मलेरिया के लक्षण मिलने वाले मरीजों का स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज कराएंगी आशा
जिला मलेरिया कार्यालय के प्रांगण में सोमवार को मलेरिया कार्यक्रम से संबंधित आशा उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित हुई। अध्यक्षता जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार ने की। जिले के मलेरिया प्रभारी बीस प्रखंडों के सौ आशा एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। जो प्रशिक्षण पाकर अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर मलेरिया के लक्षण वाले मरीजों की जांच करेंगी।
समस्तीपुर । जिला मलेरिया कार्यालय के प्रांगण में सोमवार को मलेरिया कार्यक्रम से संबंधित आशा उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित हुई। अध्यक्षता जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार ने की। जिले के मलेरिया प्रभारी बीस प्रखंडों के सौ आशा एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। जो प्रशिक्षण पाकर अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर मलेरिया के लक्षण वाले मरीजों की जांच करेंगी। डॉ. कुमार ने बताया कि मलेरिया की जांच एवं उपचार की सुविधा सभी सरकारी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क उपलब्ध है। ठंड लगने, कपकपी, सरदर्द, उल्ली एवं चक्कर आने, तेज बुखार एवं अत्यधिक पसीने के साथ बुखार का कम होना इसके लक्षण है। ऐसा प्रत्येक दिन, एक दिन बीच करके या निश्चित अंतराल के बाद होना बीमारी के गंभीर लक्षण है। इस तरह के लक्षण होने पर मलेरिया जांच के लिए नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान लाने को कहा। जिला मलेरिया पदाधिकारी ने बताया कि मलेरिया एक प्रकार बुखार है। जिसमें प्रतिदिन या एक दिन के अन्दर या चौथे दिन बुखार हो सकता है। जो प्लाजमोडियम नामक परजीवी मादा एनाफिलिज मच्छर के काटने से होता है। मौके पर वीबीडी कंसल्टेंट संतोष कुमार, अजय कुमार, गौतम प्रसाद, पंकज कुमार आदि उपस्थित रहे। मलेरिया से बचाव की सलाह
मलेरिया से बचाव के लिए पूरे बदन को ढंकने वाला कपड़ा पहनने, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करने, घर के आसपास बने जल जमाव वाले जगहों को मिट्टी से पाट देने, जल जमे स्थानों पर पानी में मिट्टी का तेल या डीजल डालने, घर के आसपास बहने वाली नाली बराबर साफ-सफाई करें ताकि पानी बहाव निरंतर हो सके। साफ पानी से शुरू होती मलेरिया
मलेरिया फैलाने वाला मच्छर किसी भी स्थान पर ठहरे हुए साफ पानी एवं धीमी गति से नालियों में बहने वाले पानी में अंडे देती है तथा पनपती है। मलेरिया बुखार किसी भी व्यक्ति, महिला या बच्चा को हो सकता है तथा यह किसी भी उम्र में हो सकता है। मलेरिया बुखार होने की स्थिति में पीड़ित व्यक्ति को नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाकर खून की जांच करानी चाहिए। मलेरिया रोग निकलने पर चिकित्सक की सलाह से दवा की पूरी खुराक लेने की सलाह देनी चाहिए। सरकारी अस्पतालों में यह निशुल्क उपलब्ध है।
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