Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सिमरीबख्तियारपुर में सौ की जगह 30 बेड का चल रहा अस्पताल

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 18 Feb 2022 06:26 PM (IST)

    संस सिमरीबख्तियारपुर (सहरसा) अनुमंडल के करीब आठ लाख की आबादी को स्वास्थ्य सुविधा मुहैय

    Hero Image
    सिमरीबख्तियारपुर में सौ की जगह 30 बेड का चल रहा अस्पताल

    संस, सिमरीबख्तियारपुर (सहरसा) : अनुमंडल के करीब आठ लाख की आबादी को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए संचालित अनुमंडलीय अस्पताल में चिकित्सकों की काफी कमी है। महिलाओं के इलाज एवं प्रसव कराने के लिए अस्पताल में एक भी महिला चिकित्सक पदस्थापित नहीं है। आलम यह है कि कहने तो यह सौ बेड का अस्पताल है परंतु 30 बेड से ही काम चलाया जा रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सात करोड़ की लागत एवं 100 बेड वाले इस अस्पताल का निर्माण वर्ष 2005 में हुआ था। लोगों को उम्मीद थी कि अब सहरसा, दरभंगा या पटना इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा लेकिन अस्पताल में ना तो चिकित्सकों की संख्या बढ़ाई जा रही है और न ही कर्मचारियों की संख्या बढ़ सकी। सौ बेड वाले इस अस्पताल में अब भी सिर्फ 30 बेड ही है। प्राथमिक उपचार के बाद रोगियों को सहरसा रेफर कर दिया जाता है।

    ---

    35 में पांच चिकित्सक हैं पदस्थापित

    ----

    अस्पताल में 35 चिकित्सकों का पद सृजित है।वर्तमान में यहां सिर्फ पांच चिकित्सक ही कार्यरत हैं। 75 स्वास्थ्य कर्मचारियों का पद सृजित है लेकिन सिर्फ 14 कर्मचारी ही हैं। 50 की जगह दो ए ग्रेड नर्स व 60 एएनएम की जगह मात्र 20 एएनएम कार्यरत है। अनुमंडलीय अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं हैं।

    ---

    गत माह 2911 लोगों का हुआ इलाज

    ----

    गत माह के आंकड़े को देखे तो अस्पताल के ओपीडी में पिछले माह 2911 रोगियों का इलाज किया गया। इमरजेंसी में पिछले माह 97 रोगी भर्ती किए गए। अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन, दांत की भी मशीन लगा दी गयी है।

    ----

    क्या कहते हैं मरीज व स्वजन

    ----

    अस्पताल में इलाज कराने आई बबिता देवी, सपना कुमारी, रेणु देवी, कीर्ति कुमारी,किरण कुमारी, अफसाना परवीन आदि ने बताया कि महिला चिकित्सक के नहीं रहने के कारण इलाज कराने में काफी परेशानी होती है। अस्पताल में डेढ़ दर्जन प्रसव प्रतिदिन पुरुष चिकित्सक की देख-रेख में करवाया जाता है।

    ----

    तीन आरओ लगने के बाद भी नहीं मिलता है शुद्ध पानी

    ----

    यहां तीन आरओ लगने के बाद भी शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य प्रबंधक कहते हैं अस्पताल में दो मोटर लगे हुए हैं एवं तीन आरओ भी लगाए गए हैं। बावजूद इससे शुद्ध पेयजल निकालना संभव नहीं हो पा रहा है। कहा कि डाक्टर की कमी है। महिला चिकित्सक नहीं रहने के कारण काफी परेशानी होती है।। जिसको लेकर विभाग से पत्राचार किया गया है।