Bihar Crime : दिल्ली से पहुंची गिरफ्तारी टीम, समस्तीपुर में किसके दरवाजे रुकी, क्यों बढ़ी हलचल?
दिल्ली पुलिस ने समस्तीपुर के सरायरंजन में छापा मारकर दो साइबर अपराधियों, कौशिक ठाकुर और साकेत ठाकुर को गिरफ्तार किया। इन पर दिल्ली में साइबर धोखाधड़ी का मामला दर्ज था। तलाशी में एटीएम, चेकबुक और मोबाइल बरामद हुए। पूछताछ में उन्होंने अपराध स्वीकार किया।

गिरफ्तार साइबर अपराधी के साथ पुलिस। जागरण
संवाद सहयोगी, सरायरंजन (समस्तीपुर)। दिल्ली पुलिस ने सरायरंजन थाना क्षेत्र के शाहजादापुर गांव में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान दो साइबर शातिरों को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद दोनों को दिल्ली ले गई। गिरफ्तार दोनों साइबर शातिर की पहचान शहजादापुर गांव निवासी कौशिक ठाकुर एवं साकेत ठाकुर के रूप में हुई।
दिल्ली पुलिस की टीम में शामिल एसआई दीपक आर्या ने बताया कि इन लोगों के खिलाफ दिल्ली पुलिस के पास साइबर फ्राड का मामला दर्ज हुआ था। मामला दर्ज होने के बाद दिल्ली पुलिस जांच में जुटी। जांच के दौरान पता लगा कि दो युवक बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले हैं। उसके बाद वहां की पुलिस ने समस्तीपुर जिले के वरीय पदाधिकारी से बात कर सहयोम मांगी।
सरायरंजन थाना के एसआई आनंद सिंह के साथ दिल्ली पुलिस ने उक्त दोनों युवक के घर में छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार किया। साथ में मल्टीपल एटीएम, चेकबुक एवं दो मोबाइल बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि दोनों गिरफ्तार युवक से पूछताछ की गई है।
पूछताछ के क्रम में उन्होंने घटना में संलिप्त होने की बात बताई है। उन्होंने बताया कि दोनों युवकों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 318, 112 बी सहित कई धारा लगी है। दोनों गिरफ्तार युवक को समस्तीपुर कोर्ट में हाजिर कर कर रिमांड पर उसे दिल्ली ले जाया जा रहा है।
जांच के बाद सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान तीन दिनों में कुल 729 साइबर अपराधी को विभिन्न जिलों एवं राज्यों से गिरफ्तार किया गया है। हालांकि अभी भी इस मामले में जांच जारी है। इसमें और लोगों के शामिल होने की संभावना जताई है।
आरक्षण टिकट के नाम पर युवक से मोबाइल और रुपये की ठगी
समस्तीपुर । स्थानीय जंक्शन पर एक युवक से आरक्षण टिकट दिलाने के नाम पर ठगी का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित युवक की पहचान उजियारपुर प्रखंड के महिसारी निवासी अमन कुमार के रूप में हुई है। इस संबंध में पीड़ित ने रेल थाना समस्तीपुर में लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है।
अमन कुमार ने बताया कि वह वैशाली एक्सप्रेस पकड़ने के लिए समस्तीपुर जंक्शन आया था। किसी कारणवश ट्रेन छूट गई। इसके बाद वह आरक्षण कराने के लिए आरक्षण केंद्र पहुंचा। इसी दौरान एक अज्ञात युवक ने उससे बातचीत करते हुए मदद का भरोसा दिलाया और आरक्षण कराने की बात कही।
विश्वास में लेते हुए ठग युवक ने उससे 1800 रुपये ले लिए। वहीं मोबाइल पर ओटीपी की मांग करते हुए उसका मोबाइल फोन भी अपने पास रख लिया और किसी बहाने से वहां से निकल लिया। काफी देर तक वापस नहीं आने पर जब अमन कुमार ने खोजबीन शुरू की तो वह युवक कहीं नहीं मिला। जिसके बाद पीड़ित द्वारा मामले की जानकारी रेलवे पुलिस को दी गई।
आवेदन मिलते ही पुलिस जांच में जुट गई है। रेल पुलिस ने बताया कि आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है ताकि ठग की पहचान कर उसे शीघ्र गिरफ्तार की जा सके। रेल प्रशासन ने यात्रियों से किसी भी अनजान व्यक्ति से लेन-देन या व्यक्तिगत जानकारी साझा नहीं करने और किसी भी तरह की शंका होने पर तुरंत पुलिस को सूचना देने की अपील कर रही है।

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