भुलक्कड़ यात्रियों ने ट्रेन में छोड़ा 7.41 लाख रुपये का सामान, 'ऑपरेशन अमानत' से मिली राहत
समस्तीपुर मंडल में यात्रियों द्वारा बीते नौ महीनों में 7.41 लाख रुपये का छूटा हुआ सामान आरपीएफ ने लौटाया। यात्रियों की लापरवाही से ट्रेन और रेलवे परिस ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। अपने सामान की सुरक्षा की जिम्मेदारी यात्रियों को स्वयं उठानी होगी, लेकिन यदि किसी कारणवश सामान ट्रेन या रेलवे परिसर में छूट जाता है तो अब रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) उसे वापस लौटाने में पूरी तत्परता दिखा रही है।
यात्रियों की बढ़ती लापरवाही का आलम यह है कि बीते नौ माह के दौरान समस्तीपुर मंडल में करीब 7.41 लाख रुपये मूल्य का सामान ट्रेन में छूट गया, जिसे यात्री गंतव्य स्टेशन पर उतरने के बाद भूलकर घर चले गए।
बाद में याद आने पर यात्रियों ने रेल मदद ऐप और हेल्पलाइन के माध्यम से संपर्क किया, जिसके बाद आरपीएफ ने उनके खोए सामान को सुरक्षित लौटाया।
मंडल में ऐसे कुल 73 मामले सामने आए हैं, जो सिर्फ समस्तीपुर आरपीएफ पोस्ट क्षेत्र के हैं। आरपीएफ के अनुसार, यात्रियों की भूल के कारण कीमती सामान ट्रेन, प्लेटफॉर्म अथवा रेलवे परिसर में छूट जाता है, लेकिन समय रहते सूचना मिलने पर उसे बरामद कर लिया जाता है।
ऑपरेशन अमानत से मिली राहत:
यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे सुरक्षा बल द्वारा “ऑपरेशन अमानत” पहल चलाई जा रही है। इस पहल के तहत खोए हुए सामान की फोटो और विवरण संबंधित मंडलों के आरपीएफ कर्मियों तक तत्काल पहुंच जाता है।
इसके बाद बरामद सामान को रेलवे स्टेशन स्थित लॉस्ट प्रॉपर्टी ऑफिस या आरपीएफ पोस्ट पर सुरक्षित रखा जाता है। यात्री वहां जाकर यह जांच कर सकते हैं कि उनका खोया सामान उपलब्ध है या नहीं। यात्रियों की सहायता के लिए पोस्ट पर पुलिसकर्मी भी तैनात रहते हैं।
कीमती सामान भी हुआ बरामद:
समस्तीपुर आरपीएफ पोस्ट पर आए मामलों में कुछ अलग और चौंकाने वाले उदाहरण भी सामने आए हैं। दो-तीन मामलों में लैपटॉप बरामद किए गए हैं, वहीं दो-तीन मामलों में डेढ़ लाख रुपये से अधिक कीमत के आईफोन मिले हैं। इसके अलावा करीब 30 हजार रुपये कीमत की एक घड़ी भी आरपीएफ को मिली है।
छात्र-छात्राओं के कई मामलों में शैक्षणिक प्रमाण पत्र, मेडिकल कागजात और अन्य जरूरी दस्तावेज भी बरामद कर उन्हें लौटाया गया है। आरपीएफ अधिकारियों ने बताया कि नियमित ड्यूटी के साथ-साथ ऑपरेशन अमानत, चाइल्ड रेस्क्यू और अन्य सामाजिक जिम्मेदारियों का भी निर्वहन किया जा रहा है।
रेल मदद ऐप से मिलती है त्वरित सूचना:
आरपीएफ को खोए सामान की सूचना रेल मदद ऐप के माध्यम से मिलती है। यात्री भी अपने खोए सामान की जानकारी हेल्पलाइन नंबर 139 या रेल मदद ऐप पर दर्ज करा सकते हैं। सूचना मिलने के बाद आरपीएफ द्वारा सामान का मिलान किया जाता है और यात्री से संबंधित कागजात का सत्यापन कर ही सामान सुपुर्द किया जाता है।
आरपीएफ ने यात्रियों से अपील की है कि सफर के दौरान अपने सामान पर विशेष ध्यान दें, ताकि असुविधा से बचा जा सके। फिर भी यदि सामान खो जाए, तो घबराने के बजाय तुरंत रेल मदद या नजदीकी आरपीएफ पोस्ट से संपर्क करें।

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