कोरोना जांच कराने से कतरा रहे रेल यात्री, रास्ता बदलकर निकल जाते बाहर
कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जहां देशभर में हाई अलर्ट है। कोरोना रोकथाम को लेकर सख्त कदम उठाने का आदेश जारी किया गया है। कोरोना के बढ़ते प्रभाव को लेकर समस्तीपुर जंक्शन पर कोरोना जांच को लेकर कैंप लगाया गया है।
समस्तीपुर । कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जहां देशभर में हाई अलर्ट है। कोरोना रोकथाम को लेकर सख्त कदम उठाने का आदेश जारी किया गया है। कोरोना के बढ़ते प्रभाव को लेकर समस्तीपुर जंक्शन पर कोरोना जांच को लेकर कैंप लगाया गया है। शनिवार को लंबी दूरी की दिल्ली से आने वाली बिहार संपर्क क्रांति व स्वतंत्रता सेनानी समस्तीपुर जंक्शन पर पहुंची। दोनों ट्रेन से लगभग 550 यात्री उतरे होंगे। इसमें से अधिकतर यात्री कोरोना जांच से बचने के लिए रास्ता बदलकर निकल गए। ट्रेन से उतरने वाले सभी यात्रियों की जांच कराने में रेल प्रशासन उदासीनता बरत रहा है। ऐसे में प्लेटफॉर्म संख्या एक के बाहर टिकट काउंटर के समीप जांच के लिए काउंटर लगाया गया है। शनिवार को शाम 4.30 बजे तक 80 यात्रियों को सैंपल लेकर जांच किया गया था। इसमें सभी का एंटीजन किट से जांच हुई। जांच में सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। जांच कराने से बच रहे यात्री
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अलर्ट पर है। मुंबई से आने वाले लोगों को कोरोना परीक्षण से गुजरना पड़ रहा है। इसके लिए रेलवे स्टेशन पर जांच की व्यवस्था की गई है। यहां पर रेल गाड़ियों से उतरने वाले प्रत्येक यात्री की जांच करने नियम बनाया गया है। कोरोना जांच के बाद ही यात्रियों को घर जाने की इजाजत मिलेगी। लेकिन प्रशासनिक कुव्यवस्था के बीच ऐसा नहीं हो रहा है। अधिकतर यात्री जांच कराने से बच रहे है। स्टेशन पर पर तीनों पालियों में चल रहा जांच का कार्य
कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। इसमें महाराष्ट्र, व पंजाब से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। अलग-अलग राज्यों से आने वाले यात्रियों की कोविड-19 की जांच की जा रही है। इसके लिए तीन पालियों में 24 घंटे मेडिकल टीम को तैनात किया गया है। यात्रियों की कोरोना जांच करने का दिया गया जिम्मा
जांच दल को अपने-अपने निर्धारित समय के अनुसार सभी उपकरणों व किट के साथ जंक्शन पर आने वाली ट्रेनों के यात्रियों की कोरोना जांच करनी है। जिसकी रिपोर्ट अस्पताल प्रबंधक को उपलब्ध करानी है। अस्पताल प्रबंधक को डाटा सेंटर के माध्यम से उक्त जांच का पंजीकरण एवं रिपोर्ट कोविड-19 पोर्टल पर दर्ज करवाने का जिम्मा दिया गया है। सभी टीम का अनुश्रवण करने हेतु जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है।