रेलवे अब नए फाटक का नहीं करेगी निर्माण : हरपाल सिंह
संवाद सूत्र सहरसा पूर्व मध्य रेल के मुख्य परियोजना निदेशक हरपाल सिंह ने सहरसा- सुपौल रेल

संवाद सूत्र, सहरसा: पूर्व मध्य रेल के मुख्य परियोजना निदेशक हरपाल सिंह ने सहरसा- सुपौल रेलखंड के पंचगछिया व सहरसा - मधेपुरा रेल खंड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान रेल अधिकारियों को कई निर्देश दिए। निरीक्षण उपरांत कहा कि रेलवे ट्रैक किनारे बसे लोगों की सुरक्षा के लिए ही अब रेल प्रशासन और बिहार सरकार नई स्कीम के साथ काम करेगी। रेलवे अब किसी रेलखंड में नये फाटक का निर्माण नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि पंचगछिया स्टेशन के पास एप्रोच सड़क ठीक नहीं है। इसके अलावा अन्य कई स्टेशनों के बीच जगह-जगह अनाधिकृत ढ़ंग से मिट्टी भराकर रेलवे क्रासिग का रूप दे दिया गया है जो बिल्कुल ही अवैध है। पंचगछिया स्टेशन के पास रेलवे लाइन किनारे ही कई घर बसे हुए दिखे। आसपास बसी घनी आबादी वाले क्षेत्र में अनाधिकृत रूप से बने रेलवे क्रासिग दुर्घटना को दावत दे रही है। राज्य सरकार के साथ हुई बैठक में इस तरह के अनाधिकृत रेलवे क्रासिग पर फुट ओवर ब्रिज या अंडर पास सडक बनाने के लिए पंचायती राज विभाग द्वारा इस योजना को शामिल करने की पहल की जा रही है।
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सर्कुलेटिग एरिया का किया निरीक्षण
पूर्व मध्य रेल के मुख्य परियोजना ने सहरसा स्टेशन के मुख्य द्वार सर्कुलेटिग एरिया का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि सर्कुलेटिग एरिया का भी विस्तार किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान तैयार होगा।
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गंगजला बायपास रेल लाइन का होगा निर्माण
राज्य परियोजना निदेशक ने बताया कि सहरसा स्टेशन से गंगजला होकर कारू खिरहरि रेलवे हाल्ट तक जानेवाली रेल लाइन का निर्माण होगा। सहरसा स्टेशन पर इंजन रिवर्सल की बहुत बडी समस्या है। पूर्णिया और कटिहार जाने के लिए सहरसा स्टेशन इंजन रिवर्सल की समस्या उत्पन्न होती है। जिससे समय व इंधन की बर्बादी होती है। अगर गंगजला होते हुए पुरानी रेल लाइन का निर्माण हो जाता है तो 30 से 40 मिनट का समय बच जाएगा।
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