Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'मैं CBI इंस्पेक्टर बोल रहा हूं, 2 लाख रुपये नहीं भेजे तो...'; ऐसे वीडियो कॉल से आप भी रहें अलर्ट

    सहरसा जिले के महिषी में एक पोस्टमास्टर को साइबर ठगों ने निशाना बनाया। ठग ने सीबीआई इंस्पेक्टर बनकर पोस्टमास्टर से दो लाख रुपये की फिरौती मांगी। पोस्टमास्टर ने समझदारी दिखाते हुए फोन काट दिया। इससे पहले सलखुआ पीएचसी को भी फर्जी मेल भेजा गया था। पिछले साल एक चिकित्सक से 74 लाख की ठगी हुई थी।

    By Kundan Mishra Edited By: Rajat Mourya Updated: Wed, 27 Aug 2025 04:43 PM (IST)
    Hero Image
    मैं सीबीआई इंस्पेक्टर बोल रहा हूं, आपका बेटा अरेस्ट हो चुका है...

    संवाद सूत्र, महिषी (सहरसा)। मैं मुंबई से सीबीआई इंस्पेक्टर बोल रहा हूं, आपका बेटा अरेस्ट हो चुका है। फौरन दो लाख रुपये भेजें नहीं तो आपके बेटे को जेल भेज दिया जाएगा। ये बातें मंगलवार शाम महिषी थाना क्षेत्र के मैना शाखा डाकघर के डाकपाल राकेश चौधरी के मोबाइल पर वीडियो कॉलिंग के माध्यम से ठग ने कही।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस बात को सुनकर पोस्टमास्टर अचंभित हो गए। दूसरी तरफ से मोबाइल नं.92 3209220890 से वीडियो कॉल पर पुलिस वर्दी पहने दिख रहे व्यक्ति ने अपना परिचय देते हुए बताया कि वो सीबीआई मुंबई ब्रांच से इंस्पेक्टर राहुल शर्मा बोल रहे हैं।

    मिली जानकारी के अनुसार, पोस्टमास्टर राकेश चौधरी को अपना कोई बेटा नहीं है। उन्हें इस बात को समझते में कोई समस्या नहीं हुई कि ये साइबर ठगों द्वारा किया गया वीडियो कॉल है। उन्होंने बताया कि उनके समक्ष में जैसे ही यह बात आई उन्होंने फोन करने वाले को चेतावनी देते हुए फोन काट दिया।

    फोन काटने बाद सबसे पहले उन्होंने अपने बैंक खाते को चेक कर पता किया कि कहीं इस बीच उनके बैंक खाते से राशि निकासी करने में ये साइबर अपराधी सफल तो नहीं हो गए, लेकिन बैंक खाता सुरक्षित पाकर उन्होंने राहत की सांस ली।

    उनका कहना है कि उन्हें साइबर अपराधी द्वारा इस प्रकार डिजिटल अरेस्ट के घटनाओं की जानकारी समाचार पत्रों व अन्य न्यूज चैनलों के माध्यम से नहीं मिली होती तो निश्चित ही वो भी इसके शिकार हो सकते थे।

    साइबर ठगाें ने सलखुआ पीएचसी को भेजा था मेल

    21 अगस्त काे साइबर ठगाें ने सलखुआ प्राथमिक चिकित्सा केंद्र को एक फर्जी मेल भेजा था। यहां चाइल्ड पोर्नग्राफी को लेकर एक फर्जी मेल पीएचसी को भेजा गया। इसमें चौबीस घंटे के अंदर उसका जवाब मांगा गया था। यह मेल सीबीआई कोर्ट के नाम से भेजा गया, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। बाद में पता चला कि ई-मेल फर्जी है। तब जाकर विभाग के लोगों ने राहत की सांस ली थी।

    सहरसा के एक चिकित्सक से वसूल चुके हैं 74 लाख

    इससे पहले, साइबर ठगों ने ईडी का अधिकारी बनकर सहरसा जिला के सौरबाजार के रहने वाले एक चिकित्सक को अपने जाल में फंसा लिया था। चिकित्सक एनएमसीएच से सेवानिवृत हुए थे। उन्हें साइबर ठग ने ईडी का अधिकारी बनकर फोन किया।

    कहा गया कि आपके पास आय से अधिक संपत्ति है। दो दिनों तक उस चिकित्सक को पटना के एक होटल में डिजिटल अरेस्ट रखा और उनके गहने गिरवी रखवाकर उनसे 74 लाख रुपए की ठगी कर ली थी। यह मामला बीते साल छह दिसंबर का है। चिकित्सक को सहरसा से पटना बुलाकर इस ठगी को अंजाम दिया गया था।