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    गजल दिल व दिमाग को सुकून देता है: चंदन दास

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 11 Mar 2019 12:06 AM (IST)

    सहरसा। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रसिद्ध गजल सम्राट चंदन दास कहते है कि गजल दिल व दिमाग को सुक ...और पढ़ें

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    गजल दिल व दिमाग को सुकून देता है: चंदन दास

    सहरसा। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रसिद्ध गजल सम्राट चंदन दास कहते है कि गजल दिल व दिमाग को सुकून देता है। गजल जिदगी की बातें है। जब तक दुनिया रहेगी शायरी होती रहेगी और गजल के फनकार भी होंगे। गजल एक उम्र या कहिए जिदगी के कटु अनुभव उतार चढाव के साथ अच्छी लगती है। लोगों की जिदगी में जब थकान, निराशा और प्यार में उतार चढाव में गजल मेडीसीन का काम करती है। तब लोगों को गजल के अर्थ अपने जीवन के दुखों से जुड़ते है और गजल से ही उन्हें इनर्जी मिलती है और वे संभलकर चलना शुरू करते है। गजल को चाहनेवालों की कोई कमी नहीं है। गजल में कशिश है जो जिदगी जीता है। संगीतकार व गायक चंदन दास ने सहरसा में आयोजित कोशी महोत्सव में शामिल होने सहरसा पहुंचने के बाद एक विशेष भेंट में बातचीत के दौरान उन्होंने अपनी जीवन यात्रा को साझा करते हुए कहा कि मुझे तो बचपन से ही गजल गाने का शौक था। जो मेरा जीवन बन गया है। अब तो गजल मेरी हर सांसों में धड़कता है।

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    संस्कार है गजल

    कोशी महोत्सव में दूसरी बार सहरसा पहुंचे चंदन दास कहते है कि गजल संस्कार है। गजल से लोगों की जीवन शैली अच्छी हो जाती है। सोच अच्छी हो जाती है। लोगों को भी अच्छी संगीत सुननी चाहिए। शास्त्रीय संगीत से जुड़ाव आवश्यक है।

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    1982 में निकला पहला एलबम

    पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद निवासी चंदन दास 15 वर्ष की उम्र में ही वर्ष 1971 में पटना आ गए। पटना में लगातार छह वर्षों तक आकाशवाणी पटना से जुड़कर गजल गाते रहे। 1976 तक पटना ही रहे। 1977 में दिल्ली चले गए। म्यूजिक इंडिया से जुड़े। वर्ष 1982 में मुम्बई गए तो वहीं का रह गए। पहल एलबम तलत अजीज के साथ निकला। इसके बाद 1993 से टी सीरिज गुलशन कुमार के साथ जुड़े। अनुराधा पौंडवाल के साथ दीवानगी एलबम रिलीज किया। वर्ष 1994 में अनुराधा पौंडवाल के साथ ही इश्क रिलीज हुआ। 1995 में तमन्ना, 1996 में एक महफिल एलबम जारी हुआ।

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    कई फिल्मों में गाए गीत

    प्रसिद्ध गायक चंदन दास कई फिल्मों में भी गानों को अपना स्वर दिया है। फिल्म जान लड़ा देंगे, खाली हाथ.. सहित अन्य फिल्म में गानों को गाया है। फिल्मों में इनकी गजल- हर तरफ हर जगह बेशुमार आदमी..चर्चित हो चुका है। चंदन दास को सुमो अवार्ड सहित बेगम अख्तर अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। वर्ष 1997 से ही वे विदेशों में अमेरिका, कनाडा, यूएसए सहित अन्य जगहों पर गजल की प्रस्तुति दे चुके है।

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    प्रसिद्ध एलबम

    गजल गायक 63 वर्षीय चंदन दास का प्रसिद्ध एलबम- कितने ही रंग, गजल उसने छेड़ी, खजाना, अरमान आया, इनायत, गुजारिश, ऐतबारे वफा सहित अन्य शामिल है।