Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar News : समस्तीपुर के विभूतिपुर में थाने पर ग्रामीणों का हमला, अंदर घुसकर दारोगा और सिपाही को पीटा

    Updated: Fri, 05 Sep 2025 02:41 PM (IST)

    Bihar News समस्तीपुर के विभूतिपुर में एक युवक की गिरफ्तारी के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उन्होंने थाने पर ही हमला कर दिया। उनकी संख्या इतनी अधिक थी कि थानेदार अंदर चले तो गांव के लोग वहां आ धमके और उनकी पिटाई कर दी। इसकी सूचना मिलने के बाद रोसड़ा एसडीपीओ व अन्य पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को हटाया।

    Hero Image
    थाने पर हमले की घटना के बाद तैनात सुरक्षाकर्मी। जागरण

    संवाद सहयोगी, विभूतिपुर (समस्तीपुर)। जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मंदा गांव वार्ड संख्या आठ में गुरुवार देर रात्रि गाली-गलौच, मारपीट, फंदा लगाने के प्रयास और महिला के साथ अभद्र व्यवहार मामले में आरोपित की गिरफ्तारी से आक्रोशित लोगों ने शुक्रवार की सुबह जमकर बवाल काटा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विभूति थाने पर हमले के बाद जमा लोगों की भीड़। जागरण 

    लाठी-डंडे के साथ पहुंचे

    लाठी-डंडा से लैस होकर आक्रोशित लोग थाना परिसर में प्रवेश करते हुए ओडी ड्यूटी में तैनात दारोगा संजीव कुमार सिंह के साथ गाली-गलौज की। मारपीट करने लगे। माहौल देखकर दारोगा सिपाही के रूम के इधर भागे।

    खदेड़ कर पीटा

    आक्रोशित लोग उन्हें खदेड़ते हुए सिपाही रूम के अंदर भी घुस गए और हंगामा एवं मारपीट की। इसमें एक सिपाही रोहित कुमार भी जख्मी हो गया। अन्य लोगों ने सिपाही कक्ष के दरवाजे को भी पीटा।

    जानकारी के अनुसार पुलिस ने घटना में आरोपित उमेश साह, जीवछ साह और रामनंदन साह को गिरफ्तार करने गई थी। इस दौरान पुलिस ने तीन दिन पूर्व एक नवजात को जन्म देने वाली महिला को थप्पड़ जड़ दिया था। इसके साथ ही रामनंदन साह और उसके पुत्र उमेश साह को गिरफ्तार कर थाने ले आई।

    निर्दोष को छोड़ने की गुहार

    पूर्व में स्वजनों व ग्रामीणों ने झूठा मुकदमा दर्ज होने एवं निर्दोष व्यक्ति को छोड़ देने की गुहार वरीय अधिकारियों से लगा रखी थी। घटना की जानकारी पर पहुंचे थानाध्यक्ष ने लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास किया।

    पुलिस कर्मी पर कार्रवाई की मांग

    मगर, उन्हें भी भीड़ के आक्रोश का सामना करना पड़ा। घटना की जानकारी पर पहुंचे कानून के जानकारों ने प्रशासनिक कार्रवाई की बातें कहते हुए लोगों को शांत कराया और थाना परिसर से बाहर निकलने को कहा।

    दर्जनों महिलाएं, बच्चे, बूढ़े और युवा थाना परिसर में बैठकर गिरफ्तार रामनंदन साह और उसके पुत्र उमेश साह को छोड़ने एवं मारपीट करने वाले पुलिस कर्मी पर कार्रवाई करने की मांगे करने लगे।

    एसडीपीओ पहुंचे

    रोसड़ा एसडीपीओ संजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में इंस्पेक्टर मनोज कुमार, थानाध्यक्ष सुनील कुमार झा, दारोगा अरशद इमाम अंसारी आदि ने लोगों को परिसर से बाहर निकला। एसडीपीओ ने बताया कि दर्ज उक्त कांड में पुलिस निर्दोष लोगों की शिनाख्त कर मदद करना चाहती थी।

    गोद में मासूम को लिए सिसकती आवेदन देने पहुंची फरियादी। जागरण

    उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई

    मगर, ऐसे वारदात के बाद पुलिस एक्शन मोड में है। थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालते हुए उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नवजात की मां को पुलिस द्वारा थप्पड़ मारे जाने समेत विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जा रही है।

