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    Vijay Kumar Chaudhary: नीतीश मंत्रिमंडल में 'मिस्टर भरोसेमंद' फिर शामिल, 7 बार चुनाव जीत चुके विजय

    By Mukesh KumarEdited By: Ajit kumar
    Updated: Thu, 20 Nov 2025 06:10 PM (IST)

    Bihar Cabinet: विजय कुमार चौधरी, जदयू के एक प्रमुख नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी हैं। वे सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र से लगातार सात बार विधायक चुने गए हैं। जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।उन्होंने 1982 में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी और कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। 

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    Bihar Cabinet:विधानसभा अध्यक्ष से लेकर कई अहम विभागों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।

    जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। Bihar Cabinet Minister List 2025: बिहार की राजनीति में जदयू के कद्दावर नेता व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (nitish kumar bihar cm) के भरोसेमंद सहयोगी मंत्री विजय कुमार चौधरी अपने सधे राजनीतिक अनुभव और शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं।

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    सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र से लगातार उन्होंने जीत का चौका लगाया है। चौधरी की यह 7वीं जीत है। जदयू कोटे से सबसे वरिष्ठ मंत्री के रूप में उन्होंने शपथ ली। विधानसभा अध्यक्ष से लेकर कई अहम विभागों जैसे जल संसाधन, संसदीय कार्य, वित्त, शिक्षा, कृषि, परिवहन, सूचना एवं जनसंपर्क और ग्रामीण विकास के मंत्री रह चुके हैं।

    वर्तमान में वे राज्य के जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री हैं। दलसिंहसराय से विधायक रहे जगदीश प्रसाद चौधरी के आकस्मिक निधन के बाद उनके पुत्र विजय कुमार चौधरी ने 1982 के उपचुनाव में दलसिंहसराय से जीत दर्ज कर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी।

    1985 और 1990 में वे कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने। 1990 में जीत के बाद वे विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के उपसचेतक नियुक्त हुए थे।

    43 वर्षों का राजनीतिक सफर

    विजय चौधरी ने 1982 के उपचुनाव में दलसिंहसराय से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। 1985 और 1990 में वे कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने। 1990 में जीत के बाद वे विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के उपसचेतक नियुक्त हुए।

    1995 और 2000 में जनता दल से चुनाव हारने के बाद उन्होंने 2005 में जदयू का दामन थामा। पहले पार्टी के महासचिव बने और फिर प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाला। इसके बाद उनका राजनीतिक कद लगातार बढ़ता गया।

    2010 में सरायरंजन विधानसभा सीट से उन्होंने जीत दर्ज की।उनके नेतृत्व में हुए चुनावों में राजग को उल्लेखनीय सफलता मिली। तब से वे लगातार चौथी बार इस सीट से जीत दर्ज कर चुके हैं।

    पिता की विरासत से राजनीति में कदम

    विजय चौधरी के पिता जगदीश प्रसाद चौधरी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक रहे। 1982 में उनके निधन के बाद विजय चौधरी ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में पीओ की नौकरी छोड़ राजनीति में प्रवेश किया। एसबीआई में बतौर पीओ उन्होंने दो साल नौकरी भी की।

    विजय चौधरी राजनीतिक घराने से ही आते हैं और यही एक बड़ी वजह रही कि उन्होंने कभी सियासी गलियारे में अपना कदम रखा। विजय चौधरी के पिता जगदीश प्रसाद चौधरी दलसिंहसराय से विधायक थे। 1982 में उनका निधन हो गया और ये सीट खाली हो गई।

    परिसीमन के बाद दलसिंहसराय विधानसभा क्षेत्र अब उजियारपुर विधानसभा क्षेत्र के अधीन आ गया है। क्षेत्र में उनकी पहचान विकास कार्यों और सौम्य व्यवहार के लिए है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें इस बार बड़ी जिम्मेदारी सौंपी हैं।