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    पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए जमीन मापी कार्य शुरू, 282 किलोमीटर लंबी होगी सड़क

    Updated: Fri, 18 Jul 2025 04:04 PM (IST)

    सहरसा के सौरबाजार में पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि मापन शुरू हो गया है। यह सड़क रामपुर रौता खेम सुहथ और कढ़ैया पंचायत के कई गांवों से गुजरेगी। अमीन जमीन का ब्यौरा तैयार कर रहे हैं जिसके लिए 90 मीटर चौड़ाई में जमीन का अधिग्रहण होगा। 282 किलोमीटर लंबी यह सड़क 2028 तक बनने की उम्मीद है।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    संवाद सूत्र, सौरबाजार (सहरसा)। बिहार राज्य ग्रीनफील्ड हाईवे के तहत पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे सड़क निर्माण के लिए जमीन मापी का कार्य शुरू हो गया है।

    सौरबाजार अंचल में पड़ने वाले राजस्व गांव के जमीन का सीमांकन कर राज्य सरकार को रिपोर्ट भेजने की तैयारी की जा रही है।

    जानकारी के अनुसार सौरबाजार अंचल के चार पंचायत रामपुर, रौता खेम, सुहथ, कढ़ैया पंचायत के विभिन्न गांवों होकर यह सड़क गुजरेगी।

    जिस राजस्व गांव होकर गुजरेगी सड़क उनमें रहुआ, कबैला, कबैला चक, भादा, रौता खेम, रौता बंशी, सुहथ, फौरसाहा गांव शामिल है।

    इस सड़क के बगल में कई अन्य गांव भी शामिल हैं जिससे होकर सड़क बनने वाली है। सड़क निर्माण के लिए जमीन मापी कर रहे अमीन ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जो सड़क निर्माण के लिए जो नक्शा उपलब्ध कराया गया है उसके बारे में ब्यौरा तैयार किया जा रहा है।

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    जिस जमीन से होकर सड़क जाएगी वह जमीन किस खतियान की है, खतियान किसके नाम से चल रहा है सभी जानकारी जुटाई जा रही है। सड़क के लिए जमीन का अधिग्रहण की चौड़ाई 90 मीटर यानी 292 फीट होगी।

    यह ग्रीनफील्ड हाईवे सड़क बैजनाथपुर-सोनवर्षा मुख्य मार्ग के हनुमान नगर चकला एवं अर्राहा गांव के मध्य होकर गुजरेगी। इस कार्य में अंचल अमीन अजय कुमार, गायत्री कुमारी, राजस्व कर्मचारी संजीत कुमार समेत अन्य कर्मी लगे हुए हैं।

    282 किलोमीटर लंबी होगी सड़क

    पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे एक छह लेन वाला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे है जो बिहार में पटना और पूर्णिया के बीच बनाया जा रहा है। यह 282 किलोमीटर लंबी होगी। इसके बन जाने से सफर के समय में कमी आ जाएगी और यह सड़क सात-आठ घंटे से घटाकर तीन से साढ़े तीन घंटे कर देगा।

    इस परियोजना पर 18,042.14 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसके 2028 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है। यह एक्सप्रेसवे वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा, और पूर्णिया जिले से गुजरेगी।