एनीमिया पीड़ित गर्भवती को मिलेगा आयरन इंजेक्शन
समस्तीपुर। जिले में एनीमिया से पीड़ित गर्भवतिओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए सकारात्मक पहल की गई है।

समस्तीपुर। जिले में एनीमिया से पीड़ित गर्भवतिओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए सकारात्मक पहल की गई है। इन्हें इंट्रावेनस आयरन सुक्रोज थेरेपी के जरिए नसों में आयरन सुक्रोज का इंजेक्शन देकर लौह तत्व की पूर्ति की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने पत्र जारी कर एनीमिया से पीड़ित महिलाओं को चिह्नित और स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के अनुसार जिले में 69 फीसद गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं, प्रसव के बाद यह संख्या और बढ़ जाती है। शिशु भी एनीमिया से पीड़ित होते हैं। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पहल की है। सिविल सर्जन का कहना है कि प्रखंडवार एनीमिया पीड़ितों की पहचान की जाएगी। इसके बाद इंजेक्शन देने का काम होगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं में खून की कमी को पूरा करने के लिए गर्भवती महिलाओं को आयरन और कैल्शियम की दवाओं के बाद अब आयरन सुक्रोज इंजेक्शन से गर्भवती महिलाओं में खून की पूर्ति करने की योजना बनाई है। विशेषज्ञ चिकित्सक की देखरेख में ही महिलाओं को आयरन सुक्रोज इंजेक्शन को एनएस वार्टर में मिलाकर स्लाइन के द्वारा लगाया जाता है।
इन महिलाओं को दिया जाता है आयरन सुक्रोज :
एनीमिया की पहचान हीमोग्लोबिन लेवल जांच करने के बाद की जाती है। इसे तीन भागों में बांटा गया है। पहला हीमोग्लोबिन लेबल 10 ग्राम से ज्यादा है तो एनीमिया नहीं माना जाता है। हीमोग्लोबिन 7 से 10 ग्राम होता है उसे मॉडरेट कहते हैं। यदि हीमोग्लोबिन 7 ग्राम से नीचे है तो उसे सीवियर एनीमिया माना जाता है। हीमोग्लोबिन 7 से 10 ग्राम के बीच रहता है तो उस महिला को आयरन सुक्रोज का इंजेक्शन दिया जाना है। गर्भधारण के तीन महीने के बाद महिला को आयरन सुक्रोज दिया जाना है। जच्चा-बच्चा को स्वास्थ्य लाभ देने को विभाग की नई पहल : सिविल सर्जन डॉ. सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने बताया शरीर में खून की कमी होना गंभीर स्थिति है और यह गर्भावस्था में तो और भी विकट हो सकती है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने जच्चा-बच्चा को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए यह हल निकाला है। शरीर को हेल्दी और फिट रहने के लिए अन्य पोषक तत्वों के साथ-साथ आयरन की भी जरूरत होती है। आयरन ही हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है। ये कोशिकाएं ही शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने का काम करती हैं। हीमोग्लोबिन फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर रक्त में आक्सीजन पहुंचाता है। इसलिए आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है और हीमोग्लोबिन कम होने से शरीर में आक्सीजन की कमी होने लगती है। इसकी वजह से कमजोरी और थकान महसूस होती है, इसी स्थिति को एनीमिया कहते हैं।
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