Bihar News: सोन नदी में नहाने गए दो किशोर डूबे, परिजनों में मची चीख-पुकार
रोहतास के बकनौरा गांव में सोन नदी में नहाने गए दो किशोरों की डूबने से मौत हो गई। गांव के कुछ युवक नदी में नहाने गए थे, तभी ये हादसा हुआ। स्थानीय लोगों ने शवों को बाहर निकाला, लेकिन अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मृतकों की पहचान आयुष कुमार और पीयूष कुमार के रूप में हुई है। इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर है।
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घटनास्थल पर जुटी लोगों की भीड़। (जागरण)
संवाद सूत्र, रोहतास। थाना क्षेत्र के बकनौरा गांव स्थित सोन नदी में शनिवार को नहाने गए दो किशोरों की डूबने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार गांव के आधा दर्जन से अधिक युवक दोपहर के समय सोन नदी में नहाने गए थे।
नहाने के क्रम में सभी लड़के धीरे-धीरे नदी के गहरे हिस्से में चले गए। जैसे ही पानी गहराने लगा, सभी घबरा गए और एक-दूसरे को बचाने की कोशिश करने लगे। इस बीच अफरातफरी मच गई।
कुछ युवक किसी तरह किनारे तक पहुंच गए, लेकिन दो किशोर गहरे पानी में समा गए। घटना की खबर मिलते ही नदी किनारे बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए।
स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने दोनों किशोरों के शवों को पानी से बाहर निकाला।
ग्रामीणों ने दोनों को आनन-फानन में रोहतास प्रखंड स्थित पीएचसी पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान 13 वर्षीय आयुष कुमार, पिता सुजीत कुमार, निवासी हैदरनगर, झारखंड और 15 वर्षीय पीयूष कुमार, पिता भरत सिंह निवासी बकनौरा, रोहतास के रूप में हुई है।
शव मिलने के बाद से स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मौके पर मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गई और पूरे इलाके में मातम छा गया।
घटना की सूचना मिलते ही रोहतास थानाध्यक्ष निकुंज भूषण प्रसाद अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की मदद से दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सासाराम सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बीडीओ ऋषिकेश कुमार ने बताया कि प्रशासन की ओर से दोनों पीड़ित परिवारों को आपदा प्रबंधन विभाग के तहत आर्थिक सहायता दी जाएगी।
घटना के बाद आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर
इस दर्दनाक घटना के बाद बकनौरा गांव सहित आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई है। गांव के लोग इस हादसे से गमगीन हैं। मृतकों के घरों में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि नदी में गहराई का अंदाजा न होने के कारण अक्सर इस तरह की घटनाएं घट जाती हैं। उन्होंने प्रशासन से सोन नदी के खतरनाक घाटों पर चेतावनी बोर्ड लगाने और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
शनिवार की दोपहर घटित यह घटना न केवल दो परिवारों के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए एक गहरा सदमा बन गई है। दोनों किशोरों की असमय मौत से गांव का हर व्यक्ति व्यथित है और वातावरण शोकाकुल बना हुआ है।

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