Chhath 2025: स्टॉक मार्केट की तरह बदल रही लौकी की कीमत, सुबह 50 तो शाम को 80-85 में हो रही बिक्री
छठ पूजा 2025 के अवसर पर लौकी की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि देखी जा रही है। सुबह 50 रुपये में बिकने वाली लौकी शाम तक 80-85 रुपये तक पहुंच गई है। त्योहार के नजदीक आते ही मांग बढ़ने से कीमतों में यह उछाल आया है, जिससे खरीदार परेशान हैं और उन्हें अपनी जेब से अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं।

सहरसा में सुबह 50 तो शाम को 80 से 85 रुपये में बिकी लौकी
संवाज सूत्र, नवहट्टा (सहरसा)। चार दिनों तक चलने वाले सूर्योपासना के महापर्व छठ का नहाय-खाय शनिवार को सम्पन्न हुआ। नहाय-खाय को लेकर एक दिन पूर्व शुक्रवार को बाजार में लौकी की मांग अचानक बढ़ने का असर यह हुआ कि यह रिकार्ड 85 रुपये की दर से बिकी।
लौकी के साथ ही छठ पूजा के दौरान प्रयोग में लाए जाने वाले अन्य सामानों की कीमत भी इस साल आसमान छू रही है। नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व शुरू होने को लेकर बाजार में शुक्रवार को चहल पहल बढ़ी रही।
इस महापर्व के नहाय-खाय के एक दिन पूर्व बाजार में लौकी की अचानक मांग बढ़ गई। स्थिति यह रही कि दिन चढ़ने के साथ इसकी कीमत में लगातार उछाल आता गया।
दोपहर बाद इसकी कीमत 80 से 85 रुपये प्रति लौकी की दर तक पहुंच गई। वैसे सुबह जब बड़ी बाजार में लौकी पहुंची तब इसकी कीमत 50 रुपये प्रति थी। दोपहर बारह बजे यह 55 रुपये तक पहुंच गई।
हर घंटे इसकी कीमत बढ़ी और शाम होते-होते यह 85 रुपये तक पहुंच गई। बताते चलें कि महापर्व छठ पर व्रत धारण करने वाली महिलाएं व पुरुष नहाय-खाय के समय चावल, अरहर का दाल व लौकी की सब्जी खाया।
नहाय-खाय में लौकी के महत्त्व को देखते हुए इसकी काफी मांग रही। पूजा के हरेक सामान की सजी दुकानें छठ पूजा के दौरान प्रयोग में लाए जाने वाले प्रत्येक सामान की दुकान सज गई है।
शहर के दुर्गा स्थान प्रांगण लेकर रौदी चौक बस स्टैंड से गोड़पारा सड़क के दोनों किनारे पर छठ पूजा के सामान की बिक्री हो रही है। सुबह आठ बजे ही दुकानदारों ने सड़क किनारे दुकानों को सजा दिया। पूजा के दौरान प्रयोग में लाए जाने वाले सामान की बिक्री भी तेज हुई है ।

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