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    Bihar Assembly Elections: चुनाव प्रक्रिया देखने आएंगे विदेशी मेहमान, समस्तीपुर में मतदान केंद्रों से लाइव प्रसारण

    By Abhinav Kumar Edited By: Ajit kumar
    Updated: Wed, 05 Nov 2025 02:22 PM (IST)

    समस्तीपुर में चुनाव प्रक्रिया देखने के लिए विदेशी मेहमान आएंगे। मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। जिले में 1762 भवनों पर 3603 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहाँ 58 हजार कर्मी तैनात हैं। 20 पिंक, 10 आदर्श और 10 दिव्यांगजन बूथ केंद्र बनाए गए हैं। मतदान कक्ष में मोबाइल ले जाना मना है, इसलिए मोबाइल रखने की विशेष व्यवस्था की गई है। ईवीएम ले जाने वाले वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया गया है।

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    इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।

    जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। Bihar Assembly Elections,First Phase Voting: जिला में इस बार चुनाव की प्रक्रिया को देखने के लिए विदेशी मेहमान भी आएंगे। इसमें दल में मेहमान के साथ ही एम्बेसडर भी शामिल होंगे। मतदान के दिन सुबह आठ बजे इनका आगमन होगा।

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    सभी जिले के विभिन्न बूथों का दौरा कर मतदान की प्रक्रिया को देखेंगे। वह पूरी प्रक्रिया का विश्लेषण करेंगे साथ ही विशेष अनुभव प्राप्त करेंगे। उक्त बातें समाहरणालय सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान डीएम रोशन कुशवाहा ने कही।

    कहा कि विदेशी मेहमान शहर के दो बूथ महिला कालेज और बीआरबी कालेज पर पहुंचेंगे। जहां देखेंगे कि कैसे लोग लोकतंत्र में बढ़-चढ़ कर भाग ले रहे। उन्होंने आमजनों से भी लोकतंत्र की मजबूती को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की बात कही है।

    सभी बूथों पर कैमरे लगाए गए हैं। जहां से लाइव वेब प्रसारण की व्यवस्था होगी। जिला मुख्यालय से सीधे बूथ की निगरानी होगी। इससे किसी भी तरह के दुस्साहस की स्थिति की जानकारी सीधे-तौर पर प्रशासन को होगी।

    बताया कि इससे पारदर्शिता को अधिक बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि जिले में मंगलवार की शाम छह बजे से प्रचार समाप्त हो गया है। अब 6 नवंबर को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान की प्रक्रिया पूरी होनी है।

    इसके लिए जिला प्रशासन की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। 1762 भवनों पर 3603 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जहां मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 58 हजार कर्मियों को लगाया गया हैं।

    प्रत्यक्ष कर्मियो में मतदान केंद्र पर मौजूद कर्मी, भ्रमणशील रहने वाले पदाधिकारीगण, पुलस बल आदि शामिल हैं, जबकि अप्रत्यक्ष कर्मी निगरानी केंद्र आदि में तैनात है। सभी निर्वाचन कार्य को शांतिपूर्ण ढंग से पूर्ण कराने में अपना सहयोग दे रहे। उन्होंने बताया कि इसमें एनसीसी और स्काउट के वोलेंटियर को भी लगाया गया है।

    20 पिंक, 10 आदर्श मतदान केंद्र पर और 10 दिव्यांगजन बूथ केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर तय वर्ग से ही कर्मियों की तैनाती होगी। उन्होंने कहा कि मतदान को लेकर तय समय सीमा के भीतर केंद्र पर पहुंचने वाले मतदाताओं को लाइन में खड़ा कर पर्ची दे दिया जाएगा, ताकि विलंब से भी वह अपना वोट डाल सके।

    मतदान के लिए ईपीएफ समेत 12 वैकल्पिक दस्तावेज से पहचान की जाएगी। मतदाता पर्ची वैध पहचान पत्र नहीं है। वह केवल जानकारी देती है कि आप कहां और किस बूथ के मतदाता हैं।

    एसपी अरविंद प्रताप सिंह ने कहा कि जिले में शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव को संपन्न कराने को ले अर्धसैनिक बल के साथ ही जिला पुलिस तैयार है। चेक पोस्ट आदि पर लगातार चेकिंग की जा रही है।

    चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से निष्पादित कराने को लेकर अपराधियों को चिन्हित कर कार्रवाई की गई है। मतदान अवधि के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती रहेगी।

    संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों की संख्या के सवाल पर एसपी ने कहा कि संख्या गोपनीय का मामला है। पुलिस की तैयारी सभी चीजों को लेकर पूर्ण है। उन्होंने आमजनों से भी पुलिस टीम के सहयोग की अपील की है।

    वोलेंटियर रखेंगे मोबाइल

    मोबाइल फोन जीवन का अभिन्न अंग हो गया है। 15 मिनट का समय भी मोबाइल के बिना अधूरा सा लगता है। इसे ध्यान में रखते हुए आयोग ने मोबाइल के लिए विशेष व्यवस्था की है। सभी बूथ पर जूट बैंग दिए गए हैं।

    जिसमें मोबाइल को सुरक्षित रखा जाएगा। मतदान कक्ष में मतदाताओं को मोबाइल लेकर जाना निषेध होगा। केंद्र के बाहर मौजूद वोलेंटियर मतदाताओं का मोबाइल जमा लेंगे और पर्ची देकर उसे सुरक्षित अपने पास रखेंगे।

    मतदान के उपरांत वह पुनः लोगों को मोबाइल वापस देंगे। सभी मतदान केंद्र पर दो वोलेंटियर होंगे। मोबाइल के अलावा पर्दानशी महिला और वेब प्रसारण की समस्या का निदान करेंगे।

    जीपीएस से वाहनों की ट्रैकिंग

    ईवीएम ले जाने वाले वाहनों को जीपीएस सिस्टम से लैस किया गया है। इससे गाडियां तय रूप से इतर नहीं हो पाएगी। सभी गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

    जीपीएस ट्रैकिंग से चुनावी सामग्री की सुरक्षा में बड़ी मजबूती आएगी और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी बनेगी। साथ ही इससे किसी भी तरह की गड़बड़ी या अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई संभव हो सकेगी।

    बताया कि सभी वाहनों में जीपीएस डिवाइस लगाकर उनकी निगरानी कंट्रोल रूम से 24 घंटे की जाएगी। यह व्यवस्था निर्वाचन आयोग के निर्देश पर लागू की जा रही है ताकि निष्पक्ष और निर्भीक मतदान हो सके।
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