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    Saharsa: कोर्ट में विचाराधीन कैदी की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्‍या, एक गिरफ्तार; मुख्‍य आरोपी समेत अन्‍य फरार

    By Kundan SinghEdited By: Prateek Jain
    Updated: Tue, 28 Mar 2023 10:57 PM (IST)

    Murder In Saharsa Court सहरसा के कोर्ट भवन में बदला लेने की नीयत से विचाराधीन बंदी प्रभाकर कुमार की हत्या करने का मामला सामने आया है। आक्रोशित छोटे भा ...और पढ़ें

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    सहरसा कोर्ट में बदला लेने की नीयत से विचाराधीन बंदी प्रभाकर कुमार की हत्या करने का मामला सामने आया है।

    सहरसा, जासं: सहरसा के कोर्ट भवन में बदला लेने की नीयत से विचाराधीन बंदी प्रभाकर कुमार की हत्या करने का मामला सामने आया है।

    अपने बड़े भाई उदय यदुवंशी की हत्या से आक्रोशित छोटे भाई विवेक यदुवंशी ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर आरोपित प्रभाकर की हत्या मंगलवार को गोली मारकर कर दी।

    पुलिस विचाराधीन बंदी के हत्या में शामिल विवेक यदुवंशी समेत अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है, जबकि घटना के बाद एक आरोपित आलोक कुमार को कट्टे के साथ पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

    एक अक्टूबर 2021 को उदय यदुवंशी की हुई थी हत्या

    एक अक्टूबर 2021 को बनगांव थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव में उदय कुमार यदुवंशी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

    पुलिस ने मामले में हरिओम को गिरफ्तार कर एसआइटी टीम का गठन किया किया था, जिसके बाद फरार प्रभाकर कुमार और उसके साथी पारस कुमार, कुंवर जीत कुमार, राम भरोश कुंवर को गिरफ्तार किया गया।

    पुलिस ने कट्टा व गोली भी आरोपित के पास से बरामद किया था। उस समय पुलिस ने इसका खुलासा कहते हुए बताया था कि उदय कुमार यदुवंशी ने प्रभाकर के मारपीट का एक वीडियो बनाया था, जिसे वायरल कर प्रभाकर को बेइज्जत किया था।

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    इसी का बदला लेने के लिए प्रभाकर ने पहले शाहपुर के उदय कुमार यदुवंशी से दोस्ती की। फिर उदय को मुरली बसंतपुर में मुखिया मंजू देवी की जीत के बाद आयोजित विजय जुलूस में बुलवाया तथा धोखे से सड़क पर ले जाकर सीने में गोली मार दी, जिसमें उसकी मौत हो गई।

    हत्या के बाद स्वजनों में था आक्रोश

    उदय के बाद उनके स्वजनों में आक्रोश था। पुलिस सभी आरोपित को गिरफ्तार कर चुकी थी, लेकिन भाई की हत्या से खफा छोटा भाई विवेक यदुवंशी ने मुख्य आरोपित की हत्या करने की ठान ली और कोर्ट भवन में ही उसे मौत के घाट उतार दिया।

    सीढ़ी से उतरते ही मारी गोली

    पहले तल पर एसीजेएम प्रथम संतोष कुमार के यहां पेशी के बाद उसे हथकड़ी लगाकर सुरक्षाकर्मी कोर्ट हाजत ले जा रहे थे। सीढ़ी से जैसे ही प्रभाकर उतरा कि उसपर गोली चलाई गई।

    सुरक्षाकर्मी ने बदमाश को खदेड़ा इसी दौरान दूसरे बदमाश ने प्रभाकर पर ताबड़तोड़ गोली चला दी, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।

    वहीं, घटना को अंजाम देने के बाद भाग रहे एक बदमाश आलोक कुमार को कट्टे के साथ पकड़ लिया गया, जिसके पास से पांच खोखे भी बरामद किये गये हैं।

    गोली चलते ही मची भगदड़

    गोली चलते ही भगदड़ मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। कोई कुछ समझ नहीं पा रहा था। पुलिस के पहुंचने पर भीड़ जुट गई। कोर्ट को अति सुरक्षित माननेवाले लोगों ने कहा कि यहां इस तरह की घटना होना बेहद चिंताजनक है।

    इधर, पटना हाई कोर्ट को जिला जज ने भेजी रिपोर्ट

    कोर्ट भवन में एक विचाराधीन बंदी की हत्या के मामले को लेकर जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक राज ने पटना हाई कोर्ट को रिपोर्ट भेज दी है।

    पटना उच्च न्यायालय के महानिबंधक को भेजी गई रिपोर्ट में कोर्ट भवन में घटित घटना की जानकारी दी है। जिला जल द्वारा हाई कोर्ट को भेजी गई रिपोर्ट में घटना की विस्तृत जानकारी दी गई है।

    हालांकि, बंदी की हत्या के बाद पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने जिला जज से भेंटकर पुलिस सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने की बात कही है।

    आगामी 31 मार्च को कोर्ट में न्यायमूर्ति के आगमन की तैयारी को लेकर एसपी को भी कोर्ट की सुरक्षा को लेकर कई निर्देश जिला जज ने दिए हैं।