    दारोगा व सिपाही जख्मी

    थाने में पदस्थापित दारोगा संजीव सिंह एवं सिपाही रोहित कुमार घटना में जख्मी हुए हैं। दोनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विभूतिपुर में इलाज कराया।आन ड्यूटी चिकित्सक केशव आनंद ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों का प्राथमिक उपचार उपरांत दारोगा को एक्स-रे कराने की सलाह दी गई है। वहीं सिपाही को मामूली चोट की बातें कही गई है।

    पुलिस छावनी में तब्दील रहा थाना परिसर

    घटना के बाद न सिर्फ थाना पुलिस, चौकीदार समेत अन्य एक्टिव हुए बल्कि, इंस्पेक्टर मनोज कुमार और एसडीपीओ संजय कुमार सिन्हा भी दलबल के साथ विभूतिपुर थाना परिसर पहुंचे।

    थाना से लेकर सिंघियाघाट-हरिचक पथ किनारे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विभूतिपुर मुख्य गेट तक पुलिस छावनी में तब्दील रहा। पुलिस बल इस परिसर में मौजूद लोगों को हटाती रही।

    एसपी ने भी थाने पहुंच ली घटना की जानकारी

    एसपी अरविंद प्रताप सिंह घटना के बाद शुक्रवार को थाना परिसर पहुंचे। जहां उक्त घटना समेत अन्य जानकारी एसडीपीओ, थानाध्यक्ष व अन्य से लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। उसके बाद अपने वाहन से गंतव्य के लिए रवाना हो गए। निर्देश के आलोक में पुलिस अग्रतर कार्रवाई में जुटी रही।

    महिला को पीटने का आरोप

    मारपीट और महिला के साथ अभद्र व्यवहार के मामले में आरोपित के घर छापेमारी करने गई पुलिस ने घर की एक महिला को पीट दिया और एक आरोपित को गिरफ्तार कर थाने ले आई। इसको लेकर घर वालों का आरोप है कि पुलिस ने छापेमारी के क्रम में ज्यादती की है। एक बच्चे को धक्का देकर घसीटा भी है। वरीय अधिकारियों का सुपरवीजन बाकि था। निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने का आग्रह किया गया था।

    थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे को बारीकी से देखा जा रहा है। वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस उपद्रवियों की शिनाख्त कर रही है। उपद्रवियों के नाम-पते कन्फर्म होने के बाद सुसंगत धाराओं में कांड दर्ज कर  कार्रवाई की जाएगी। 

    सुनील कुमार झा, थानाध्यक्ष, विभूतिपुर

    बिहार में थानों पर हमले की घटनाएं हाल के दिनों में बढ़ी हैं। इन हमलों में पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया है, जिनमें कुछ गंभीर रूप से घायल हुए हैं और कुछ की मौत भी हुई है। आइए कुछ प्रमुख घटनाओं पर नजर डालें:

     पुलिस पर हमले की घटनाएं:

    • अररिया में एक ASI की मौत हुई थी जब भीड़ ने पुलिस टीम पर हमला किया।
    •  मुंगेर में एक एएसआई की हत्या कर दी गई थी जब पुलिस विवाद सुलझाने गई थी।
    •  भागलपुर, नवादा और पटना में पुलिस पर हमले हुए, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए।

     

    हमले के बाद जमा लोगों की भीड़। जागरण 

    हाल की घटनाएं:

    •  पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन थाना परिसर में एक महिला के बेटे को सौंपने के विवाद में पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया, जिसमें थानाध्यक्ष समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए।
    •  पूर्णिया जिले में शराब के अवैध धंधेबाजों पर कार्रवाई करने गई पुलिस टीम पर हमला किया गया, जिसमें दारोगा समेत दो पुलिसकर्मी जख्मी हुए।
    •  सारण जिले में अवैध शराब की सूचना पर छापेमारी के दौरान पुलिस टीम पर स्थानीय ग्रामीणों ने हमला कर दिया, जिसमें दो पुलिसकर्मी जख्मी हुए।

    comedy show banner
    comedy show banner