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    बचपन से ही सरोज में देशभक्ति का जज्बा

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    Updated: Sat, 08 Sep 2012 11:25 PM (IST)

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    जाप्र, रोसड़ा (समस्तीपुर) : यह वाकई रोसड़ा ही नहीं, बल्कि समस्त मिथिलावासियों के लिए गौरव की बात है। क्योंकि इस मिट्टी के लाल सरोज कुमार सिंह भारतीय नौ सेना के वाईस एडमिरल बन गए हैं। इसकी सूचना पर उनके गांव रोसड़ा प्रखंड के सोनुपुर में खुशियों का आलम है।

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    बताते चलें कि स्वतंत्रता सेनानी व पूर्व विधायक स्व. रामाकांत झा के द्वितीय पुत्र सरोज बचपन से ही मेधावी थे। आज वे जिस मुकाम पर पहुंचे हैं निश्चित ही यह उपलब्धि उनकी मेहनत और लगन से हासिल हुई है। वे नौ सेना के रीयल एडमिरल से वाईस एडमिरल का पद संभालकर उच्च पद पर बैठने वाले मिथिलांचल के इस लाल को दिल से दुआएं और बधाईयां दी जा रही है। सोनुपुर गांव में जन्म लिए सरोज उच्च विद्यालय बैद्यनाथपुर से परीक्षा अच्छे अंक के साथ उत्तीर्ण किए। फिर यूआर कॉलेज रोसड़ा एवं जमशेदपुर से अंतर स्नातक शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात सीएम साइंस कॉलेज दरभंगा से उन्होंने भौतिकी (प्रतिष्ठा के सभी) स्नातक की डिग्री ली। इसमें विभिन्न विषयों में इन्हें विशिष्ट अंक प्राप्त हुआ। वर्ष 1976 के जुलाई में उन्होंने भारतीय नौ सेना को ज्वाईन किया। महज डेढ़ साल बाद ही एक जनवरी 1978 को हाईड्रोग्राफी सर्वे के विशेषज्ञ बने और देश एवं सीमावर्ती क्षेत्रों में कई सफल ऑपरेशन किए। इसके अलावा नौ सेना के कई महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित करते हुए वर्षो से रीयर एडमिरल के पद पर आसीन थे। उनकी कार्य दक्षता को देखते हुए सरकार ने उन्हें नौ सेना के वाईस एडमिरल के पद पर प्रोन्नति दी है। उन्हें वीरता के लिए नौ सेना मेडल से भी सरकार ने नवाजा है। रोसड़ा शहर के वार्ड संख्या 05 स्थित उनके आवास पर भी शनिवार को हर्ष का माहौल था। 75 वर्षीया उनकी माता देव कुमारी देवी की आंखें खुशी से छलक रही थी। जागरण से विशेष वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि सरोज में बचपन से ही देश भक्ति का जज्बा था। पढ़ाई के दौरान भी वह देश की सुरक्षा एवं संप्रभुता के संबंध में अपने पिताजी से चर्चा करता रहता था। इस दौरान उनकी आंखें नम हो जाती है। भर्राए स्वर में वे कहती हैं कि आज वे (सरोज के पिता) रहते तो फूले नहीं समाते। तीन भाईयों में सरोज दूसरे नंबर पर हैं। बड़ा भाई रजनी रंजन झा बीएचयू बनारस में राजनीति शास्त्र के वरिष्ठ प्राध्यापक हैं तथा छोटा भाई राजीव रंजन झा सामाजिक क्षेत्र से जुडे़ हैं। उधर, वाइस एडमिरल श्री झा को ई. योगेंद्र पोद्दार, स्वतंत्रता सेनानी गंगेश नारायण चौधरी, चंद्रमणि प्रसाद, डॉ. रामलखन राय, सुशील कुमार झा आदि ने बधाई दी है।

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