नसबंदी कराने पर पुरुषों को मिलेंगे ₹3000, जनसंख्या नियंत्रण में उनकी भागीदारी बढ़ाने पर बल
Samastipur News: समस्तीपुर के सदर अस्पताल में जनसंख्या नियंत्रण के लिए पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मेला आयोजित किया गया। इस दौरान, पुरुष नसबंदी कराने वाले लाभार्थियों को 3000 रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की गई। सिविल सर्जन ने जागरूकता रथ को रवाना किया और पुरुष नसबंदी को बढ़ावा देने की अपील की। स्वास्थ्य कर्मियों से भी इस दिशा में काम करने का आग्रह किया गया, ताकि जनसंख्या नियंत्रण में मदद मिल सके।

पुरुष नसबंदी प्रोत्साहन के लिए सदर अस्पताल में शुरू हुआ पखवारा मेला। जागरण
जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। सदर अस्पताल में जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर गुरुवार को पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मेला का आयोजन किया गया। इस वर्ष पखवाड़ा की थीम 'स्वस्थ एवं खुशहाल परिवार - पुरुष सहभागिता से ही सपना साकार' दिया गया है। उद्घाटन सिविल सर्जन डा. एसके चौधरी ने दीप प्रज्वलित कर किया।
साथ ही आमजन में जागरूकता के लिए सारथी वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उपस्थित लोगों को मेला के उद्देश्यों की जानकारी दी गई। इसमें मुख्य रूप से पुरुष नसबंदी के साथ-साथ महिला बंध्याकरण के बारे में लोगों को जागरूक किया गया।
यह भी बताया गया कि पुरुष नसबंदी के लिए लाभार्थियों को तीन हजार रुपये तथा उत्प्रेरक को चार सौ रुपये देय है। यह सरल आपरेशन दक्ष शल्य चिकित्सक द्वारा किया जाता है।
सीएस ने कहा कि परिवार नियोजन केवल महिलाओं की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि इसमें पुरुषों की समान भागीदारी जरूरी है।
पुरुष नसबंदी एक सुरक्षित, सरल और स्थायी प्रक्रिया है। जिससे जुड़े मिथकों और भ्रांतियों को दूर करने की आवश्यकता है। उन्होंने उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों से शिविर में महिलाओं को बंध्याकरण कराने और पुरुषों को नसबंदी को स्वीकार करने के लिए प्रेरित करने की अपील की।
लाभुकों के बीच 45 माला एन, 400 पीस कंडोम, 110 पैकेट छाया, 10 पैकेट ई-पिल, 40 निश्चय किट, चार गर्भ निरोधक सूई का वितरण किया गया। मौके पर उपाधीक्षक डा. गिरीश कुमार, डा. पुष्पा रानी, डीएएम पंकज कुमार, डीसीएम (आशा) अनिता कुमारी, अस्पताल प्रबंधक सन्नी दयाल राय, पीसीआई इंडिया के राकेश कुमार, पिरामल फाउंडेशन के आदित्य कुमार आदि उपस्थित रहे।
नसंबदी कराने की अपील
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक ने कहा कि लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से मेला का आयोजन किया गया ताकि बढ़ती जनसंख्या को रोका जा सके। परिवार नियोजन के तहत पुरुषों में नसबंदी कराने के लिए भ्रांतियां फैली हुई है। डा. पुष्पा रानी ने कहा कि पुरुष नसबंदी आसान प्रक्रिया है, इसे अपनाकर दंपती अपने को स्वस्थ रखते हुए परिवार का बेहतर पोषण कर सकता है।
उन्होंने कहा कि पुरुष नसबंदी मात्र कुछ समय में ही हो जाती है। लोगों को नसबंदी के फायदे बताते हुए पुरुषों को नसबंदी कराने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। डीसीएम अनिता कुमारी ने बताया कि पुरुष नसबंदी कराने वाले लाभार्थियों को सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। साथ ही उनके परिवार को प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

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