Bihar Government Subsidy: लौटेगी गन्ने की मिठास, किसानों को मिलेगा अनुदान
कोसी क्षेत्र में गन्ने की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार गन्ना उत्पादन यंत्रों पर 60% तक अनुदान देगी। गन्ना हार्वेस्टर, प्लांटर, लेवलर जैसे उपकरण खरीदने पर सब्सिडी मिलेगी। किसान जूस निकालकर व्यापार भी कर सकते हैं। आवेदन के लिए आधार कार्ड और भूमि प्रमाण पत्र जरूरी हैं। सहरसा में गन्ने की खेती को आधुनिक बनाकर किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास है।

संवाद सूत्र, नवहट्टा (सहरसा)। कभी गन्ने की खेती के लिए प्रसिद्ध कोसी इलाके में गन्ने की मिठास लौटने की उम्मीद है। गन्ना खेती को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने गन्ना उत्पादन यंत्रों की खरीद पर अनुदान की व्यवस्था की है। किसानों को उपकरण खरीदने के लिए 60 प्रतिशत तक अनुदान प्रदान किया जाएगा।
गन्ने की खेती में उपयोग होने वाली मशीनों में गन्ना हार्वेस्टर मशीन, शुगरकेन कटर प्लांटर, लैंड लैवलर मशीन, कल्टीवेटर, ट्रैक्टर आपरेटेड, ऑपरेटेड राइजर, रिंग पिट डिगर, ट्रेंच ओपनर, सिंगल बड कटर, विद्युत मोटर चालित जूसर मशीन, हैंड ऑपरेटेड डिवाइस किट, पावर वीडर आदि शामिल हैं।
इसके साथ ही, गन्ने का जूस निकालकर व्यापार करने में भी कृषि विभाग किसानों को सहयोग करेगा। योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन जमा करना होगा।
इसके लिए आधार कार्ड, भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र, अनुसूचित जाति जनजाति के लिए जाति प्रमाण पत्र, और पासबुक की मूल प्रति आवश्यक है। इच्छुक किसान विभागीय पोर्टल के माध्यम से या निकटवर्ती साइबर कैफे तथा वसुधा केंद्र में जाकर आवेदन कर सकते हैं। आ
वेदन में किसी प्रकार की समस्या होने पर कृषि सलाहकार सहायता प्रदान करेंगे। सहरसा जिले के भी कहरा एवं सत्तर कटैया में पहले गन्ने की खेती बड़े पैमाने पर होती थी, लेकिन श्रमिकों की अधिकता और मेहनत के अनुपात में बाजार मूल्य न मिलने के कारण किसान इससे दूर हो गए थे।
अब आधुनिक उपकरणों के माध्यम से गन्ने की खेती को सरल बनाया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक किसान जुड़कर अपनी आय बढ़ा सकेंगे।

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