भाई को तिलक लगा बहनों ने की चिरायु व समृद्धि की कामना
भाई-बहन के अपार प्रेम व समर्पण का प्रतीक पर्व भ्रातृ द्वितीया रोसड़ा में शहर से गांव तक हर्षोल्लास व उत्साह के बीच मनाया गया। बहनों ने जहां भाई के माथे पर तिलक लगा दीर्घायु व खुशहाली की कामना की। वहीं भाइयों ने भी उपहार भेंट कर बहन की रक्षा का संकल्प दोहराया।

समस्तीपुर । भाई-बहन के अपार प्रेम व समर्पण का प्रतीक पर्व भ्रातृ द्वितीया रोसड़ा में शहर से गांव तक हर्षोल्लास व उत्साह के बीच मनाया गया। बहनों ने जहां भाई के माथे पर तिलक लगा दीर्घायु व खुशहाली की कामना की। वहीं भाइयों ने भी उपहार भेंट कर बहन की रक्षा का संकल्प दोहराया। जगह-जगह सामूहिक रूप से बहनों ने अपने भाई की रक्षा के लिए पूजा अर्चना की और यम को प्रसन्न करने के लिए चौमुख यमदीप भी जलाया। शहर के प्रभु ठाकुर मोहल्ला स्थित अनीता देवी के आवासीय परिसर में जुटी बहनों द्वारा विधि-विधान के साथ भैया दूज मनाया गया। यम व यमुना की पूजा के बाद बहनों ने भाइयों के दीर्घायु के लिए यमदूतों की भी पूजा अर्चना की। मौके पर मौजूद विद्वान पंडित हरिश्चंद्र झा ने भ्रातृ द्वितीय के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने सूर्य के संतान भाई बहन यम एवं यमुना की कथा विस्तार से सुनाया। मौके पर बहने संगीता प्रणव, बबली सुमन, दीपशिखा, मनीषा देवी, अन्नू गुप्ता, पंखुड़ी राज, नेहा , मुस्कान, ज्योति कुमारी, कोमल कुमारी, सुहानी, साक्षी, खुशबू, एवं रोशनी आदि शामिल थे। दूसरी ओर वार्ड नंबर 9 में सामूहिक रूप से मनाए गए भ्रातृ द्वितीया में राजनंदनी, सोनी, इशिका, भव्या, आरती देवी, मीरा देवी, नेहा देवी, स्वीटी देवी, ज्योति देवी एवं गंगा देवी आदि शामिल थे।
मनुष्य के प्रत्येक कर्मों को हिसाब रखते भगवान चित्रगुप्त
उजियारपुर, संस : प्रखंड के रामचंद्रपुर अंधैल पंचायत के वार्ड संख्या 4 स्थित कायस्थ टोला में शनिवार को भगवान चित्रगुप्त की पूजा धूमधाम से की गई। पूजा के अवसर पर भगवान की कथा करते हुए पंडित सुजीत कुमार मिश्रा ने कहा कि आदि काल में जब सृष्टि की शुरुआत हुई तो मानव के कर्मों का लेखा-जोखा रखने के लिए भगवान चित्रगुप्त को ही दायित्व मिला। विद्या और बुद्धि में प्रखरता इनकी कृपा से ही मिलती है। धरातल पर लेखाजोखा करनेवाले प्रत्येक वर्ग इनकी पूजा आराधना करके लेखन कार्य में निपुणता प्राप्त करते है। वर्ष में कार्तिक माह में कायस्थ समुदाय के लोग काफी उल्लास के साथ भगवान चित्रगुप्त की पूजा करते हैं। मौके पर सुजीत कर्ण, मृत्युंजय कर्ण, अंगार घाट थानाध्यक्ष प्रेम प्रकाश आर्य, जिला पार्षद अमृत कुमार चौधरी, पूर्व जिला पार्षद दिलीप कुमार सहनी, रामकुमार कर्ण, दिलीप कुमार कर्ण, संजय कुमार कर्ण, डॉ इंद्रदेव प्रसाद कर्ण, सुशांत प्रसाद कर्ण, प्रियांशु कुमार कर्ण, सच्चिदानंद प्रसाद कर्ण, अमरेश प्रसाद कर्ण, सीताराम प्रसाद कर्ण आदि मौजूद थे।
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