सुलिन्दाबाद पंचायत में एक भी नहीं है बालिका विद्यालय
सहरसा। 15 हजार की जनसंख्या वाले शहर से सटे सुलिन्दाबाद पंचायत में में जगह- जगह पक्की सड़क तो बन गय
सहरसा। 15 हजार की जनसंख्या वाले शहर से सटे सुलिन्दाबाद पंचायत में में जगह- जगह पक्की सड़क तो बन गयी है लेकिन सरकार बालिका शिक्षा के लिए एक बालिका विद्यालय नहीं रहने से परेशानी उठानी पड़ रही है। सहरसा शहर से सटे रहने के कारण इस पंचायत पर बाजारीकरण हॉवी है। यही कारण है सुलिन्दाबाद में सड़क के दोनों और दुकानें बस गयी है। यहां के लोग मछली उत्पादन कर आत्मनिर्भर बने हुए हैं। वहीं स्वरोजगार आजीविका का मुख्य धंधा बना हुआ है। सुलिन्दाबाद पंचायत में विकास के कई काम सरजमीं पर दिखते हैं। कहने को तो ग्रामीण परिवेश है लेकिन शहर की तमाम सुविधा यहां उपलब्ध है। सड़क हो या नाला या बिजली या पानी हर काम यहां दिखता है। पंचायत में हर घर नल जल योजना के तहत जगह- जगह पाइप लाइन बिछाया जा रहा है। बोरिग का काम पूरा हो चुका है। मुख्य सड़क सहित वार्डों व टोलों में भी पक्की सड़क बनी हुई है। 15 हजार की आबादी वाले सुलिन्दाबाद पंचायत में मजदूरों की भी संख्या अधिक है। जो शहर में जाकर मजदूरी करते हैं। सुलिन्दाबाद पंचायत की मुखिया तलत प्रवीण कहती है कि विकास ही इस पंचायत की पहचान है। सुलिन्दाबाद पंचायत खुले में शौचमुक्त ग्राम है। पंचायत में छह पीसीसी सड़क बनायी गयी है और कई प्रस्तावित है। जल जीवन हरियाली के तहत पौधारोपण किया गया है। सुलिन्दाबाद पंचायत की पहली महिला मुखिया बनने का गौरव तलत प्रवीण को मिला है।
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सुलिन्दाबाद में उत्क्रमित हाई स्कूल में नहीं है शिक्षक
स्कूल को हाई स्कूल में उत्क्रमित कर दिया गया लेकिन शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गयी है। आखिर बच्चें कैसे पढेंगे और कौन पढाएंगे? दो मिडिल स्कूल एवं एक उर्दू प्राथमिक विद्यालय है। 4 नवसृजित विद्यालय है। आंगनबाड़ी की संख्या आठ है। वहीं उप स्वास्थ्य केन्द्र एक है। पंचायत के मो. मसीह इमाम पप्पू कहते हैं कि इस पंचायत में जलजमाव की समस्या है। खरी टोला से ठाकुर चौक तक पक्की सड़क बनने की जरूरत है। शहर से पंचायत को जोड़नेवाली इस बायपास सड़क गांवों में पक्की तो बन गयी है लेकिन करीब एक किलोमीटर अधूरा पड़ा हुआ है।
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पंचायत में दिखता है सामाजिक सौहार्द
सुलिन्दाबाद पंचायत में सामाजिक सौहार्द का वातावरण कायम है। मुखिया तलत प्रवीण कहती है कि पंचायत में अधिकांश मामला आपस में ही बैठकर निपटा लिया जाता है। सामाजिक सछ्वाव हर हमेशा कायम रहता है। हर सुख दुख में लोग एक दूसरे के पास रहते है। मुख्यमंत्री सड़क योजना से मुख्य सड़क बनायी गयी है। सुलिन्दाबाद आदर्श पंचायत के रूप में चिन्हित है। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी विशेष कृपा रहती है क्योंकि मुख्यमंत्री ने महादलित टोला से ही विकास की लकीर खींची थी।
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पंचायत एक नजर में
- आबादी-15000
- मतदाता- 7500
- कुल वार्ड- 12
- आंगनबाड़ी केन्द्र- 8
- हाई स्कूल- 1
- मध्य विद्यालय- 2
- उर्दू प्राथमिक विद्यालय-1
- एनपीएस- 4
- उप स्वास्थ्य केन्द्र- एक
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चौहद्दी
सुलिन्दाबाद पंचायत के उत्तर में नगर परिषद का वार्ड नंबर 25 एवं 26 सटा हुआ है। वहीं दक्षिण में दिवारी एवं मोहनपुर पंचायत है। पूरब में शहरी क्षेत्र सहुरिया पश्चिमी पंचायत है। वहीं पश्चिम में सिरादेयपटटी पंचायत क्षेत्र है।
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प्रस्तावित है सात नया पोखर
फोटो- 5 एसएआर-73
- इस पंचायत में सात नया पोखर प्रस्तावित है। 12 वार्ड में से 11 वार्ड में हर घर नल जल योजना का लाभ पहुंच रहा है। धमसैनी और सुलिन्दाबाद में कई विकास कार्य हुए है। जिसमें पक्की सड़क शामिल है। नाला भी प्रस्तावित है। गली- मुहल्ला में बिजली पोल पर 134 वैपर लाइट लगाए गए हैं। वृद्धावस्था पेंशन सहित जरूरतमंदों को सरकारी लाभ दिलाया जा रहा है। हर घर शौचालय बना है। लेकिन लोगों को भुगतान धीमी गति से हो रहा है।
तलत प्रवीण, मुखिया
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फोटो-5 एसएआर-66
-जल जमाव इस पंचायत की मुख्य समस्या है। बारिश के समय में जल जमाव से परेशानी होती है लेकिन सड़क बन जाने से परेशानी कम हुई है।
-गोरकुन शर्मा, वार्ड नंबर 2
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फोटो-5 एसएआर-67
- खरी टोला से ठाकुर चौक तक की सड़क मिट्टी सोलिग है। पक्की सड़क बनना जरूरी है। इस सड़क के बनने से पंचायत के लोगों को सहुलियत होगी।
कौशल्या देवी, शर्मा टोला
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फोटो-5 एसएआर-68
- पंचायत में कई विकास कार्य हुए हैं। हर वर्ग के लोगों में खुशी है। भविष्य में भी पंचायत में विकास की गाड़ी आगे बढ़ती रहे। पंचायत के लोगों को सुविधाएं मिलती रहे।
- अनमोल देवी, ग्रामीण
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फोटो- 5 एसएआर-69
- सुलिन्दाबाद पंचायत में शहर से लाकर कचरा नगर परिषद द्वारा फेंका जाता है। जिसकी वजह से पंचायत आने जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कचरा फेंकने पर रोक लगनी चाहिए।
- राजीव कुमार, धमसैनी
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फोटो- 5 एसएआर-70
- इस पंचायत में पड़नेवाले रेलवे क्रासिग पर एप्रोच सड़क नहीं बनने से आवाजाही में दिक्कतें होती है। शहर से कचरा लाकर पंचायत में नगर परिषद फेंकवा रही है। इस पर रोक लगें।
मो. शफीक, ग्रामीण
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फोटो- 5 एसएआर- 72
-पंचायत के गली-मुहल्ला में पक्की सड़क बन गयी है। यह जनप्रतिनिधि के काम का ही प्रतिफल है कि अब पंचायतवासियों को बिजली, सड़क की सुविधा मिल गयी है।
मो. शमीम, ग्रामीण
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