भारतीय रेल : सहरसा में हो रहा है क्विक वाटरिंग सिस्टम का इस्तेमाल, आठ मिनट में हो जाता है काम
सहरसा रेलवे स्टेशन पर आधुनिक तकनीक से ट्रेनों में पानी भरने की व्यवस्था की जा रही है। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 3, 4 और 5 पर क्विक वाटरिंग सिस्ट ...और पढ़ें

भारतीय रेल - क्विक वाटरिंग सिस्टम
संवाद सूत्र, सहरसा। इन दिनों पूर्व मध्य रेल सहरसा स्टेशन आधुनिकतम टेक्नोलाजी की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। सहरसा रेल खंड में बढ़ती ट्रेनों की संख्या को लेकर रेलवे ने यहां पर सुविधाओं का भी विस्तार करने लगा है। सहरसा स्टेशन पर पहले प्लेटफार्म नंबर एक और दो पर ही क्विक वाटरिंग सिस्टम लगा हुआ था। जो ट्रेन के आने पर बोगी में पानी भरा जाता था। लेकिन बढ़ती ट्रेनों की संख्या को लेकर रेलवे ने शेष तीनों तीन, चार एवं पांच नंबर प्लेटफार्म पर भी क्विक वाटरिंग सिस्टम लगा दिया है।
स्टेशन के तीन प्लेटफार्म पर लगाया गया वाटर सिस्टम
इस वाटरिंग सिस्टम के लगने से ट्रेनों के हर कोचों में कम समय में पानी भरने की सुविधा उपलब्ध हो रही है। ट्रेनों के कोचों में त्वरित रूप से पानी भरने हेतु पूर्व मध्य रेल के 12 प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर त्वरित जल प्रणाली क्विक वाटरिंग सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है। स्टेशन पर ट्रेनों के न्यूनतम दस मिनट तक ठहराव होने पर ट्रेनों में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु त्वरित जल प्रणाली बहुत ही उपयोगी संयंत्र है।
सहरसा में हैं कई महत्वपूर्ण ट्रेन
त्वरित जल प्रणाली की डिस्चार्ज दर अधिकतम 200 लीटर प्रति मिनट है। जिसे आवश्यकतानुसार समायोजित किया जा सकता है। इससे ट्रेनों में पानी भरने में लगने वाला समय पहले की व्यवस्था की तुलना में काफी कम हो जाएगा। इस प्रणाली के उपयोग से 24 कोच वाली ट्रेन को पूरी तरह से पानी देने में लगभग आठ मिनट का समय लगता है। इससे मेल एवं एक्सप्रेस ट्रेनों के समय पालन में सुधार में भी सहायक है। इन दिनों सहरसा स्टेशन पर अन्य रेल खंडों में चलने वाली कई महत्वपूर्ण ट्रेन वंदे भारत भी सहरसा होकर गुजरती है।
सहरसा स्टेशन के तीन प्लेटफार्मों पर यह सिस्टम लगा दिया गया है। इसके अतिरिक्त समस्तीपुर मंडल के 12 स्टेशनों पर क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाया गया है।
सरस्वती चंद्र, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्व मध्य रेल

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