मैथिली के आधुनिक युग प्रवर्तक थे कविवर चंदा झा
सहरसा। मैथिली के आधुनिक युग प्रवर्तक कविश्वर चंदा झा का स्मृति पर्व रविवार को बड़गांव स्थित ि
सहरसा। मैथिली के आधुनिक युग प्रवर्तक कविश्वर चंदा झा का स्मृति पर्व रविवार को बड़गांव स्थित बिषहरा उच्च विद्यालय परिसर मे कविवर चंदा झा विचार सह सेवा संस्थान द्वारा समारोह का आयोजन किया गया। चन्द्रशेखर झा की अध्यक्षता मे आयोजित समारोह की शुरुआत विद्वान पंडितों के वेदपाठ से हुआ। समारोह का विधिवत उदघाटन विधायक रत्नेश सादा, पूर्व विधायक संजीव कुमार झा, मैथिली साहित्य के वरीय प्रधायापक डॉ. नरेश मोहन झा, वरिष्ट साहित्यकार डॉ. रामानंद झा रमण, ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रे¨नग कॉलेज के चेयरमैन डॉ. रजनीश रंजन समेत अन्य अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर कविश्वर चंदा झा केन्द्रित व्याख्यान का आयोजन कर उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला गया।
बड़गांव में रहकर ली शिक्षा
व्याख्या के दौरान वक्ताओं ने कहा कि कविश्वर चंदा झा का मूल नाम चन्द्रनाथ झा था। तथा इनका जन्म 1831 माना जाता है। इनका जन्म इनके ननिहाल बड़गांव मे हुआ था। कविश्वर लगभग 17-18 वर्षो तक अपने ननिहाल बडगांव मे रहकर अपने विद्वान नाना पंडित गिरिवर नारायण झा के सानिध्य में रहकर शिक्षा ग्रहण किये थे। कार्यक्रम में विद्वानों द्वारा अपनी-अपनी मैथिली रचनाओं का पाठ भी किया गया। वही सायंकाल मे मैथिली नाट्य एवं संगीत का भी आयोजन किया गया। संस्थान द्वारा उपस्थित अतिथियों को मिथिला की रीति-रिवाज के अनुसार पाग व चादर प्रदान कर सम्मानित किया गया। मौके पर प्रखंड प्रमुख ललिता देवी, जदयू प्रखंड अध्यक्ष जय ¨सह, नवल विश्वास, ¨पकु मंडल, मनोज यादव, ममता झा, विमलकांत झा, खेलन झा, डा. महेन्द्र, डॉ. कुलानंद झा, विनय कुमार चौधरी, अजीत आजाद, डा. जेपी यादव, डॉ. केएन ठाकुर, प्रवीण नारायण चौधरी, शैलेन्द्र शैली, नवल, नीरज, स्वाती, दिलीप कुमार झा, दीपनारायण विद्यार्थी, नारायण झा, रधुनाथ मुखिया, प्रीतम निषाद, डा. शेफालिका वर्मा, स्वाती साकम्भरी, राजेश रंजन, बौआ खां, मुरारी मयंक झा, मुकेश मानस, भीम शंकर झा, शेखर मंडल, ¨पटू झा, विपुल झा, नरेश झा समेत अन्य ग्रामीण मौजूद थे।
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