद बिचड़ा डालने के लिए जुट गए हैं।
जिले के किसान करीब 1 लाख 5 हजार हेक्टेयर में धान की रोपनी करेंगे। इसके लिए करीब 10 हजार 500 हजार हेक्टेयर में धान का बिचड़ा डालेंगे। बताया गया है कि रविवार की अल सुबह सुबह 3:15 बजे से सूर्य ने रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश किया है। यह नक्षत्र 15 दिनों तक यानी 8 जून तक रहेगा। इसके बाद सूर्य मृगशीरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
किसान बिचड़ा डालने से पहले खेतों की सिंचाई कर उसकी जुताई कर दिए जाने से खर-पतवार सड़-गलकर खाद बन जाते हैं, जिससे उपज वृद्धि में सहायता मिलती है। ऐसा नहीं करने पर धान का बिचड़ा डालने के बाद उसमें खरपतवार उग जाते हैं, जिससे धान के पौधे कमजोर और पतला होते हैं। रोपनी के दौरान उसे उखाड़ने में भी दिक्कत होती है।
बेबी कॉर्न व स्वीट कॉर्न की खेती को दिया जा रहा बढ़ावा
जिले में खरीफ फसल के साथ भरपूर कैलोरी वाले फसल बेबी कॉर्न व स्वीट कॉर्न की खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग ने किसानों को अनुदानित दर पर बीज उपलब्ध कराने की तैयारी की है।
खरीफ मौसम में विभिन्न कार्यक्रमों के लिए लक्ष्य को निर्धारित करते हुए कृषि विभाग से जुड़े पदाधिकारियों, उपादान विक्रेताओं, प्रगतिशील किसानों को नवीनतम तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराने को लेकर बैठक भी की गई है।
मुख्य रूप से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत बेबी कॉर्न व स्वीट कॉर्न को बढ़ावा देने के लिए कुल 2200 किलोग्राम बीज मूल्य का 75 प्रतिशत अनुदान पर वितरण करने का लक्ष्य मिला है। जिले में 100 एकड़ क्षेत्र में लगाया जाएगा। इसको लेकर क्लस्टर तैयार किया जा रहा है।
बीज वितरण का लक्ष्य
- संकर मक्का- 500 क्विंटल
- स्वीट कार्न - 600 किलोग्राम
- बेबी कार्न - 1600 किलोग्राम
- प्रमाणित धान- 531 क्विंटल में
- हाईब्रिड धान - 1100 क्विंटल में
- ढ़ैचा- 965 क्विंटल में
- अरहर- 348 क्विंटल में

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।