ग्रेटर सासाराम के लिए 1 महीने में तैयार होगा मास्टर प्लान, बुद्ध सर्किट से जुड़ेगा अशोक शिलालेख: उपेंद्र कुशवाहा
सासाराम को बेहतर नागरिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि 2045 तक ग्रेटर सासाराम के विकास का लक्ष्य है, जिसमें पेयजल, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन पर ध्यान दिया जाएगा। अशोक शिलालेख को बुद्ध सर्किट से जोड़ा जाएगा और शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए फ्लाई ओवर का निर्माण किया जाएगा।

राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, सासाराम (रोहतास)। सासाराम के लोगों को उच्चस्तरीय नागरिक सुविधाएं मिले इसके लिए विशेष रूप से मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। शहर को गंदगी और जलजमाव से मुक्ति दिलाई जाएगी। 2045 की समय सीमा मानकर तैयार किए गए ग्रेटर सासाराम के मास्टर प्लान को दिसंबर तक पूरा कर लेना है। यह बातें राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कही।
उन्होंने कहा कि सासाराम की विधायक तथा उनकी पत्नी स्नेहलता, डीएम उदिता सिंह, नगर आयुक्त विकास कुमार व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर ग्रेटर सासाराम के लिए मास्टर प्लान तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
कुशवाहा ने बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा संरक्षित सासाराम के आशिकपुर पहाड़ी पर सम्राट अशोक के लघु शिलालेख को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए भी कार्य किया जा रहा है। इसे बुद्ध सर्किट से जोड़ यहां विदेशों से भी पर्यटक पहुंचेंगे।

उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि 2045 की संभावित जनसंख्या को लेकर शुरू किए गए ग्रेटर सासाराम के मास्टर प्लान में पेयजल, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार के साथ पर्यटन को जोड़ने पर बल दिया जा रहा है। जिसमें लगभग तीन सौ किलोमीटर पेयजल आपूर्ति की पाइप लाइन बिछाई जाएगी। आंगनबाड़ी केंद्रों को सुदृढ़ किया जाएगा। जल निकासी के लिए अलग से प्रोजेक्ट तैयार होंगे। शहरवासियों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए सासाराम से गुजर रहे पुरानी जीटी रोड के ऊपर एक फ्लाई ओवर का भी प्रस्ताव दिया जा रहा है, जो मास्टर प्लान से अलग है।
कुशवाहा ने आगे कहा कि सासाराम नगर निगम क्षेत्र में कई पंचायतों को शामिल किया गया था। इन नए क्षेत्रों को रेखांकित कर उनकी प्रकृति के हिसाब से योजनाएं तैयार की जाएंगी, जिसमें सड़क और पेयजल को प्रमुख स्थान दिया गया है। इस मास्टर प्लान में छोटी बड़ी आठ सड़कों का निर्माण और चौड़ीकरण का कार्य होगा। प्रस्तावित सड़कों की लंबाई लगभग 73 किलोमीटर के आस-पास हो जाएगी।
बुद्ध सर्किट से जुड़ेगा सम्राट अशोक का शिलालेख स्थल:
आशिकपुर के समीप चंदशहीद पहाड़ी के ऊपर मौजूद अशोक शिलालेख को बुद्ध सर्किट से जोड़ने का प्रस्ताव प्रोजेक्ट तैयार कर रही कंपनी को दिया गया है। इसके लिए वृहद कार्ययोजना तैयार कर राशि की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी।
साथ ही मांझर कुंड, धुंआ कुंड, सीता कुंड, तुतला भवानी जल प्राप्त समेत अन्य झरनों जल प्रपातों के आस-पास नागरिक सुविधाएं, सर्विस रोड और सुरक्षा प्रबंधों के लिए अलग से प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए कहा गया है।
इसमें पुरातत्व विभाग के अधिकारियों और वन पर्यावरण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ने पर विभाग से संपर्क करने का निर्देश भी दिए गए हैं।
जाम से मिलेगी मुक्ति:
सासाराम शहर में लग रहे सड़क जाम से निजात के लिए दो सड़कों का चौड़ीकरण के साथ उन्हें विकसित करने का भी निर्णय लिया गया है। जिसमें बेदा नहर पुल से पश्चिमी उच्च स्तरीय हाई कैनाल का सर्विस रोड और प्रभाकर मोड़ से कादिरगंज होते घनकी जामुन तक जाने वाली मिनी बाईपास सड़क को शामिल किया गया है।
नहर के सर्विस रोड पर एक फ्लाई ओवर तथा चौड़ीकरण कर इसे पायलट धाम के पास उतर रहे फ्लाई ओवर से जोड़ने का प्रस्ताव भेजा गया है। प्रभाकर मोड़ से घनकी जामुन तक जा रही सड़क को चौड़ीकरण करने का प्रस्ताव दिया गया है।
सासाराम की नवनिर्वाचित विधायक स्नेहलता ने कहा कि लोगों ने जो आशीर्वाद और भरोसा जताया है उसके लिए वे क्षेत्र का विकास तेजी से करेंगी। रोजगार सृजन का काम भी यहां विकसित किया जा रहा है।

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